सुल्तानपुर में बेपर्दा हुआ भूमाफियाओं का ‘अंडरवर्ल्ड’!

•भाजपा विधायक ने सुनाया सिटी कोतवाल को फरमान- भूमाफिया नेटवर्क क्रैश कर प्रत्येक संदिग्ध को करिये अरेस्ट

•आप सांसद संजय सिंह व सपा प्रवक्ता अनूप संडा ने उठाए गंभीर सवाल
•नरेश माहेश्वरी सुसाइड केस से सुल्तानपुर शहर स्तब्ध

विक्रम सिंह/सुल्तानपुर
यूपी के सुल्तानपुर में भूमाफियाओं के ‘अंडरवर्ल्ड’ के झांसे में आकर करीब साढ़े छह करोड़ रुपये गंवाकर खुदकुशी को मजबूर होने वाले युवा व्यवसायी नरेश माहेश्वरी सुसाइड केस ने शहरवासियों को स्तब्ध कर दिया है। आठ दिन बीत चुके हैं। पुलिस एक भी आरोपी को नहीं पकड़ सकी है। पक्ष-विपक्ष समेत सभी राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों ने पुलिस-प्रशासन से शहर में फैल रहे भूमाफियाओं के नेक्सस को ध्वस्त कर आरोपियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की मांग की है।
बता दें कि सुल्तानपुर शहर के दरियापुर स्थित स्नेहश्री अपार्टमेंट के निवासी युवा व्यवसायी नरेश माहेश्वरी करीब ढाई वर्षों से सुल्तानपुर के चौक इलाके से संचालित किए जा रहे भूमाफियाओं के ‘अंडरवर्ल्ड’ के झांसे में आकर करीब साढ़े छह करोड़ रुपये इस नेटवर्क के एक ‘हैंडलर’ टिक्कू टोपी को निवेश के लिये दे दिए थे। उसे इस नेटवर्क से मात्र कुछ माह में मूल रकम से कई गुना ज्यादा पैसा लौटाने का वादा था। इसी लालच में नरेश ने अपने रिश्तेदारों-दोस्तों व ब्याज का रुपये बांटने का अवैध कारोबार करने वालों से उधार में पैसे भी ले लिये थे। लेकिन ढाई साल बीत गए, एक धेला भी भूमाफ़ियायों ने उसे वापस नहीं किया। नतीजतन मजबूर होकर गत ४ मार्च को ‘सुसाइड नोट’ लिखकर युवा व्यवसायी ने ट्रेन से कटकर जान दे दी। सुसाइड नोट के आधार पर भूमाफिया हैंडलर टिक्कू टोपी सहित पांच लोगों पर नगर पुलिस ने केस दर्ज किया। लेकिन इस घटना से भूमाफ़ियाओं के शहर में फैले जाल को बेपर्दा कर दिया। आप प्रवक्ता सांसद संजय सिंह, सपा राष्ट्रीय प्रवक्ता अनूप संडा, भाजपा एमएलए विनोद सिंह, एमएलसी शैलेन्द्र प्रताप सिंह के पुत्र डिंपल सिंह, बीजेपी नेता रूपेश सिंह आदि अनेक दलों के नेताओं ने पुलिस को घटना को अत्यंत गम्भीर बताते हुए पुलिस से ठोस एक्शन लेने की मांग की। गोमती मित्र मंडल, गौरक्षा वाहिनी व समस्त व्यापारिक-सामाजिक संगठन भी आंदोलित हो उठे। सोमवार की शाम पूर्व मंत्री व शहर विधायक विनोद सिंह ने शहर कोतवाल नारदमुनि से साफ शब्दों में कहा कि , भूमाफ़ियायों का पूरा नेक्सस ध्वस्त करिये। सभी अभियुक्तों को अरेस्ट करिये। जिससे दुबारा कोई व्यक्ति नरेश जैसा कदम उठाने को मजबूर न हो सके।

