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जरांगे के फडणवीस पर किए गए आरोपों की करो जांच… अंबादास दानवे ने की मांग

सामना संवाददाता / मुंबई

मराठा योद्धा मनोज जरांगे-पाटील ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। इन आरोपों की जांच की जानी चाहिए। इस तरह की मांग विधान परिषद में विरोधी पक्षनेता अंबादास दानवे ने की है।
देवेंद्र फडणवीस ने मुझे खत्म करने की साजिश रची है। मैं खत्म हो आऊंगा यानी मराठा आरक्षण आंदोलन समाप्त हो जाएगा, ऐसा सरकार को लग रहा है। इसीलिए यह षड्यंत्र चल रहा है। इस तरह का गंभीर आरोप मनोज जरांगे-पाटील ने किया था। इस पर बात करते हुए अंबादास दानवे ने कहा कि इन आरोपों की जांच होनी चाहिए। दानवे ने कहा कि मुख्यमंत्री मराठा समाज को आरक्षण देने के मामले में कदम उठाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मराठा समाज में संदेह है कि किसी ने उनके कदम रोक दिए हैं। सत्तापक्ष के विधायक कह रहे हैं कि फडणवीस ने पहले ही आरक्षण देकर मराठा समुदाय पर एहसान किया है। इस बारे में बात करते हुए दानवे ने कहा कि कोई भी नेता समाज पर अहसान नहीं करता। समाज के लिए काम करना उनकी जिम्मेदारी और कर्तव्य है। जिसने इस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया है, उसकी बुद्धिमत्ता को जानते हैं। जनता के आशीर्वाद से ही शासक कुर्सी पर बैठते हैं। इसलिए उन्हें जनता का काम करना होगा।
सरकार का अंत मत देखो – मुख्यमंत्री
मनोज जरांगे की मांगें लगातार बदलती रहीं। फिर भी सभी मांगें मान ली गई हैं, लेकिन अब उनकी राजनीतिक भाषा शुरू हो गई है। इससे यह बू आ रही है कि उनके पीछे कोई अदृश्य ताकत है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने जरांगे को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि सरकार का अंत मत देखिए, हमारी संयम का अंत मत देखिए। शिंदे ने कहा कि मराठा समाज संयमी है, लेकिन उसे बदनाम करने का काम अब किया जा रहा है। इसलिए युवाओं को सावधान रहना चाहिए। आंदोलनकारी कानून अपने हाथ में नहीं ले सकते। सभी को मर्यादा में रहना चाहिए।
कानून व्यवस्था बरकरार रखनी चाहिए – अजीत पवार
मराठा आरक्षण को लेकर सभी को पता है। मुख्यमंत्री ने छत्रपति शिवाजी महाराज के सामने शपथ ली थी। सभी तंत्र काम पर लगे थे। राज्य के प्रमुख दो बार मिलने गए। इसके बाद भी जरांगे क्या बोल रहे हैं, किस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं, ऐसा मैंने कभी नहीं देखा। जानबूझकर बयान दिए जा रहे हैं। ऐसा तरीका कभी नहीं था। नियम सबके लिए समान हैं। भाई-भतीजावाद पर करीब साढ़े छह लाख लोगों ने आपत्ति जताई है। इस बात का सभी को ध्यान रखना चाहिए। उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि किसी को भी अहंकारी होने का काम नहीं करना चाहिए।
जरांगे के आरोप बेबुनियाद – फडणवीस
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवी ने कहा कि मुझे नहीं पता कि मनोज जरांगे-पाटील किस हताशा से बोल रहे हैं, वे कौन सी सहानुभूति चाहते हैं। लेकिन उनके आरोप पूरी तरह से झूठे और निराधार हैं। मराठा समाज के लिए सारथी जैसी योजनाएं उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए शुरू की थीं। फडणवीस ने कहा कि मराठा आरक्षण को उच्च न्यायालय में बरकरार रखने का काम किया। सागर बंगला सरकारी है। इसलिए सागर बंगले में सरकारी काम में किसी तरह की बाधा नहीं पहुंचाई जाएगी। कानून व्यवस्था बनाए रखते हुए अगर कोई आंदोलन करता है तो कोई दिक्कत नहीं है।

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