नीतीश सरकार को दिया अल्टीमेटम, `तीन दिन में लो फैसला, वरना…’
जन सुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर ने बिहार में बीपीएससी परीक्षा के कथित प्रश्न पत्र लीक से संबंधित मुद्दों को सुलझाने के लिए गुरुवार को नीतीश कुमार सरकार को तीन दिन का समय दिया है। वहीं प्रशांत किशोर गुरुवार शाम धरना दे रहे छात्रों के बीच गर्दनीबाग पहुंचे। प्रशांत किशोर ने कहा है, वो शुक्रवार को अभ्यर्थियों के साथ मार्च किया। मिली जानकारी के मुताबिक, प्रशांत किशोर ने कहा कि सरकार को प्रदर्शनकारी छात्रों और उनके प्रतिनिधियों से मिलना चाहिए और दोबारा परीक्षा कराने की उनकी मांग पर विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा, `राज्य सरकार को अल्टीमेटम दे रहा हूं। प्रशासन को तीन दिन के अंदर इस समस्या का समाधान करना होगा। किशोर ने छात्रों पर `लाठीचार्ज’ की निंदा की और एनडीए के नेतृत्व वाली सरकार से दो बिंदुओं पर तत्काल कार्रवाई करने का आह्वान किया। नीतीश सरकार की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में पिछले १-२ साल से लोकतंत्र को `लाठीतंत्र’ में बदल दिया गया है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि मैं छात्रों का समर्थन करने के लिए हमेशा यहां हूं। मैं सबसे आगे रहूंगा। अगर पुलिस लाठीचार्ज करती है, तो मैं उसका सामना करने वाला पहला व्यक्ति रहूंगा। उन्होंने कहा कि बुधवार को छात्रों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई बेहद निंदनीय है। किशोर ने ये भी दावा किया कि पटना में मंगलवार को एक सिविल सेवा अभ्यर्थी ने आत्महत्या कर ली, ये दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार को मृतक के परिवार के लिए १० लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा करनी चाहिए।
सरकार की अव्यवस्था ने ली युवा की जान
बिहार में बीपीएससी की ७०वीं प्रारंभिक परीक्षा में कथित धांधली और सरकार की अव्यवस्था ने एक युवा की जान ले ली। बड़ी संख्या में अभ्यर्थी रीएग्जाम की मांग को लेकर गर्दनीबाग में धरना दे रहे हैं, पुलिस उन पर लाठी चार्ज कर रही है इन सबके बीच पटना के कंकडबाग में रह रहे बीपीएससी अभ्यर्थी सोनू कुमार ने आत्महत्या कर ली।