मानसून से पहले काम पूरा करना चुनौती!
सामना संवाददाता / मुंबई
शहर में मनपा सड़क के सीमेंटीकरण का काम करती नजर आ रही है। मानसून से पहले यानी ३१ मई तक मनपा ने दावा किया है कि सड़क के सीमेंटीकरण का कार्य पूरा हो जाएगा, लेकिन अनावश्यक खुदाई से मुंबईकर मनपा से चिढ़े हुए नजर आ रहे हैं। लोगों का आरोप है कि मनपा के काम में सुस्ती है और कुछ सड़कों को बेवजह खोदा गया है।
बता दें कि अनावश्यक खुदाई के चलते मुंबईकरों को ट्रैफिक जाम, धूल व अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। पाली हिल के ऑक्जिलियम कॉन्वेंट सड़क के कांक्रीटीकरण का काम करने का निर्णय लिया गया था। वहां के रहिवासियों ने बताया कि सड़क की स्थिति बेहतर है, ऐसे में सड़क खोदने से वहां रह रहे लोगों की परेशानी बढ़ सकती है। रहिवासियों ने बताया कि यह सड़क छोटी व संकरी है इसलिए ज्यादा ट्रैफिक नहीं होता है। इसके अलावा, इस सड़क के किनारे पूर्ण विकसित पेड़ भी हैं। कॉन्क्रीटिंग कार्य के दौरान वे क्षतिग्रस्त हो सकते हैं। इस सड़क के अंत में बालिकाओं के लिए प्राथमिक विद्यालय है और अगर सड़क का काम शुरू होता है तो उन्हें आने-जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। वहीं कोलाबा के रहिवासियों ने भी मनपा की धीमी कार्य गति पर सवाल उठाया है और सड़क का काम जल्दी पूरा करने के लिए कहा है। मनपा के मुताबिक, सड़क कॉन्क्रीटीकरण के कार्य तेजी से चल रहे हैं। इसके अंतर्गत पश्चिमी उपनगर में चरण १ और २ को मिलाकर कुल १,१७३ सड़कों (कुल लंबाई ४३३ किलोमीटर) का कॉन्क्रीटीकरण कार्य प्रगति पर है। इनमें से पहले चरण में २६० और दूसरे चरण में ४९६ सड़कों का कार्य प्रगति पर है। कॉन्क्रीटीकरण कार्य के लिए ठेकेदारों ने काशीमीरा और कुर्ला में ‘रेडी मिक्स कॉन्क्रीट प्लांट’ स्थापित किए हैं, जहां से तैयार माल निर्माण स्थलों पर पहुंचाया जाता है। इस माल की गुणवत्ता जांच के लिए क्यूब टेस्ट, स्लंप टेस्ट, बार टेस्ट आदि तकनीकी परीक्षण किए गए। मनपा आयुक्त भूषण गगरानी ने ठेकेदारों को अल्टीमेटम दिया है कि सड़क सीमेंटीकरण का कार्य ३१ मई से पहले किया जाना चाहिए। इसके अलावा कोई भी ऐसी सड़कों को हाथ नहीं लगाना चाहिए, जिसका कार्य मानसून के पहले पूरा न हो सके।