मुख्यपृष्ठटॉप समाचारमोदी सरकार बेपरवाह...पाकपरस्त तुर्किए की हिंदुस्थान में घुसपैठ!..पडघा में मिले आइसिस सेल...

मोदी सरकार बेपरवाह…पाकपरस्त तुर्किए की हिंदुस्थान में घुसपैठ!..पडघा में मिले आइसिस सेल से जुड़े नाम

सामना संवाददाता / मुंबई

पडघा में एटीएस द्वारा की गई छापेमारी और १५ लोगों को हिरासत में लिए जाने के बाद हैरान कर देनेवाली जानकारी सामने आई है। हिरासत में लिए गए लोगों के घरों की तलाशी के दौरान जो कागजात हाथ लगे हैं, उनसे यह जानकारी मिली है कि पडघा के कुछ युवाओं ने तुर्किए के चक्कर लगाए थे। इस तरह की जानकारी मिलने के बाद एटीएस के कान खड़े हो गए हैं और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि युवाओं का तुर्किए जाने का मकसद क्या था? तुर्किए आइसिस का गढ़ है। ऐसे में पुलिस सूत्रों का मानना है कि पडघा में आइसिस का स्लीपर सेल सक्रिय है।
बता दें कि तुर्किए में आइसिस संगठन काफी सक्रिय है। इसी लिहाज से पुलिस को शक है कि तुर्किए गए युवाओं का कहीं आइसिस से कोई कनेक्शन तो नहीं?
देश के खिलाफ काम
जांच एजेंसियों को शक है कि पडघा स्थित बोरीवली के रहनेवाले साकिब नाचन की ओर से एक संगठित स्लीपर सेल तैयार किया गया था, जिसका उद्देश्य भारत के खिलाफ काम करना था। यह स्लीपर सेल मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी विचारधाराओं से प्रभावित कर भड़काने का काम कर रहा था।
गिरफ्त में रियल इस्टेट एजेंट
तीन दिन पहले ही एटीएस की २० टीमों में शामिल २५० से ज्यादा पुलिसकर्मियों ने पडघा में छापेमारी की थी। छापेमारी में साकिब नाचन के अलावा ६० वर्षीय फराक जुबेर को भी हिरासत में लिया गया है। फराक जुबेर रियल इस्टेट के एजेंट का काम करता है। उन पर प्रतिबंधित इस्लामिक संगठन सिमी के सदस्य होने का आरोप है।
हाल ही में खुफिया जानकारी के आधार पर पडघा में एटीएस ने छापा मारकर कई संदिग्धों को हिरासत में लिया है। जांच एजेंसियों को यह भी शक है कि पडघा में एक स्वतंत्र शरिया प्रशासनिक ढांचा तैयार किया गया था, जिसमें १०० से ज्यादा मुस्लिम युवाओं को शामिल किया गया था। इसके अलावा यह भी संदेह है कि एक स्वतंत्र सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म भी तैयार किया गया था, जिसके माध्यम से ये युवक विदेशी आतंकी संगठन के संपर्क में थे। इस कार्रवाई में कुल १९ मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं। फोन की जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा गया है। जांच एजेंसियां सभी फोन और सोशल मीडिया ऐप्स की गहराई से जांच करने में जुट गई हैं। साथ ही पडघा के क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है और संबंधित युवकों का बैकग्राउंड खंगाला जा रहा है।
पडघा में बनाया स्वतंत्र शरिया प्रशासनिक ढांचा!
हाल ही में खुफिया जानकारी के आधार पर पडघा में एटीएस ने छापा मारकर कई संदिग्धों को हिरासत में लिया है। जांच एजेंसियों को यह भी शक है कि पडघा में एक स्वतंत्र शरिया प्रशासनिक ढांचा तैयार किया गया था, जिसमें १०० से ज्यादा मुस्लिम युवाओं को शामिल किया गया था। इसके अलावा यह भी संदेह है कि एक स्वतंत्र सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म भी तैयार किया गया था, जिसके माध्यम से ये युवक विदेशी आतंकी संगठन के संपर्क में थे। इस कार्रवाई में कुल १९ मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं। फोन की जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा गया है। जांच एजेंसियां सभी फोन और सोशल मीडिया ऐप्स की गहराई से जांच करने में जुट गई हैं। साथ ही पडघा के क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है और संबंधित युवकों का बैकग्राउंड खंगाला जा रहा है।
क्या आरोप लगाए?
दूसरी ओर गिरफ्तार किए गए लोगों के परिवार ने वकील के जरिए यह मालूम करने की कोशिश की है कि जांच एजेंसी ने आखिर १५ युवकों के खिलाफ क्या आरोप लगाए हैं? उन्होंने यह भी कहा है कि हिरासत में लिए गए युवकों में से कोई भी अवैध गतिविधि में शामिल नहीं था। आतंकवाद तो दूर की बात है।

 

अन्य समाचार

भजन