फ्रॉडगिरी कर दूसरे के नाम पर क्रेडिट कार्ड मंगवाने वाले दो साइबर फ्रॉड गिरफ्तार

दो आईफोन और रेंज रोवर गाडी हुई बरामद

उमेश गुप्ता/वाराणसी

बैंक की शिकायत पर वाराणसी कमिश्नरेट की साइबर थाने की पुलिस ने मास्टरमाइंड सहित दो साइबर फ्रॉडों को पकड़ा है। यह फ्रॉड अच्छे सिविल स्कोर वाले लोगों का डेटा चुराकर पैन कार्ड में कूटरचना कर फर्जी दस्तावेज तैयार कर ऑनलाइन केवाईसी कराकर लोन देने वाली कंपनियों से पैसे अपने खाते में मंगवा लेते थे। यह कूटरचित दस्तावेज से क्रेडिट कार्ड भी मंगवाकर ऑनलाइन शॉपिंग करते थे। दोनों ने मिलकर वाराणसी के कस्टमर से 34 लाख का फ्राड किया था। घटना का खुलासा डीसीपी क्राइम प्रमोद कुमार ने अपने कार्यालय में की। इनके पास से दो आईफोन और रेंज रोवर गाडी भी बरामद हुई है। डीसीपी ने बताया कि पुलिस से बचने के लिए यह बरामद चार पहिया वाहन में भी आगे और पीछे के नंबर में भिन्नता कर दी थी। डीसीपी ने गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम को 20000 हजार रुपये नगद पुरस्कार की घोषणा की है।

अमेरिकन एक्सप्रेश बैंकिंग के जूड रेजी फ्रैंकलिन ने बताया कि चांदपुर इंडस्ट्रियल स्टेट निवासी संदीप कुमार रमेश जैन अक्टूबर 2023 में क्रेडिट कार्ड बैंकिग कंपनी से बनवाया गया। जिसे  वर्ष 2023 में 16 अक्टूबर को संदीप कुमार रमेश जैन के पते पर भिजवाया गया। लेकिन क्रेडिट कार्ड उसे प्राप्त नही हुआ तथा 19 अक्टूबर 2023 को दुबारा क्रेडिट कार्ड भेजा गया। इस क्रेडिट कार्ड से संदीप कुमार रमेश जैन ने लगभग रु 30 लाख 50 हजार की खरीदारी की गयी। लेकिन संदीप कुमार जैन से पेमेन्ट के सम्बन्ध में स्थानीय एजेंट ने सम्पर्क किया तो उन्होंने बताया कि उसने कोई खरीदारी नही की है और न ही कोई कार्ड रिसीव किया है। जिसके बाद पुलिस ने केस पंजीकृत कर जाँच शुरु की।

डीसीपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान धूरी गेट(सिटी संगरूर) पंजाब निवासी हैप्पी सिंह जो इसका मास्टरमाइंड है और विकास नगर कालोनी (चांदपुर) वाराणसी निवासी सौरभ कुमार पटेल के रुप में हुई है। दोनों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि यह अपराधी 30 से 50 लाख रूपये तक क्रेडिट लिमिट मिलने वाले व्यक्तियों के नाम का मिलता जुलता नाम के व्यक्ति की तलाश करते है। जैसे ही व्यक्ति मिल जाता है उसके आधार कार्ड में पैन कार्ड के तरह नाम, पिता का नाम, जन्मतिथि बदलवाकर तथा पता चेंज करवाया जाता है और पैन कार्ड से मिलता-जुलता नाम के व्यक्ति का फोटो पैन कार्ड में फर्जी रूप से एडिट कर पैन कार्ड तैयार कर लिया जाता है. इसके बाद यह क्रेडिट कार्ड देने वाले ऐसे कंपनी का चुनाव करते है जो आनलाइन अप्लाई करवाकर, आनलाइन केवाईसी कराकर क्रेडिट कार्ड प्रोवाइड कराते है और आनलाइन अप्लाई करके आनलाइन केवाईसी करके पोस्ट से क्रेडिट कार्ड प्राप्त कर लेते है।

