सामना संवाददाता / देहरादून
प्रेमावतार, युगदृष्टा, श्री हरि कृपा पीठाधीश्वर एवं विश्व विख्यात संत स्वामी हरि चैतन्य पुरी जी महाराज ने आज उत्तराखंड के करणपुर के गढीनेगी में ए.एन. झा इंटर कॉलेज में उपस्थित भक्त समुदाय को सम्बोधित करते हुए कहा कि हम विश्व बंधुत्व व विश्व के कल्याण की भावना रखते हैं, परंतु उससे पूर्व अपनी जन्मभूमि इस भारत मां की समृद्धि व खुशहाली की कामना करते हैं। हम अपने प्रति दूसरों के द्वारा किए अपराधों को क्षमा कर सकते हैं, परंतु अपनी भारत मां के प्रति, मानवता के प्रति किए अपराधों को कदापि क्षमा नहीं कर सकते।
उन्होंने कहा कि समस्त विश्व संभावित भयानक युद्घ के यंत्रणा काल से गुजर रहा है। ऐसे में हम सभी राष्ट्रवासियों को समस्त प्रकार की संकीर्णताओं व मतभेदों को त्यागकर आपसी प्रेम, एकता व सद्भाव को बनाए रखना है। राष्ट्र व समाज को विभिन्न आधारों पर तोड़ने व बांटने की नीच कुत्सित व घृणित साजिशों को सफल नहीं होने देना है। हम सभी को आत्मअन्वेषण करना चाहिए कि राष्ट्र के उत्थान, विकास के लिए, आजादी को बरकरार रखने व शांति का साम्राज्य स्थापित करने में हमारा क्या योगदान है? हम सभी राष्ट्रवासी ऐसा संकल्प लें कि शहीदों की कुर्बानियों को व्यर्थ न जाने दें। आज हर कोई अपने-अपने अधिकार के लिए तो बहुत जागरूक है। हमारा कोई विरोध नहीं, परंतु हमारा कोई कर्तव्य भी है। परिवार, क्षेत्र, राष्ट्र और समाज के लिए उसे भी पहुंचाने व पालन करें।
उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण विश्व आज युद्ध की संभावनाओं के यंत्रणा काल से गुजर रहा है। हम सभी समस्त प्रकार की संकीर्णताओं और मतभेदों को त्यागकर आपसी प्रेम एकता सद्भाव व सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखें। विश्व शांति के अग्रदूत हमारे प्यारे भारत वर्ष में आज अशांति दुर्भाग्यपूर्ण व चिंता का विषय है। हम अशांति के घटक न बनें, शांति का साम्राज्य स्थापित करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें। यहां शांति होगी व यहीं से एक बार फिर से शांति का संदेश सारी दुनिया में भारत की पवित्र धरा से ही पहुंचेगा।
जगद्गुरु रहा है हमारा प्यारा भारत। आज कमियां भारत में नहीं, हम भारतवासियों में आयी है। विचारपूर्वक उन्हें दूर करें, भारत फिर से जगद्गुरु के पद पर प्रतिष्ठापित होगा। पड़ोसी राष्ट्र को उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि पाक को अपने नापाक़ इरादे बदलने चाहिए। भारत को आतंक के साये में पिछले कई दशक से अघोषित युद्ध की स्थिति में झोंक रखा है। आए दिन होने वाली घुसपैठ, आतंकवादी हमले, आतंकवादी ट्रेनिंग कैंप चलाकर सैनिकों के साथ बर्बरतापूर्ण व्यवहार करके अमानवीयता की सारी हदें तोड़ रखी हैं। इन नापाक़ हरकतों से बाज आएं, वरना हमेशा की तरह मुंह की खानी पड़ेगी। चीन को भी आगाह करते हुए कहा है कि यह भारत वर्ष तब का भारत वर्ष नहीं, आज हमारी सैन्य शक्ति दुनिया में बहुत मजबूत है। हमने कभी युद्ध नहीं चाहा, हम पर हमेशा युद्ध थोपे गए। भारत सर्वे भवंतु सुखिनः व विश्व बंधुत्व का भाव रखता है। पृथ्वी ही नहीं, संपूर्ण ब्रह्माण्ड में शांति चाहता है।
