सामना संवाददाता / मुंबई
सिंचाई घोटाले की फाइल जहां भी अटकी है, हिम्मत है तो उसे सामने लाएं। ऐसी खुली चुनौती दादा गुट के नेता आनंद परांजपे ने शिंदे गुट को दी है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हम भी अगले सात दिनों में आपकी आपराधिक प्रवृत्ति, रायगड में किए गए वित्तीय घोटाले और जिला परिषद में चेयरमैन रहते हुए किए गए घोटालों को उजागर करेंगे।
शिंदे गुट के मंत्री भरत गोगावले के बयान के बाद अजीत पवार गुट के नेता आनंद परांजपे ने उनकी आलोचना की। भरत गोगावले ने कहा था कि रायगड जिले के ’थ्री इडियट’ में से एक ’इडियट’ दादा गुट का प्रदेश अध्यक्ष बना है। ऐसा कहते हुए उन्होंने सुनील तटकरे पर हमला बोला था। रायगड में पालकमंत्री पद की दावेदारी कर रहे शिंदे गुट के मंत्री भरत गोगावले पर राजनीतिक अपरिपक्वता और इंसान के तौर पर संवेदनशीलता की कमी है। ऐसा तंज परांजपे ने गोगावले पर कसा। सुनील तटकरे के घर में हुई त्रासदी के बाद पूरा परिवार अभी तक उबर नहीं पाया है। इसके बावजूद गोगावले का तटकरे की आलोचना ही एक सूत्रीय कार्यक्रम चल रहा है। परांजपे ने कहा कि तटकरे ने विधानसभा में भी गठबंधन धर्म का पालन किया, लेकिन अगर वे ऐसा नहीं करते तो भरत गोगावले क्या दो और उम्मीदवार शिंदे गुट के गिरते। वे सिंचाई घोटाले की फाइल जहां भी अटकी हो, उसे सामने लाएं। यह गोगावले के लिए खुली चुनौती है।