दोनों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि अमेरिकन एक्सप्रेस बैंकिग कम्पनी से चांदपुर लहरतारा इंडस्ट्रियल स्टेट के पास वाराणसी से अमरेकिन एक्सप्रेस प्लेटिनम कार्ड आनलाइन अप्लाई कराया किया गया व विडियो केवाईसी के लिए फोन आने पर सौरभ ने संदीप भारती को बुलाकर कुटरचित पैन कार्ड व आधार कार्ड दिखाकर आनलाइन विडियो केवाईसी कम्पलीट करा लिया और इस तरह से नाम-पते से क्रेडिट कार्ड सौरभ पटेल को प्राप्त हो गया. क्रेडिट कार्ड कार्ड के माध्यम से लगभग 30 लाख रूपये की खरीददारी किया गया और आदित्य कम्युनिकेशन जो मनी ट्रासफर का काम करता है उससे पैसा उसी के खाते में डलवाकर अपने लोगों के खाते में ट्रासफार कराकर पैसा निकाल लिया गया तथा कुछ पैसा कैश भी लिया गया और योजनाबद्ध तरीके से साइबर टेक्नोलाजी का प्रयोग करते हुए हैप्पी सिंह द्वारा सौरभ पटेल के साथ मिलकर फर्जी कूटरचित दस्तावेज का प्रयोग करते हुए व धोखे से दूसरे के पैन कार्ड पर क्रेडिट कार्ड को फर्जी तरीके से ई- केवाईसी/आनलाइन वेरीफिकेशन कराकर खुलवा लिए है और खातों व क्रेडिट कार्ड का नेट बैंकिंग यूजर आई.डी. पासवर्ड व विवरण आदि धोखे से लेकर लाखो रूपये का साइबर फ्राड कर लिया।

20 साल से उखड़ी पड़ी आधा दर्जन से अधिक सरकारी दफ्तरों वाली वीआईपी सड़क

दीपक तिवारी/विदिशा

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व वर्तमान में भारत सरकार के कैबिनेट मंत्री शिवराज सिंह चौहान के संसदीय क्षेत्र विदिशा शहर के आधा दर्जन से अधिक सरकारी दफ्तरों की एक वीआईपी सड़क 20 साल से उपेक्षा का शिकार है। जिसके चलते यहां 8 महीने धूल के गुबार उड़ते हैं तो बारिश में चार महीने कीचड़-पानी के कारण इस सड़क पर चलना दुश्वार हो जाता है। सड़क की लंबाई लगभग 400 मीटर होने के बावजूद इतने सालों में पक्की ना बन पाना आश्चर्यजनक है।

विदिशा शहर के बीच से निकले नेशनल हाईवे किनारे स्थित नाममात्र की लंबाई वाली इस सड़क पर सिविल लाइन थाना से लेकर जिला उपभोक्ता न्यायालय, ग्रामीण यांत्रिकी विभाग, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, किशोर न्यायालय, विधिक सहायता केंद्र, आत्मा परियोजना कार्यालय, वाणिज्यिक कर विभाग और आदिम जाति जैसे महत्वपूर्ण कार्यालय बने हुए हैं। इस कारण यहां रोजाना सैकड़ों लोगों का आना-जाना स्वाभाविक है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा 20 साल से इस सड़क की दुर्दशा पर ध्यान ना देना समझ से परे है। काबिले गौर यह है कि ग्रामीण यांत्रिकी विभाग जिले के गांवों को पक्की सड़क से जोड़कर ग्रामीणों को सुविधा प्रदान करता है, लेकिन उसका ही कार्यालय कई सालों से उबड़-खाबड़ सड़क पर चल रहा है। कुछ विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों ने बताया कि वे बीस साल से इस सड़क को इसी तरह बदहाली में देखते आ रहे हैं।