भारत जैसे पवित्र राष्ट्र में जहां श्रीराम, श्रीकृष्ण जैसे अवतारों ने गाय की सेवा व पूजा करके महिमा प्रतिष्ठापित की हो, वहां गायों की दुर्दशा व गौ हत्या शर्मनाक है, जिस पर पूर्ण प्रतिबंध लगना चाहिए। जिस देश में वर्ष में दो बार नवरात्रि व विभिन्न मांगलिक अवसरों पर कन्या पूजन किया जाता हो, वहां कन्या भ्रूण हत्या जैसा जघन्य अपराध निंदनीय व शर्मनाक है। घटता हुआ लिंग अनुपात भविष्य के लिए चिंता का विषय है व कन्या भ्रूण हत्या के विरुद्ध कठोर कानून बनने चाहिए तथा समाज में जागृति पैदा करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आज लोग अधिकारों के लिए जागरूक हुए हैं, जो अच्छी बात है, लेकिन राष्ट्र व समाज के लिए अपने कर्तव्यों को भी पहचानें व पालन करें तो और भी अच्छा होगा। समाज की विभिन्न जटिलतम समस्याओं का राजनीतिकरण न करके आपसी प्रेम मेलजोल व सौहार्दपूर्ण वातावरण में सुलझाने का प्रयास करें। कथा प्रवचन, योग, आयुर्वेद, चिकित्सा व शिक्षा आदि का व्यवसायीकरण दुखद है। धर्म के अनुष्ठान (कथा, प्रवचन, यज्ञ, तीर्थयात्रा आदि) तो बढे़ हैं, लेकिन आचरण अपेक्षाकृत उतना नहीं बढा़। जबकि धर्म मात्र अनुष्ठान का नहीं, अपितु आचरण का विषय है।
महाराज श्री के दर्शनार्थ व दिव्य प्रवचनों को सुनने के लिए स्थानीय, क्षेत्रीय व दूर दराज से काफी संख्या में भक्तजन पहुंचे। अपने धाराप्रवाह प्रवचनों से उन्होंने सभी भक्तों को मंत्रमुग्ध व भाव विभोर कर दिया। सारा वातावरण भक्तिमय हो उठा व ”श्रीगुरु महाराज”, “कामां के कन्हैया” व “लाठी वाले भैय्या“ की जय जयकार से गूंज उठा।
श्री हरि कृपा सेवा समिति के कार्यकर्ताओं ने श्री महाराज जी का 63 किलो की गुलाब के फूलों की माला पहनाकर स्वागत किया। कार्यक्रम के दौरान मौसम सुहावना बना रहा। सुप्रसिद्ध भजन गायक टेक चंद शर्मा, नानक चंद शर्मा, गोविंद सैनी व पप्पू लहरी ने गुरू महिमा की सुंदर प्रस्तुतियां दीं। सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए। कार्यक्रम के बाद विशाल भण्डारे का भी आयोजन हुआ, जिसमें हज़ारों भक्तों ने प्रसाद ग्रहण कर पुण्य लाभ अर्जित किया। 9 जून से रोज 2 बजे से 4 बजे तक मेडिकल कैंप भी लगाया गया।
कल 65वां श्री हरि प्राकट्योत्सव विश्व में 360 से भी अधिक स्थानों पर धूमधाम से श्रद्धा पूर्वक मनाया गया। सभी ने बधाई गाते हुए, नाचते हुए कार्यक्रम की शोभा बढ़ायी। संपूर्णं कार्यक्रम का सीधा प्रसारण यूट्यूब पर श्री हरि कृपा आश्रम व अन्य चैनलों पर किया गया। शासन और प्रशासन ने भी पूरी व्यवस्था की।
