मुख्यपृष्ठनए समाचाररेतीबंदर में अवैध रूप से शुरू है रेत उत्खनन ...प्रशासन कार्रवाई में...

रेतीबंदर में अवैध रूप से शुरू है रेत उत्खनन …प्रशासन कार्रवाई में कर रहा है टालमटोल

सामना संवाददाता / ठाणे
ठाणे जिला में खाड़ी से अवैध रूप से रेत निकालने वालों के खिलाफ जिला प्रशासन ने आंख में पट्टी बांध रखी है। आरोप है कि सिर्फ दिखावे के लिए कार्रवाई की जाती है और फिर एक-दो दिन में रेती माफियाओं द्वारा जिले के विभिन्न हिस्सों में रेती का अवैध रूप से उत्खनन शुरू हो जाता है। वर्तमान में ८ से १० सक्शन पंप प्रतिदिन रेत का उत्खनन किया जा रहा है जो कि बेहद गलत हैं और पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा हैं लेकिन प्रशासन किसी काम का नहीं ऐसा प्रतीत हो रहा हैं।
बता दें कि ठाणे, मुंब्रा, भिवंडी, मुरबाड समेत जिले की विभिन्न खाड़ियों और नदियों से अवैध रूप से रेत निकाली जा रही है। इस संबंध में कलेक्टर कार्यालय को शिकायतें मिल रही हैं। इन शिकायतों को दर्ज करने के बाद जिला प्रशासन तहसीलदार, नायब तहसीलदार, तलाठी, मंडल अधिकारियों के माध्यम से अवैध रेत माफियाओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इसके पीछे इन विभागों का तर्क है कि राजस्व विभाग को लोकसभा चुनाव के बाद विधान परिषद चुनाव के काम में लगाया गया है जिसके कारण कार्रवाई नहीं हो पाई। आरोप है कि इसका फायदा उठाते हुए कई जगहों पर अवैध रूप से रेत खनन तेजी से हो रहा है। इसमें खारेगाव टोल रोड के पास रेती बंदर के दशक्रिया विधि घाट क्षेत्र में ३ क्रेन और ७ से १० सक्शन पंप के जरिए अवैध रूप से रेत निकाली जा रही है। इससे मैंग्रोज को नुकसान होने आशंका भी जताई जा रही है। साथ ही स्थानीय नागरिक ने बताया कि इस संबंध में बार-बार शिकायत करने के बावजूद जिला प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जिला प्रशासन के नाक के नीचे रेतीबंदर क्षेत्र के दशक्रिया विधी घाट के समीप मैंग्रोज के जंगल को काटकर अवैध रूप से रेती (बालू) उत्खनन किये जाने का मामला सामने आया है। आरोप है कि इस अवैध रेती उत्खनन के खिलाफ बार-बार शिकायत के बावजूद जिला प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। इस संबंध में जब ठाणे के तहसीलदार उमेश पाटिल से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अवैध कटाई करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

अन्य समाचार