वसई विरार मनपा ने क्षय रोगियों के लिए चलाया सक्रिय क्षय रोग खोज अभियान

राधेश्याम सिंह

विरार। सरकार द्वारा दिए गए क्षय रोगियों के लक्ष्य को पूरा करने के लिए, “सक्रिय क्षय रोग खोज अभियान” के तहत प्रशिक्षित टीमें घर-घर जाकर संदिग्ध क्षय रोगियों की खोज शुरू करेंगी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा राज्य के सभी जिलों और महानगरपालिका क्षेत्रों में राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत 10 मार्च 2025 से 22 मार्च 2025 तक “सक्रिय क्षय रोग खोज अभियान” लागू करने के निर्देश जारी किए गए हैं। इस अभियान का उद्देश्य नए क्षय रोगियों को खोजना है क्योंकि कार्यक्रम के तहत क्षय रोगियों के पंजीकरण की दर पिछले कुछ समय से स्थिर या कम रही है। यह अभियान राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत वसई विरार शहर महानगरपालिका के अधिकार क्षेत्र के तहत औद्योगिक क्षेत्र में चलाया जा रहा है। वसई विरार शहर महानगरपालिका के अधिकार क्षेत्र में 10 दिनों के लिए सक्रिय क्षय रोग खोज अभियान लागू किया जाएगा। अभियान में भाग लेने वाले प्रत्येक व्यक्ति के सदस्यों का प्रशिक्षण शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधिकारी से लिया गया है।उक्त अभियान के सफल क्रियान्वयन एवं वांछित उद्देश्यों की पूर्णतःपूर्ति हेतु चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.भक्ति चौधरी एवं मनपा क्षय रोग अधिकारी डॉ. राजेश चौहान ने मार्गदर्शन दिया है। तथापि औद्योगिक क्षेत्र के समन्वयक आने वाली टीमों का सहयोग करें,जिससे अभियान के उद्देश्यों की पूर्ति में स्वास्थ्य विभाग को सहायता मिलेगी।

कोलसेवाड़ी पुलिस ने मोटर साइकिल चोरी के चार मामलों का किया पर्दाफाश

कल्याण।  कोलसेवाड़ी पुलिस ने मोटर साइकिल चोरी के बढ़ते मामलों पर कड़ा रुख अपनाते हुए बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने विशेष जांच अभियान के तहत दो नाबालिग आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से चोरी की चार मोटर साइकिलें बरामद की हैं, जिनकी कुल कीमत 1 लाख 12 हजार रुपये बताई जा रही है। इस कार्रवाई से क्षेत्र में हो रही मोटर साइकिल चोरी की घटनाओं पर लगाम लगने की उम्मीद है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, कोलसेवाड़ी पुलिस स्टेशन में लगातार बाइक चोरी की घटनाएं सामने आ रही थीं। पुलिस ने इन घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया और क्षेत्र में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू की। इसके बाद वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक गणेश नह्यादे की टीम ने विशेष जांच अभियान चलाया। गश्त के दौरान कल्याण पूर्व में दो संदिग्ध युवक मोटर साइकिल पर जाते हुए दिखाई दिए। पुलिस ने उन्हें रोका और पूछताछ के दौरान उन्होंने चोरी की बात कबूल की। पुलिस ने आरोपियों के पास से एक एवेंजर बाइक, एक सुजुकी एक्सेस और होंडा एक्टिवा की दो स्कूटी बरामद की हैं। आरोपियों को नाबालिग होने के कारण किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया जाएगा। पुलिस की इस कार्रवाई से क्षेत्र में राहत का माहौल है।

गोमती नदी में कछुओं की तस्करी! …सुल्तानपुर पुलिस ने ६१ कछुओं समेत दो तस्करों को दबोचा

सुल्तानपुर। यूपी के अवध क्षेत्र में गोमती नदी से संरक्षित उभयचर जंतु कछुओं की बड़े पैमाने पर तस्करी की जा रही है।मंगलवार को सुल्तानपुर दो तस्करों को पुलिस ने ६१ जीवित कछुओं संग दबोच लिया है।
घटनाक्रम सुल्तानपुर के लंभुआ थानाक्षेत्र का है। मुखबिर की सूचना पर चौकिया तिराहा से स्टेशन रोड कस्बा लम्भुआ को जाने वाली रोड पर स्थित भटौलिया बाग से दो व्यक्तियों दिलीप पुत्र पथरकट व सोनू पथरकट निवासीगण ग्राम पकड़ी,कोतवालीदेहात को चार बैग के साथ पुलिस ने हिरासत में ले लिया। तलाशी के दौरान बैग में ६१ अदद जिंदा कछुए बरामद हुए। इसके बाद दोनों अभियुक्तों के खिलाफ लंभुआ थाने में वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत केस दर्ज कर पुलिस ने अग्रिम कार्रवाई शुरू कर दी है।

