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महायुति की `चीनी’ बाजारी! … समर्थन देनेवाले अभिजीत पाटील की चीनी फैक्ट्री पर टली कार्रवाई

सामना संवाददाता / मुंबई
माढा लोकसभा क्षेत्र में श्री विट्ठल सहकारी चीनी फैक्ट्री के अध्यक्ष अभिजीत पाटील द्वारा महायुति को समर्थन देने की घोषणा से बड़ा उलट-फेर हो गया है। शरद पवार के करीबी माने-जानेवाले अभिजीत पाटील ने कुछ दिन पहले देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की थी, उसके बाद अभिजीत पाटील ने घोषणा की कि वह मोहिते-पाटील से समर्थन वापस ले लेंगे और रणजीतसिंह नाईक निंबालकर को समर्थन देंगे, जिसके बाद अभिजीत पाटील के बारे में अहम जानकारी सामने आई है। दरअसल, पाटील द्वारा महायुति को समर्थन देने से अभिजीत पाटील की चीनी फैक्ट्री को जब्ती की कार्रवाई से राहत मिली है। ४४२ करोड़ रुपए के डिफॉल्ट के मामले में फैक्ट्री का गोदाम सील कर दिया गया था, लेकिन महायुति को समर्थन देते ही गोदाम की सील हटा दी गई।
बता दें कि शिखर बैंक ने पंढरपुर तालुका में श्री विठ्ठल सहकारी चीनी फैक्ट्री के खिलाफ कार्रवाई की। बैंक द्वारा फैक्ट्री के तीन गोदामों को सील कर दिया गया था। विट्ठल सहकारी फैक्ट्री ने राज्य शिखर बैंक से कर्ज लिया था, लेकिन कर्ज नहीं चुका पाने के कारण यह कार्रवाई की गई थी। उस समय अभिजीत पाटील शरद पवार गुट में थे इसलिए वह सोलापुर और माढा लोकसभा क्षेत्रों में सक्रिय थे। बैंक द्वारा फैक्ट्री जब्त करने के बाद पाटील ने देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की और महागठबंधन के उम्मीदवारों के लिए अपने समर्थन देने की घोषणा की, जिसके बाद फैक्ट्री के खिलाफ बड़ी कार्रवाई टल गई है। बकाए के चलते अभिजीत पाटील की चीनी मिल के तीन गोदामों को सील कर दिया गया था। करीब १४ हजार क्विंटल चीनी फंसी हुई थी, लेकिन तीनों गोदामों की सील हटा देने से बड़ी राहत मिली है। यह टिप्पणी करते हुए कि कार्रवाई अवैध और मनमौजी थी, ऐसा कहते हुए पुणे कर्ज वसूली लवाद ने कारखाने के गोदामों को खोलने का आदेश दिया और ५ मई तक कारखाने पर पाटील का कब्जा वापस दे दिया है।
फैक्ट्री के पुराने निदेशक मंडल ने कर्ज का भुगतान नहीं किया था। कार्रवाई २०२१ से चल रही थी। बैंक ने अदालत में सकारात्मक रुख अपनाया, क्योंकि सरकार ने हमारी मदद की इसलिए अदालत ने गोदाम पर ताला खोलने का आदेश दिया है।’ राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा का विषय नहीं है। २०२१ से कार्रवाई चल रही थी। सरकार से अनुरोध करने के बाद उन्होंने मुझे राहत दी कि चीनी मिल चालू रहनी चाहिए। साथियों से चर्चा के बाद यह निर्णय लिया गया कि कारखाना महत्वपूर्ण है, ‘ऐसी जानकारी अभिजीत पाटील ने दी।

फैक्ट्री बचती है तो मैं कहीं भी जाने को तैयार हूं -अभिजीत पाटील
‘मैंने देवेंद्र फडणवीस से कहा कि वे फैक्ट्री की सील हटा दें और किसानों को राहत दें। जाहिर है, वह बदले में कुछ की उम्मीद करेंगे। वे रास्ते से हटकर हमारी मदद कर रहे हैं इसलिए यह स्वाभाविक उम्मीद है कि हमें भी मदद करनी चाहिए।’ ऐसा अभिजीत पाटील ने स्पष्ट कहा। आगे उन्होंने कहा कि ‘मैं वह करने के लिए तैयार हूं, जो करने की जरूरत है। भाजपा को समर्थन देने के पैâसले की घोषणा करते हुए मैं अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को छोड़कर विट्ठल फैक्ट्री के सदस्यों के हित में निर्णय ले रहा हूं।’

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