कुल जल भंडारण ९ फीसदी पर आया
सामना संवाददाता / मुंबई
भीषण गर्मी से जहां मुंबईवासी परेशान हैं, वहीं मुंबई को पानी की आपूर्ति करने वाले जलाशयों में भी पानी खत्म हो रहा है। वर्तमान में सभी सात जल आपूर्ति झीलों में १,४०,२०२ मिलियन लीटर या केवल ९ प्रतिशत पानी बचा है। ऐसे में हर साल की तरह इस बार भी जून का महीना सूखा रहने पर मुंबई में ‘जल संकट’ पैदा होने की संभावना है, इसलिए मुंबई मनपा ने मुंबई में पानी में १० फीसदी की कटौती करने का पैâसला किया है। मुंबई मनपा प्रशासन ने कल स्पष्ट किया है कि ३० मई से ५ प्रतिशत और ५ जून से १० प्रतिशत पानी की कटौती लागू की जाएगी।
मुंबई को सात झीलों अपर वैतरणा, मोदक सागर, तानसा, मध्य वैतरणा, भातसा, विहार और तुलसी से प्रतिदिन ३,८५० मिलियन लीटर पानी की आपूर्ति की जाती है। पूरे वर्ष जल भंडारण बनाए रखने के लिए मुंबई को १ अक्टूबर को १४,४७,३६३ मिलियन लीटर पानी की आवश्यकता होती है। इसके अनुसार वर्ष भर की जलापूर्ति की योजना बनाई जाती है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से मानसून की सक्रियता में देरी के कारण झील का जलस्तर गिरता जा रहा है। इससे पानी १० से २० प्रतिशत तक कम हो जाता है। २०२२ में मानसून १७ अक्टूबर तक बरसा, लेकिन इस साल २९ सितंबर को बारिश बंद हो गई। इस कारण इस वर्ष ५ से ७ फीसदी अतिरिक्त पानी नहीं मिल पा रहा है, लेकिन १ अक्टूबर से पानी का उपयोग जारी रहा। इसके चलते मनपा प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इस साल पानी की कमी है। पानी की कमी के चलते मनपा प्रशासन ने भी मुंबईकरों से पानी का संयम से इस्तेमाल करने की अपील की है।
आरक्षित कोटा बचाया गया
– इस साल पानी का भंडार खत्म होने के कारण मनपा ने सरकार से अपर वैतरणा बांध से ९३ हजार ५०० मिलियन लीटर और भातसा बांध से १ लाख ३७ हजार लीटर रिजर्व पानी की मांग की थी। चूंकि इसे राज्य सरकार ने मंजूरी दे दी है, मुंबई की जल आपूर्ति वर्तमान में रिजर्व कोटा पर निर्भर है।
सिर्फ एक माह का जल भंडारण बचा है
– वर्तमान में उपलब्ध १,४०,२०२ मिलियन लीटर पानी ३,८५० मिलियन लीटर की दैनिक आपूर्ति को देखते हुए अगले ३६ दिनों यानी एक से डेढ़ महीने के लिए पर्याप्त है। पिछले साल की तुलना में इस साल छह फीसदी कम है।
उपलब्ध जल भंडारण (मिलियन लीटर में)
मोदक सागर – २२,८७७
तानसा – ४१,४७८
मध्य वैतरणा – २१,९४८
भातसा – ४५,०२४
विहार – ६४३८
तुलसी – २४३७