मुख्यपृष्ठखेलनहीं संभले तो हो जाएंगे ड्रॉप

नहीं संभले तो हो जाएंगे ड्रॉप

विराट कोहली और रोहित शर्मा की विरासत को आगे बढ़ानेवाले शुभमन गिल का पिछला साल उनके लिए जबरदस्त रहा। न केवल उन्होंने वनडे में कोहराम मचाया, बल्कि टी-२० क्रिकेट में भी उनका बल्ला खूब चमका। विराट कोहली और रोहित शर्मा के साथ वे कदम से कदम मिलाते नजर आए, लेकिन एक बात जो क्रिकेट विशेषज्ञों को नागवार गुजर रही है वो यह कि उनका टेस्ट में आंकड़ा वाइट बॉल जितना चमकदार नहीं है। देखा जाए तो यह सूर्यकुमार यादव जैसा दिखता है। सूर्या जहां टी-२० में आग बरसाते नजर आते हैं तो वनडे में उनके बल्ले को अजीब जंग लग जाती है। यही वजह है कि वह वनडे में अंदर-बाहर होते रहे हैं। गिल ने टेस्ट क्रिकेट में ३५ पारियों के बाद पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान से कुछ ही ज्यादा रन बनाए हैं, जबकि रविचंद्रन अश्विन से कम रन उनके खाते में हैं। जब मुकाबला चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे जैसे धाकड़ बल्लेबाजों के साथ हो तो यह आंकड़ा कतई उनके रेड बॉल क्रिकेट के भविष्य के लिए ठीक नहीं है। अगर उन्हें टीम इंडिया की टेस्ट टीम में बने रहना है तो बल्ले से बेहतर प्रदर्शन करना होगा। उन्हें साबित करना होगा कि वह न केवल अनुभवी बल्लेबाजों, बल्कि मौजूदा दौर के बल्लेबाजों से भी बेहतर हैं। शुभमन गिल अपने करियर में इस चरण से गुजर रहे हैं। उन्हें अपनी प्रतिभा के साथ न्याय करना होगा। हर कोई जानता है कि क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है और खिलाड़ियों को अक्सर शिखर और गर्त का सामना करना पड़ता है। गिल में बड़ी पारी खेलने की वूâवत है, लेकिन वह इसे टेस्ट में नहीं कर पा रहे हैं।

अन्य समाचार