ईरान ने इजरायल में मचा दिया तहलका
आयरन डोम भेदा, गाजा जैसी तबाही
ईरान ने एक ही रात में इजरायल पर ऐसा वार किया कि पूरा देश हिल गया है। दावा किया जा रहा है कि १३-१४ जून की दरमियानी रात इजरायल की राजधानी तेलअवीव और कई शहरों में आसमान से बस आग बरस रही थी। खुद इजरायल डिफेंस फोर्स यानी आईडीएफ ने इस बात की तस्दीक की है। ईरान के हमलों से घबराए लोगों को शेल्टर में भेजा गया। ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल पूरे इजरायल पर छा गई थीं। कहा जा रहा कि है ये हमले शुक्रवार १३ जून की अलसुबह ईरान पर हुई इजरायली एयरस्ट्राइक का बदला थे, जिसमें ईरान के टॉप फौजी कमांडर मारे गए थे।
सोशल मीडिया से लेकर अंतर्राष्ट्रीय चैनलों और वेबसाइट पर जारी वीडियो और तस्वीरें और दावे बता रहे हैं कि ईरान ने इजरायल को इस कदर मारा है कि सदियों तक इस हमले को याद रखा जाएगा। उस समय तक ऐसा लग रहा था कि ईरान मौके का इंतजार करेगा। लेकिन ईरान ने इजरायली हमलों के महज १२ घंटों के भीतर ही अपनी ताकत दिखाने का दावा कर दिया। कहा जा रहा है कि इन हमलों की वैâपेसिटी इतनी मारक थी और ईरानी मिसाइलों की तादाद इतनी ज्यादा थी कि इजरायल ही नहीं दुनिया का सबसे एडवांस और महंगा एयर डिफेंस सिस्टम आयरन डोम भी इनके आगे पस्त हो गया। सैकड़ों ईरानी मिसाइल आयरन डोम को चकमा देकर तेलअवीव पर फट पड़ीं। सोशल मीडिया पर जारी तस्वीरें बता रही हैं कि इजरायल को पहली बार किसी ने बराबरी की टक्कर दी है। एक्सपर्ट कहते हैं कि शुक्रवार सुबह इजरायल ने ईरान पर जिस तरह अटैक किया था वो सीधे-सीधे इस्लामिक रिपब्लिक ईरान के अस्तित्व को चुनौती थी। उस पर से पीएम नेतन्याहू ने बयान दे दिया कि हम ऐसा बार-बार करेंगे। ईरान ने भी अपनी अंडरग्राउंड मिसाइलसिटी खोल दी और लगभग १,७०० किलोमीटर दूर इजरायल पर आग की वो बरसात की है कि जिसकी कल्पना किसी ने नहीं की थी। इजरायल पर ईरान के हमलों के बाद यमन की राजधानी सना में रात में ही हजारों लोग सड़कों पर उतर आए और ईरानी हमलों की हिमायत की।
अब भीषण होगी जंग
जानकार मानते हैं कि ये जंग और बढ़ सकती है। अब अमेरिका इजरायल के समर्थन में ईरान पर किसी तरह की कार्रवाई को अंजाम देता है तो फिर ईरान, अमेरिका समर्थित अरब देशों पर टूट पड़ेगा।
शुक्रवार १३ जून को इजरायल ने ईरान के न्यूक्लियर सेंटर, रिहायशी इलाकों और एलीट फोर्स आईआरजीसी के कमांडरों को जिस तरह सटीक टार्गेट से मारा था। उसके बाद से ईरान आग बबूला था। ईरान की मस्जिद में लालहुसैनी परचम लहरा दिया गया। सुप्रीम लीडर खामेनेई ने कह दिया था कि फौज को आदेश है कि इजरायल से ऐसा बदला लिया जाएगा जिसे दुनिया देखेगी।