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तीन बार दी गई थी नोटिस … रेलवे पुलिस कातिल है! …मिलीभगत से लगाई गई थी अवैध विशाल होर्डिंग

मनपा के पत्र पर नहीं की कोई कार्रवाई
अनुमति से नौ गुनी बड़ी बनाई थी होर्डिंग
रामदिनेश यादव / मुंबई
सोमवार को घाटकोपर में जो होर्डिंग गिरी, वह रेलवे पुलिस की मिलीभगत से लगाई गई थी। मनपा ने उस अवैध होर्डिंग को हटाने के लिए रेलवे को तीन बार पत्र लिखा था, पर रेलवे पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। बताया जाता है कि रेलवे पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी की इस मामले में संलिप्तता है और उनके ही इशारे पर इस १० साल के लिए इस अवैध होर्डिंग को अनुमति दी गई थी, जिसने १४ लोगों की जान ले ली।
बता दें कि सोमवार की आंधी में ध्वस्त हुई विशाल होर्डिंग देश की सबसे बड़ी होर्डिंग थी। भले वह अवैध रूप से नियमों की अनदेखी कर बनाई गई थी, लेकिन उसका विशाल आकार लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज था। इसे आगे गिनीज बुक में दर्ज कराने की योजना थी। इसीलिए इसके मालिक ने चार अलग-अलग होर्डिंग की अनुमति लेकर एक ही विशाल होर्डिंग बना डाली थी। उसे मनपा ने ४० बाई ४० फीट की होर्डिंग लगाने की अनुमति दी थी, जिसका आकार १,६०० वर्गफीट होना था, लेकिन उसने तो १३० बाई १३० फीट से भी बड़ी होर्डिंग बना दी। जो लगभग १७,०४० वर्गफीट की थी। यह अनुमति से ९ गुना बड़ी होर्डिंग थी। इससे पहले बांद्रा में सबसे बड़ी १२० बाई १२२ फीट की होर्डिंग बनी थी। बांद्रा वाली होर्डिंग को एशिया की सबसे बड़ी होर्डिंग माना जाता था। वह उससे बड़ी होर्डिंग बनाकर रिकॉर्ड अपने नाम करना चाहता था। उसने घाटकोपर हाइवे के पास रेलवे की जमीन में यह होर्डिंग तो बना ली थी, लेकिन उसकी सुरक्षा मानकों का ध्यान नहीं रखा। इसके बाद मनपा उसे होर्डिंग हटाने के लिए ३ बार नोटिस दे चुकी थी। मनपा ने रेलवे पुलिस को भी पत्र लिखकर इस पर कार्रवाई के लिए सुझाव दिया था। उसका सपना बड़ा था, होर्डिंग के लिए नियमों को उसने पहली बार नहीं तोड़ा था, इससे पहले उसके खिलाफ रेप सहित लगभग २२ अलग-अलग शिकायत के मामले दर्ज थे। इस होर्डिंग को लेकर भी उसे कई बार नोटिस भेजी गई थी, लेकिन वह बार-बार बचा रही थी।
बुरी फंसी रेलवे
जिस स्थान पर होर्डिंग लगाई गई थी, वह जगह रेलवे पुलिस की है। रेलवे पुलिस ने अवैध और विशाल होर्डिंग लगाने की अनुमति दी थी। बताया जाता है कि इस गैरकानूनी कृत्य के पीछे रेलवे पुलिस का एक बड़ा अधिकारी है। उसने सारे नियमों को ताक पर रखकर इगो मीडिया प्राइवेट लिमिटेड को १० साल के लिए होर्डिंग्स लगाने की इजाजत दे दी थी। बांद्रा हाइवे पर १२० बाई १२२ वर्गफीट का बड़ा होर्डिंग बना है, जिसे बनाने के लिए ७०० टन लोहे का इस्तेमाल हुआ है और ३० हजार घंटे काम चला है। इसे मनपा के नियमों के अनुसार बताया जाता है।

मनपा का कहना है
हादसे के बाद मनपा ने एक बयान जारी कर स्पष्ट किया कि वह होर्डिंग बिना उसकी अनुमति लगाई गई थी। पंत नगर में ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर पेट्रोल पंप के पास रेलवे की जमीन पर लगा वह होर्डिंग अवैध था।

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