नई संभावनाओं का द्वार है शोध – डा.अमित

– राणाप्रताप कालेज में शोध प्रविधि कार्यशाला

सुल्तानपुर। शोध से मानव ज्ञान को एक दिशा मिलती है जो ज्ञान भंडार को विकसित और परिमार्जित करता है। नवीन संभावनाओं का द्वार खोलना ही शोध का मुख्य उद्देश्य है। शोध ज्ञान प्राप्ति के साथ ही पहले से स्थापित परम्परागत ज्ञान को परखने का अवसर प्रदान करता है। यह बातें राणाप्रताप स्नातकोत्तर महाविद्यालय के संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ.अमित तिवारी ने कहीं।
वह संस्कृत विभाग द्वारा आयोजित एक दिवसीय शोध प्रविधि कार्यशाला को बतौर मुख्य वक्ता संबोधित कर रहे थे। असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. यशमन्त सिंह ने बताया कि, मानव हमेशा से जिज्ञासु रहा है। उसकी यह प्रवृत्ति उसे नवीन सत्य के उद्घाटन को प्रेरित करती है। इसे ही शोध कहते हैं। डॉ.नीतू सिंह ने शोध के विभिन्न आयामों,क्षेत्रों पर विस्तार से चर्चा की । डॉ. वीणा सिंह ने बताया कि शोध के विषय, शीर्षक के चुनाव ,शोध सामग्री संकलन,उद्धरण और शोध संदर्भ के बिना हम कोई शोध पूरा नहीं कर सकते।

शोध कार्यशाला में परास्नातक व शोध विद्यार्थी उपस्थित रहे। सूरज, शिवानन्द,नवनीत सत्यम,अवनीश,अंजलि, अमिता वर्मा,मीनाक्षी, श्रद्धा, शुभांगी सिंह,काजोल, रिंकू,साक्षी,ज्योति, साधना, रंजना ,गरिमा,प्रवीण,सचिन व आस्था मिश्रा द्वारा शोध के सम्बन्ध में पूछे गए प्रश्नों का विषय विशेषज्ञों द्वारा निराकरण किया गया।

औरंगजेब को ‘अच्छा इंसान’ बताने वाले अबू आजमी पर भड़के गौरक्षक …फूंका पुतला

विक्रम सिंह/सुल्तानपुर
कट्टर धर्मांध और अत्याचारी मुगल शासक औरंगज़ेब को ‘अच्छा इंसान’ बताने वाले सपा नेता अबू आज़मी के बयान को लेकर भड़की चिंगारी यूपी के सुल्तानपुर तक आ पहुंची है। मंगलवार को ग़ौरक्षकों ने अबू आज़मी के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। सुल्तानपुर कलेक्ट्रेट के सामने अपराह्न पुतला फूंका और डीएम को ज्ञापन प्रेषित करके केंद्र सरकार से प्रकरण में राष्ट्रद्रोह का केस दर्ज कार्रवाई की मांग की।

