-मोटरसाइकिल पर लादकर परिजन ले गए घर
-एक दिन पहले एमपी से भी आई थी ऐसी खबर
`शव को जब मोटरसाइकिल से घर लाया जा रहा था तभी किसी ने मोबाइल से वीडियो बना लिया वही अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो को देखकर हर कोई हैरान है और सरकार के दावों पर सवाल उठा रहे हैं।’
मानवता को शर्मसार करने वाला मामला एक मामला पश्चिम चंपारण जिले के बेतिया से देखने को मिला, जहां मरने के बाद ६० साल के व्यक्ति को शव वाहन तक नसीब नहीं हुआ। ऐसे में परिजन डेड बॉडी को मोटरसाइकिल पर लादकर घर ले गए, जिसके बाद शव का दाह संस्कार किया गया। बिहार में बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था का दावा आए दिन सरकार करती है, लेकिन इसकी यहां सभी व्यवस्था कागज पर ही दिखाई पड़ती है। दरअसल, सुव्यवस्था का दावा करनेवाले बिहार के सीएम नीतीश कुमार सरकार दावे और वादे दोनों ही झूठे साबित हो चुके हैं। इस वीडियो को देखने के बाद अब लोग बिहार की डबल इंजिन सरकार पर सवाल उठा रहे हैं।
गौरतलब है कि अस्पताल से शव को घर ले जाने के लिए निजी वाहन, शव वाहन या एंबुलेंस के द्वारा ले जाया जाता है, लेकिन एक परिवार पर उस समय दु:खों का पहाड़ टूट पड़ा जब उनके परिवार के एक बुजुर्ग की मौत के बाद शव को घर ले जाने के लिए अस्पताल ने एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराई, जिससे बुजुर्ग के शव को परिजन मोटरसाइकिल से घर लाया गया। जिसका वीडियो वायरल होने के बाद अब लोग सरकार के दावों पर सवाल उठा रहे हैं।