परम पूज्य श्री महाराज जी के पावन अवतरण दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित विशाल व भव्य शौर्य सम्मान समारोह व विराट धर्म सम्मेलन में हरि भक्तों की अपार भीड़ उमड़ी। सम्पूर्ण कार्यक्रम में एक लाख से अधिक श्रद्धालु उपस्थित हुए। इस बीच अनेक पूर्व मुख्यमंत्री, अनेक मंत्री, पूर्व मंत्री, अनेक सांसद व विधायक, पूर्व सांसद व विधायक, भाजपा व कांग्रेस के बड़ी संख्या में प्रमुख राजनेता, अनेक न्यायाधीश व अधिकारी व क्षेत्र के गणमान्य लोग श्री महाराज जी से आशीर्वाद लेने पहुंचे। आज भी विशाल भक्तों की भीड़ के साथ पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक, पूर्व मंत्री ज्योति शाह, पूर्व मंत्री दुर्गापाल, विधायक आदेश चौहान, पूर्व विधायक डॉ. शैलेंद्र मोहन सिंघल, पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल, विधायक त्रिलोक चीमा, विधायक दीवान बिष्ट, ज़िलाध्यक्ष मनोज पाल, जिला प्रभारी शिवप्रसाद काला, मेयर दीपक बाली, पूर्व मेयर ऊषा चौधरी, पूर्व चेयरमैन भगीरथ चौधरी, बद्री केदार मंदिर मंदिर समिति अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी, गुरविंदर चंदोक, आशीष गुप्ता, कश्मीर सिंह, पंकज छाबड़ा, राज गुम्बर इत्यादि भी उपस्थित रहे। अनेक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार, शहीद परिवार, बड़ी संख्या में सैन्य अधिकारी व पूर्व सैनिक, अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी गगन पासवान, अविनीश सुधा, देश व विश्व के अनेक सुप्रसिद्ध डॉक्टर, बड़ी संख्या में पत्रकार भी उपस्थित रहे। निःशुल्क चिकित्सा शिविर में बड़ी संख्या में लोगों ने लाभ उठाया। सुप्रसिद्ध भजन गायकों के भजन, कलाकारों व बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने सभी को भाव विभोर कर दिया।
महाराज जी के जन्मोत्सव के उपलक्ष में प्रधानमंत्री, महामहिम राष्ट्रपति, अनेक राज्यों के मुख्यमंत्री व राज्यपालों, देश के प्रसिद्ध संतों की शुभकामनाएं व बधाई संदेश प्राप्त हो रहे हैं।
श्री हरि चैतन्य महाप्रभु के अवतरण “दिवस पर लगाया एक निःशुल्क मैडिकल कैंप।
हजारों लोगों ने विश्व प्रसिद्ध डॉक्टर संजय हिलाले के परामर्श का उठाया लाभ
विश्व प्रसिद्ध संत प्रेमावतार, युगदृष्टा, श्री हरि कृपा पीठाधीश्वर स्वामी श्री हरि चैतन्य पुरी जी महाराज के 66वें प्राकट्योत्सव के उपलक्ष में आयोजित विराट धर्म सम्मेलन में जहां देश-विदेश के लाखों श्रद्धालु पहुंचे, वहां सुसंदेश फाउंडेशन के सौजन्य से विशाल निःशुल्क ई.एन.टी, मेडिकल कैंप लगाया गया, जिसमें मुंबई के सुप्रसिद्ध डॉक्टर संजय हिलाले व उनके सहयोगी डॉक्टरों की टीम ने हजारों रोगियों की निःशुल्क जांच करके परामर्श व बड़ी संख्या में रोगियों को दवाई भी वितरित की। निःशुल्क मैडिकल कैंप का उद्घाटन परम पूज्य स्वामी श्री हरि चैतन्य महाप्रभु के द्वारा फीता काटकर मंत्रोच्चारण के साथ किया गया।
उल्लेखनीय है कि सुसंदेश फाउंडेशन के द्वारा समाज सेवा के विभिन्न प्रकल्पों को स्वामी श्री हरि चैतन्य महाप्रभु के संदेश के प्रचार प्रसार व निःशुल्क मेडिकल कैंपों के माध्यम से एक महान प्रयास करके असंख्य लोगों को लाभान्वित किया जा रहा है।