बता दें कि, महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व विधायक अबू आजमी ने गत दिवस औरंगजेब को अच्छा शासक व अच्छा इंसान बताया था। जिसको लेकर राष्ट्रीय गौरक्षा वाहिनी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने प्रदेश प्रभारी सर्वेश सिंह की अगुवाई में जिलाधिकारी कार्यालय गेट के बाहर विरोध करते हुए पुतला जलाया। जिलाधिकारी कुमारहर्ष को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की। इस दौरान गौरक्षा वाहिनी के प्रदेश प्रभारी सर्वेश कुमार सिंह व प्रदेश महामंत्री जयशंकर दूबे ने अबू आजमी पर जमकर भड़ास निकाली। ऐसा व्यक्ति जिस पार्टी का नेतृत्व कर रहा है उस पार्टी के चरित्र का सामने आना लाजिमी है। गौरक्षा वाहिनी के प्रदेश प्रभारी ने कहा कि,औरंगजेब आतंकवादी था। वाहिनी जिला संयोजक राकेश सिंह दद्दू ने कहा कि अबू आजमी जैसे लोगों की मानसिकता को हमे समझना पड़ेगा। औरंगजेब दुनिया का पहला क्रूर शासक था, जिसने अपने पिता की हत्या करवाई थी। उसने अपने तीन भाइयों की हत्या करवाई थी। उसने अपनी बेटी की भी हत्या करवाई थी। अबू आजमी आज उसी परंपरा को अपनाना चाह रहे हैं। वरिष्ठ उपाध्यक्ष उदय प्रकाश ने देशद्रोहियों के खिलाफ कठोर विधिक कार्रवाई की आवश्यकता पर बल दिया। इस दौरान विनय सिंह बिन्नू,जिला उपाध्यक्ष बृजेश श्रीवास्तव, जिला उपाध्यक्ष प्रदीप कसौधन, जिला सचिव सुभाष सोनकर, जिला सचिव अनुपम शुक्ला, कार्यालय प्रभारी अनुज प्रताप सिंह, कोषाध्यक्ष मनीष गुप्ता,कुड़वार ब्लाक प्रभारी गया बख्श दूबे,धनपतगंज ब्लाक प्रभारी प्रदीप सिंह, अमेठी जिला महामंत्री राजीव द्विवेदी, राना प्रताप सिंह, मुकेश कसौधन, किरन कुमार सोनी, अरविंद सोनी, राजवीर श्रीवास्तव, गोलू यादव, राजकरन मिश्रा, राजेश कुमार, प्रेम श्रीवास्तव, दीपू कसौधन समेत सैकड़ों की संख्या में गौ रक्षक मौजूद रहे।

फिल्म ‘ब्लाइंडसीडेड’ देखकर लोगों के रोंगटे खड़े हाे जाएंगे और लोगों के अंदर देशभक्ति की भावना जागृत होगी- केडी संधू

पिछले 29 सालों से एक्टिंग में सक्रिय रहे केडी संधू अब निर्माता- निर्देशक के रूप में फिल्म ‘’ब्लाइंडसीडेड’ से अपनी नई पारी की शुरुआत कर रहे हैं। यह फिल्म 14 मार्च 2025 को होली के शुभ अवसर पर पूरे भारत के सभी सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है। हाल ही में इस फिल्म को लेकर केडी संधू ने मीडिया से खास बातचीत की और उन्होंने प्रोड्यूसर और डायरेक्टर के रूप में अपनी डेब्यू फिल्म ‘‘’ब्लाइंडसीडेड’ को लेकर कई खुलासे किए।

केडी संधू ने बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत 1996 से एक्टर के रूप में की थी। फिल्म के रिलीज से पहले वह गुरुद्वारा पहुंचे और प्रोड्यूसर- डायरेक्टर के रूप में अपनी नई पारी को लेकर बातचीत की। उन्होंने कहा- आज 29 साल के बाद गुरुद्वारे से अपनी फिल्म की शुरुआत कर रहा हूं। 14 मार्च को फिल्म पूरे भारत में सभी थिएटर में हिंदी में रिलीज हो रही है। हालांकि, यह फिल्म हिंदी के अलावा तमिल, तेलुगु, कन्नड, मलयालम के साथ 6 भाषाओं में बनी है। लेकिन अभी इस फिल्म को हिंदी में रिलीज कर रहे हैं।

