फिरोज खान
रेहान अपनी पत्नी को मायके से अपने घर ले आया था। रेहान जो चाह रहा था वह नहीं होने पर आगबबूला था। अंदर ही अंदर वो क्रोध से कांप रहा था। घर पहुंचते ही पत्नी रुबीना ने फिर से पति की बात मानने से इंकार किया तो रेहान के पास पड़ी ईंट उठाकर उसने रुबीना के सिर पर मार दी। हमला इतना जोरदार था कि एक ही वार में रुबीना का सिर फट जाता है और खून बहने लगता है। कुछ देर पत्नी रुबीना जमीन पर तड़पती रही और बाद में उसने दम तोड़ दिया। पत्नी की मौत होते ही रेहान खुरपी लेता है और गला काटकर अलग कर देता है। दो टुकड़ों में पड़ी लाश के करीब बैठकर सोचता है कि इसे ठिकाने वैâसे लगाया जाए, ताकि वह पकड़ा न जाए। कुछ देर बाद वह फावड़ा लेकर घर के एक कमरे में गड्ढा खोदना शुरू कर देता है। गड्ढा गहरा होते ही पत्नी का धड़ गड्ढे में डालकर मिट्टी से दबा देता है। सिर को एक झोले में डालकर पास की नदी में फेंक देता है। घर लौटकर खून के धब्बों को साफ कर काम के लिए रवाना हो जाता है। मृत महिला की मां बेटी से बात करने के लिए परेशान थी। रेहान बताता है कि रुबीना उसी दिन मायके चली गई थी इस पर रुबीना की मां पुलिस स्टेशन जाकर गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाती है। पुलिस को रुबीना की कॉल डिटेल निकालने पर पता चलता कि रेहान का घर ही उसका आखिरी लोकेशन था। रेहान पर पुलिस का शक गहरा हो जाता है, उसे रिमांड में लेकर जब पूछा जाता है तो वह सच उगलने को राजी हो जाता है। रेहान ने पुलिस को जब कत्ल की कहानी और मर्डर की वजह बताई तो पुलिस दंग रह जाती है।
रुबीना ने की थी दूसरी शादी
असल में रुबीना के पहले पति जावेद की एक बीमारी से मौत हो चुकी थी। अपने पांच बच्चों की मां रूबिना के लिए वह ५० गज का एक प्लॉट छोड़कर गया था ताकि उसका परिवार अच्छे से रह सके। एक साल पहले रुबीना की मुलाकात रेहान से होती है। जान-पहचान बढ़ाने के साथ रेहान ने रुबीना को भरोसा दिलाया कि वह उससे प्यार करने लगा है। उसने यह भी विश्वास दिलाया कि अगर वह उसके साथ शादी करेगी तो जिंदगीभर उसका और बच्चों का ख्याल रखेगा। रुबीना उसकी बातों में आ जाती है और रेहान के साथ निकाह कर लेती है, लेकिन रेहान के मन में खोट थी। निकाह करने की वजह कुछ और थी।