मुख्यपृष्ठग्लैमरमैंने अपनी शादी एंजॉय नहीं की!-शब्बीर अहलूवालिया

मैंने अपनी शादी एंजॉय नहीं की!-शब्बीर अहलूवालिया

असल मनोरंजन तो वही होता है जो पारिवारिक हो, जिसे बड़े, बच्चे एक साथ बैठकर एंजॉय करे। इसी बात को ध्यान रखते हुए सोनी सब ने एक नया मनोरंजक फैमिली धारावाहिक `उफ्फ ये लव है मुश्किल’ का निर्माण किया है, जो ९ जून से आरंभ होनेवाला है। इस शो का आकर्षण `यह उन दिनों की बात है’ फेम आशी सिंह और छोटे पर्दे के कामयाब एक्टर शब्बीर अहलूवालिया की रोमांटिक जोड़ी होगी। इस शो में अपने अनुभवों के बारे में शब्बीर ने बात की। पेश हैं, शब्बीर अहलूवालिया से पूजा सामंत की हुई बातचीत के प्रमुख अंश:
-शब्बीर, काफी समय बाद आप छोटे पर्दे पर लीडिंग रोल में नजर आएंगे। इस शो को करने की प्रेरणा क्या रही?
-`उफ्फ ये लव है मुश्किल’ शो में मेरे किरदार का नाम युग सिन्हा है। यह आदर्शवादी और पारंपरिक इमेज वाला हीरो नहीं है। बड़ा अजीब सा बंदा है, जो महिलाओं से हमेशा दुरी बनाए रखता है। अपने इर्द-गिर्द के माहौल से भी युग को बड़ी कोफ्त होती है। कुछ चिढ़चिढ़ा किस्म का बंदा है, यह। ऐसे में उसका सामना वैâरी शर्मा (आशी सिंह) से होता है तो किस तरह का जलजला बनता है। उसी पर आधारित यह एक रोमांचक स्टोरी है। जब मुझे कहानी और मेरे किरदार के बारे में बताया गया तो मुझे ये किरदार पसंद आया और यही वजह है कि मैंने ऐसे सनकी किरदार को निभाना चाहा। वास्तविक जीवन में जो आप नहीं होते उन्हें स्क्रीन पर निभाना बड़ा चैलेंजिंग होता है।
-आपके और आशी की उम्र में बड़ा फासला है, ऐसे में ये रोमांस कैसा होगा?
-क्यों, क्या ऐसी बेमेल जोड़ियों को हम असल जिंदगी में नहीं देखते? हमारे बॉलीवुड में ही ऐसी १० जोड़ियों का नाम मैं गिनवा सकता हूं, जिनकी उम्र में काफी अंतर है, फिर भी उनका वैवाहिक जीवन खुश है। वैवाहिक जीवन में आपसी प्यार और अंडरस्टैंडिंग ज्यादा मायने रखती है।
-वास्तविक जीवन में आपके प्यार में भी कोई मुश्किल आई थी?
-बिल्कुल भी नहीं! मैं इस मामले में बहुत लकी हूं। मुझे हमेशा मेरे पेरेंट्स, भाई बहन, दोस्त-रिश्तेदार और तो और पत्नी (अभिनेत्री कांची कौल) का भी बहुत प्यार मिलता रहा है। मेरे प्यार के रास्ते-प्यार की मंजिलें स्ट्रेसप्रâी रही।
 क्या आपके विवाह में कभी कोई दिक्कत नहीं आई थी?
-नहीं न! वही तो मैंने कहा। कांची से मेरी लव मैरिज २०११ में हुई थी। अब है २०२५। हमारी शादी को १४ वर्ष हो चुके हैं। हमारा प्यार-फिर शादी हुए एक अर्सा बीत गया। हमारे दोनों बच्चे बड़े हो चुके हैं, बस कुछ मुश्किल आई थी! ‘
-मुश्किल? वो क्या?
-शादी बहुत अच्छे से पूरे तामझाम, बैंड-बारात के साथ हुई, लेकिन हमारी शादी को कांची और मैंने एंजॉय नहीं किया। एन्जॉय तो रिश्तेदारों और दोस्तों ने किया। हम दोनों ही हमारी शादी के लंबे-चौड़े विवाह संस्कारों-रीति-रिवाजों से थक चुके थे, ऐसा लगा कि कब यह विधि-विधान खत्म हो और हम थोड़ा आराम करें। खैर, वैवाहिक संस्कारों के बिना शादी कहां होती है, अपने देश में? मैं अपना मनचाहा प्यार पाकर बहुत खुश हूं।
-युग सिन्हा के अजीब किरदार को निभाने के लिए क्या आपने कुछ तैयारियां की है?
-युग सिन्हा एक अजीब स्वभाव का है लेकिन पेशे से एक काबिल वकील है। मुझे अपने किरदार के लिए वजन कम करना था, फिट दिखना था। इसलिए मैंने ज्यादा वर्कआउट किया और अपना खाना कम कर दिया। वैसे मैंने वजन बढ़ाने-घटाने के लिए कभी सप्लीमेंट्स का इस्तेमाल नहीं किया। फिटनेस के प्रति मैं न तो अति करता हूं, न ही अपने फिटनेस को नजरअंदाज करता हूं।

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