केडी संधू ने आगे बताया- मैंने सनी देओल, अमिताभ बच्चन, देव आनंद, राज कुमार संतोषी जैस बड़े-बड़े दिग्गजों के साथ काम किया है। अब तक मैंने हिंदी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम और पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री में काम किया है। डेविड धवन, गुडडू धनोआ, देव आनंद, गुलजार साहब, राजकुमार संतोषी, इमरान खालिद जैसे बॉलीवुड के कई दिग्गज निर्देशकों के साथ सहायक निर्देशक के रूप में भी काम किया और स्टंट डायरेक्शन के रूप में मैंने टीनू वर्मा, श्याम कौशल, राम शेट्टी, जय सिंह निज्जर, मोहन बगड़, वीरू देवगन आदि के साथ काम किया है। फिल्म इंडस्ट्री में इतना काम करने के बाद अब मैं अपने बैनर “मिकी फ्लिक्स एंटरटेनमेंट फिल्म” और केडी आर्ट्स फिल्म्स इंटरनेशनल के सहयोग से अपने होम प्रोडक्शन एक्शन थ्रिलर फिल्म “ब्लाइंडसीडेड” का निर्माण और निर्देशन किया है।इस फिल्म की कहानी भी मैंने ही लिखी है।

फिल्म “ब्लाइंडसीडेड” के बारे में बात करते हुए केडी संधू ने कहा- यह फिल्म कश्मीर में पनपे आतंकवाद के इर्द-गिर्द घूमती है। कश्मीर में एक आपरेशन के दौरान फिल्म के नायक की आंखे चली जाती है। उनके बाद भी वह इतना शार्प कमांडों है कि अपने दुश्मनों का मुह तोड़ जवाब देता है। फिल्म में हीरोइन के साथ बहुत कुछ होता है, लेकिन हीरो अपना साहस नहीं खोता है। इस फिल्म को देखकर दर्शकों के रोंगटे खड़े हो जाएंगे और देश भक्ति की भावना जागृत होगी। यह फिल्म एक्शन, थ्रिल और इमोशन से भरपूर है।

इस फिल्म के जरिए केडी संधू के बेटे उधय बीर संधू एक्टिंग में डेब्यू कर रहे हैं। केडी संधू ने कहा- फिल्म का हीरो मेरा बेटा है जो डॉक्टर भी है। इस साल वह डॉक्टरी पढ़कर एमबीबीएस बन जाएगा। वह इस फिल्म से डेब्यू कर रहा है। इस फिल्म को बनाने में दो साल लगे हैं। दो घंटे की यह फिल्म आपको दुनियाँ से परे लेकर जाएगी। बतादें कि इस इस फिल्म में उधय बीर संधू के अलावा फिल्म में फरहा खान, आकांक्षा शांडिल्य, मोहम्मद उमर, केडी संधू, चित्रा शर्मा,सौरभ अग्निहोत्री, धर्मेंद्र गुप्ता, धर्मेंद्र प्रधान,गौतम बसंतानी और आकाश अग्रवाल की प्रमुख भूमिकाएं हैं।

मिकी फ्लिक्स एंटरटेनमेंट फिल्म और केडी आर्ट्स फिल्म्स इंटरनेशनल के सहयोग से बनी इस फिल्म के लेखक निर्माता निर्देशक केडी संधू , सह-निर्माता मलकीयत के.संधू, डीओपी सिद्धार्थ अक्की बैजू, अर्जुन कथूरिया ,प्रवेश कुमार ,गौतम.बी कार्यकारी निर्माता गोपाल साहू, संगीतकार उज्जवल रॉय चौधरी और मनोज कुमार भास्कर, गीतकार मिकीफ्लिक्स झखरवाला हैं। इस फिल्म के एक्शन मास्टर आरपी यादव, दीपक शर्मा, आर्ट डायरेक्टर सुधांशु रॉय, कोरियोग्राफर कमलदीप सिंह संधू, प्रचारक संजय भूषण पटियाला हैं। इस फिल्म को पूरे भारत में एक साथ डिस्ट्रीब्यूटर राकेश भदौरिया की कम्पनी इम्प्लेक्स डिजिटल थियेट्रिकल 14 मार्च को पुरे भारत मे रिलीज कर रही है।

मैथ से ईश्वर की खोज

 

