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अपराधियों को बचाने के लिए सरकारी तंत्र का दुरुपयोग!-संजय राऊत का गंभीर आरोप

सामना संवाददाता / मुंबई
पुणे में पोर्शे कार दुर्घटना में दो लोगों की जान चली गई। इस मामले में उपमुख्यमंत्री और पुणे के पालकमंत्री अजीत पवार की भूमिका बेहद संदिग्ध है। अपराधी को बचाने के लिए सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करने का गंभीर आरोप शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व सांसद संजय राऊत ने कल मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस समेत पालकमंत्री अजीत पवार पर लगाया।

कसबा पेठ के विधायक रवींद्र धांगेकर ने इस मामले को उठाया और अपराधियों को जनता के सामने लाया। अपराधी को बेनकाब किया। महाविकास आघाड़ी के रूप में हम सभी उनके साथ हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों द्वारा बिल्डर विशाल अग्रवाल और उनके परिवार को बचाने के लिए सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि इस दुर्घटना मामले में स्थानीय विधायक सुनील टिंगरे और ससून अस्पताल के फॉरेंसिक विभाग के सभी कर्मचारियों को शामिल किया गया। शिंदे, फडणवीस, अजीत पवार एक अपराधी को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। शराब पीकर दो हत्याएं करनेवाले को बचाने के लिए उन्होंने सरकारी मशीनरी का किस तरह इस्तेमाल किया, यह अब सामने आ रहा है। इसमें विधायक धंगेकर की बड़ी हिस्सेदारी है। इसके लिए उन्होंने कई दिनों तक लड़ाई लड़ी और इस मामले को सामने लाया, यह कहते हुए धंगेकर की प्रशंसा की।

२७ कैमरों से मोदी का खुला प्रचार!
इन दिनों हिंदुस्थान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कन्याकुमारी में ध्यान-मग्न का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस पर राऊत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोलते हुए इसे २७ वैâमरों द्वारा प्रधानमंत्री के प्रचार का नाम दिया है, वहीं उन्होंने दृढ़ विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन ही लोकसभा चुनाव जीतेगा। आगे राऊत ने कहा कि एकनाथ शिंदे, अजीत पवार भारी मात्रा में धन बांटने के बाद भी महाराष्ट्र में सफल नहीं होंगे। इस देश में सच बोलने पर या तो कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ता है या फिर जेल भेज दिया जाता है, लेकिन ४ जून के बाद चक्र उल्टा हो जाएगा। हम चिंतित नहीं हैं और हम डरते भी नहीं, ऐसा भी संजय राऊत ने कहा। मैं ‘सामना’ में जो कुछ भी लिखता हूं, चाहे वह अग्रलेख हो या रोख-ठोक, उसका आधार सत्य होता है। महायुति में तोड़-फोड़ का खेल खेला गया। यह उनका आंतरिक मामला है। हमारी लड़ाई भारतीय जनता पार्टी के विरुद्ध थी, वहीं हम भारतीय जनता पार्टी को हरा रहे हैं, ऐसा विश्वास भी उन्होंने जताया।

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