सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई में पिछले चार वर्षों में ब्लड बैंकों में रक्त की बर्बादी में ५० फीसदी की कमी आई है। आंकड़ों के अनुसार, बीते दस सालों में ४९,९७१ यूनिट खून की बर्बादी हुई है। हालांकि, बीते छह महीनों में केवल १,७९८ यूनिट ही खून बर्बाद हुआ है। इस तरह की जानकारी राज्य रक्त आधान परिषद द्वारा सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी में दी गई है। इसमें यह भी खुलासा हुआ है कि पिछले कई सालों से ब्लड बैंकों से राज्य रक्त आधान परिषद का समन्वय बेहतर हुआ है। इस कारण हर साल खून की बर्बादी कम हो रही है। फिलहाल, एक अधिकारी ने कहा है कि परिषद को सभी रक्त बैंकों पर नजर रखने और यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि हर साल रक्त की बर्बादी कम हो। एसबीटीसी का ओर से खून की हो रही बर्बादी को रोकने के लिए ब्लड बैंकों को सख्त दिशा-निर्देश जारी किए गए थे, जिस कारण इसके आंकड़ों में कमी आती जा रही है। इसके साथ ही ब्लड बैंकों के बीच समन्वय बेहतर हो रहा है और जिसके पास ज्यादा खून होता है, वे दूसरे ब्लड बैंकों को संपर्क करके पूछता है कि क्या उन्हें खून चाहिए। इसके अलावा रक्तदान शिविर भी आयोजित किए जा रहे हैं।