सूफी खान
मिडिल ईस्ट में हालात विस्फोटक हो गए हैं। इजरायल और ईरान लगातार एक-दूसरे पर हमले कर रहे हैं, दोनों ही तरफ भारी नुकसान की खबरें भी आ रही हैं। गुस्से में ईरान बेकाबू हो गया है। इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फिर से ये दावा किया है वो ये युद्ध रुकवा सकते हैं। राष्ट्रपति ट्रंप ने शनिवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत के बाद ईरान-इजरायल के बीच सीजफायर को लेकर बड़ा दावा कर दिया। ट्रंप ने कहा कि इजरायल और ईरान के बीच युद्ध को खत्म होना चाहिए।
ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल अकाउंट पर लिखा, `पुतिन को लगता है और मैं भी यह चाहता हूं कि इजरायल-ईरान में यह युद्ध खत्म होना चाहिए, जिसके बारे में मैंने समझाया भी है, हम ईरान और इजरायल के बीच आसानी से डील कराकर इस खूनी संघर्ष को खत्म कर सकते हैं।’ इजरायल और ईरान के बीच जारी संघर्ष के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि ईरान पर हुए ताजा इजरायली हमलों में अमेरिका की कोई भूमिका नहीं थी। हालांकि, उन्होंने ईरान को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि अगर ईरान ने अमेरिका पर हमला किया तो अमेरिकी सैनिक पूरी ताकत से उस पर टूट पड़ेंगे। यह कार्रवाई ऐसी होगी, जिसके बारे में ईरान ने कभी सोचा नहीं होगा। ईरान ने साफ-साफ कह दिया है कि पहले इजरायल हमले रोके फिर हम रोकेंगे। अमेरिका भले ही जंग रुकवा देने का दावा कर रहा हो लेकिन देखा जाए तो ये जंग अब दो चार दिन नहीं बल्कि कई हफ्तों की लग रही है।
क्या अरब देश `गद्दारी’ पर उतर आए हैं?
ये भी सच है कि मुस्लिम और अरब वर्ल्ड में ईरान एकदम तन्हा है। मुस्लिम देश कह रहे हैं कि हम ईरान के साथ खड़े हैं, लेकिन मीडिया रिपोर्ट बता रही हैं कि ईरान पर हमले के लिए इजरायल सऊदी अरब, इराक और जॉर्डन का एयरस्पेस इस्तेमाल कर रहा है। ईरान की मिसाइलों को यूएई, इराक और जॉर्डन से इंटरसेप्ट किया जा रहा है और तो और पाकिस्तान के रास्ते इजरायली खुफिया ड्रोन ईरान पर हमले पर सटीक जानकारी हासिल कर रहे हैं। पाकिस्तान पीठ पीछे इजरायल खुफिया ड्रोन को अपना एयरस्पेस दे रहा है ईरान पर हमले की जानकारी जुटाने के लिए।