स्थानीय चुनावों में भाजपा को लगेगा झटका
सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र में स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं (नगरपालिका, पंचायत समिति, जिला परिषद आदि) के आगामी चुनावों को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। इन चुनावों को गठबंधन के तहत मिलकर लड़ा जाए, इस पर नेतृत्व का सुझाव है, लेकिन अगर स्थानीय स्तर पर समन्वय नहीं बन पाया है। कई ठिकानों पर भाजपा से अजीत पवार गुट खफा है। हालात ऐसे हैं कि कई जिलों में अजीत पवार गुट स्वतंत्र रूप से भी चुनाव लड़ने के लिए तैयार है। ऐसे में भाजपा को झटका लगना तय माना जा रहा है।
परभणी में एक जनसभा में विधायक और अजीत पवार गुट के नेता राजेश विटेकर ने कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से कहा कि आप सभी अपने बलबूते पर चुनाव लड़ने के लिए भी तैयार रहें। गठबंधन में मतभेद या असहमति दिखाई दे रही है। अगर बात नहीं बनती है तो अकेले हम और अकेले तुम (भाजपा) लड़ेंगे। अजीत पवार गुट अकेले भी मैदान में उतरने को तैयार है।
राजेश विटेकर ने कहा कि इस क्षेत्र में २०१४ में जिले की अधिकांश नगरपालिका, पंचायत समितियां और जिला परिषद राष्ट्रवादी कांग्रेस के कब्जे में थीं। आज भी संगठनात्मक दृष्टि से हमारी पार्टी नंबर १ है और हम ही जीत हासिल करेंगे। विटेकर ने कहा कि भाजपा अपने वादे से मुकर जाती है उसे पर भरोसा करके हमें धोखा नहीं खाना है, ऐसे में हम लोग अकेले दम पर चुनाव लड़ने की तैयारी को पूरी ताकत से अंजाम देने का प्रयास करें। उल्लेखनीय है कि यह बयान खास अहमियत रखता है, क्योंकि कुछ दिन पहले विदर्भ क्षेत्र में भाजपा के नेता सुरेश भुमरे ने भी स्थानीय चुनाव अपने दम पर लड़ने की मंशा जताई थी। इससे साफ है कि महायुति (एनडीए गठबंधन) के भीतर ही अब अलग-अलग लड़ने की बातें शुरू हो गई हैं।