द्विजेंद्र तिवारी, मुंबई
हार्वर्ड के शोधकर्ता डॉ विली सून ने एक क्रांतिकारी दावा किया है। वैज्ञानिक एक गणितीय सूत्र की खोज की ओर बढ़ रहे हैं, जो यह साबित कर देगा कि ईश्वर का अस्तित्व है। अत्याधुनिक मैथमेटिक्स पर आधारित यह अभिनव परिकल्पना विज्ञान और आध्यात्मिकता के बीच की सीमाओं को पार करने का प्रयास है और ईश्वरीय अस्तित्व के अनंत प्रश्न को एक नया आयाम देगा।
डॉ सून प्रसिद्ध खगोल भौतिकीविद् और एयरोस्पेस इंजीनियर हैं। उन्होंने “फाइन-ट्यूनिंग तर्क” के आह्वान के साथ सदियों पुराने विवाद को खोल दिया है। उनका तर्क है कि ब्रह्मांड यूँ ही अपने आप नहीं चल रहा है। इसके नियम और स्थितियाँ विशेष रूप से और सटीक रूप से व्यवस्थित प्रतीत होती हैं ताकि पृथ्वी पर जीवन सुचारू रूप से चल सके। बेतरतीब ढंग से ब्रह्मांड के चलने की संभावना बिल्कुल नहीं लगती। अगर ऐसा होता तो सारे ग्रह उपग्रह आपस में टकराते रहते और पृथ्वी व कई अन्य ग्रहों पर जीवन ही न होता।
गुरुत्वाकर्षण शक्ति से लेकर पदार्थ और ऊर्जा के सटीक अनुपात तक, ब्रह्मांड पर जीवन पोषित करने के लिए सटीक रूप से ट्यून किया गया लगता है। ऐसा लगता है जैसे कोई शक्ति एक ख़ास गणितीय सूत्र से समस्त ब्रह्मांड को चला रही है।
डॉ. सून की विवादास्पद परिकल्पना एक दिलचस्प मोड़ है, जिसमें वह ये मानते हैं कि एक गणितीय समीकरण वह मुख्य तत्व हो सकता है जो ईश्वर के अस्तित्व को साबित करेगा।
डॉ सून की बातों में दम है। ऐसा लगता है जैसे पृथ्वी चांद सितारे सब किसी डोर से बंधे हैं और ख़ास नियम से चल रहे हैं। ये नियम किसने बनाए? ये नियम अनादि अनंत काल से चले आ रहे हैं, तो क्या कभी ऐसा हुआ है कि नियमों में परिवर्तन या व्यवधान हुआ ? किसी धार्मिक ग्रंथ में तो ऐसा लिखा नहीं। आख़िर ये गुरुत्वाकर्षण क्या चीज़ है और यह ग्रहों उपग्रहों पर किस समीकरण से बदलती है?
पृथ्वी गोल है और हमारे पैर अगर पृथ्वी पर हैं तो हम आसमान की तरफ़ “गिरते” क्यों नहीं ? पृथ्वी पर ६० किलो वजन वाला व्यक्ति या सामान चाँद पर १० किलो का, बुध और शुक्र पर २२ किलो और वृहस्पति पर १४० किलो का कैसे और क्यों हो जाता है? जबकि बने सब एक ही “सुपरनोवा” के बाद। अंतरिक्ष में कुछ ही महीनों में स्पेस यात्री की हाइट ४-५ सेंटीमीटर कैसे बढ़ जाती है?
ऐसे अनेक अबूझ प्रश्न हैं, जिन पर कभी कोई वृहद शोध नहीं हुआ। एक वर्ग ने ईश्वर के अस्तित्व को कपोल कल्पित मानकर उसे उपेक्षित किया और चर्चा बंद कर दी। दूसरे वर्ग ने ईश्वर को आस्था और विश्वास का प्रतीक कहा और उसे सभी तर्कों से परे कहा, और चर्चा बंद कर दी। दोनों ही वर्गों ने इसकी सच्चाई और तह तक जाने के लिए शोध और तर्क का सहारा नहीं लिया।
तो क्या डॉ विली सून का शोध सफल होगा ? क्या हम जान पाएंगे कि ईश्वर कौन है और उसका अता पता क्या है?
पता नहीं, ईश्वर ही जाने।