फिरोज खान
कूरियर बॉय एक पार्सल लेकर आया था। सुनील को लगा है कि शायद किसी दोस्त ने शादी का तोहफा भेजा है। असल में सुनील की शादी हुए चार दिन ही हुए थे। पार्सल पर सुनील का ही नाम लिखा हुआ था। पार्सल भेजनेवाले का नाम पढ़कर उसे कुछ याद नहीं आ रहा था कि आखिर उस नाम का उसका दोस्त कौन है। पार्सल से एक सफेद धागा बाहर निकला हुआ था। सुनील जैसे ही सफेद धागे को खींचता है, वैसे ही धमाका हो जाता है। धमाके की चपेट में सुनील, उसकी पत्नी और दादी आ जाते हैं। आस-पास के लोग ब्लास्ट की आवाज सुनकर सुनील के घर की तरफ दौड़ पड़ते हैं। घर में सुनील की दादी की लाश पड़ी हुई थी और दोनों पति-पत्नी बुरी तरह घायल अवस्था में जमीन पर पड़े हुए थे। दोनों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया जाता है।
पुलिस को सूचना मिलते ही वह घटना स्थल पर पहुंच जाती है। जांच में कई सवाल थे। बम से भरा पार्सल किसने भेजा, क्यों भेजा? बॉम्ब ब्लास्ट का केस दर्ज कर पुलिस तहकीकात शुरू करती है। दोस्तों, रिश्तेदारों सहित १५० से ज्यादा लोगों से पूछताछ होती है। सुनील का मोबाइल, लैपटॉप खंगाला जाता है, लेकिन कहीं से कोई सुराग नहीं मिलता। जिस कूरियर कंपनी से पार्सल भेजा गया था, पुलिस उस पते पर पहुंचती है, लेकिन वहां कोई सीसीटीवी वैâमरा नहीं था। पुलिस कूरियर कंपनी के मालिक से पूछताछ करती है। कंपनी के मालिक ने बताया कि ये पार्सल चार दिन पहले डिलीवर करना था। उनका कूरियर बॉय पार्सल लेकर गया भी था, लेकिन वहां घर पर ताला लगा हुआ था।
लंबी छानबीन के बावजूद पुलिस को कहीं से कोई सुराग नहीं मिल रहा था। केस पूरी तरह से उलझता जा रहा था। इस बीच बलांगीर के एसपी दफ्तर में एक गुमनाम चिट्ठी आती है। चिट्ठी में लिखा था कि आप जिस पार्सल बम धमाके की जांच कर रहे हैं, उसे हमने ही अंजाम दिया है। हम आपकी पकड़ से बहुत दूर हैं। धमाका इसलिए किया गया, क्योंकि उन लोगों ने विश्वासघात किया था। अगर हम पूरे परिवार की हत्या भी कर देते फिर भी हमें तसल्ली नहीं होती।
पुलिस ने सुनील और उनके माता-पिता को चिट्ठी दिखाई तो सुनील की मां हाथों की लिखावट देककर चौंक उठती है। असल में सुनील की मां एक कॉलेज में टीचर थी और पत्र की हैंडराइटिंग कॉलेज की अंग्रेजी टीचर से हुबहू मेल खा रही थी। सुनील की मां बताती है कि हाल ही में अंग्रेजी टीचर को प्रिंसिपल पद से हटाकर उन्हें प्रिंसिपल बनाया गया था, तभी से उन दोनों के बीच अनबन शुरू हो गई थी। पुलिस जब अंग्रेजी टीचर को हिरासत में लेकर पूछताछ करती है तो वह सच उगलते हुए बताती है कि प्रिंसिपल की कुर्सी जाने से वह सख्त नाराज थी। इसलिए उसने बम विस्फोट कर बदला लेने की खौफनाक साजिश रची।