तीन जिलों की टीम का 25 फर्नीचर की दुकानों पर छापा…आरा मशीनों के साथ लाखों की सागौन लकड़ी जप्त की

सामना संवाददाता / विदिशा

राजगढ़ जिले के सुठालिया में अवैध रूप से संचालित फर्नीचर के कारोबार पर तीन जिलों के संयुक्त दल जिसमें विदिशा, राजगढ़ और गुना के वन विभाग की संयुक्त टीमों के द्वारा छापेमारी कार्रवाई की गई। कार्रवाई के पूर्व तीनों जिलों के वन मंडल अधिकारियों के द्वारा संयुक्त रूप से बैठक की गई थी। आज रविवार को कार्रवाई के दौरान मौके पर वनमंडल अधिकारी राजगढ़ बेनी प्रसाद और वन मंडल अधिकारी विदिशा हेमंत यादव उपस्थित रहे एवं वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में कार्रवाई को अंजाम दिया गया, जिसमें लगभग 300 से अधिक वन कर्मचारी अधिकारियों द्वारा संयुक्त कार्रवाई की गई है। जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन का भी सहयोग प्राप्त हुआ।छापामारी कार्रवाई के दौरान अवैध रूप से संचालित आरा मशीनों को जप्त किया गया है एवं लगभग 25 फर्नीचर की दुकानों पर कार्रवाई की गई और लाखों की कीमत की सागौन लकड़ी जप्त की गई है।
विदिशा वन मंडल अधिकारी हेमंत यादव के निर्देशन में विदिशा जिले के लगभग 100 से अधिक स्टाफ की उपस्थिति में यह कार्रवाई की गई, जिसमें विदिशा जिले के दोनों उप वनमंडल अधिकारी एवं परिक्षेत्र अधिकारियों के द्वारा इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया।

रामेश्वर की देन…रूस में रूसी कर रहे ‘रामलीला’!..सन १९८२ में जेएनयू से स्नातक करके मास्को पहुंचे कुशनगरी के युवा ने सनातनी संस्कृति व हिंदुत्व के प्रचार-प्रसार में खपाया जीवन

विक्रम सिंह

‘कुशनगरी’ सुल्तानपुर के रामेश्वर सिंह करीब साढ़े चार दशक से रूस में हिंदी-हिंदू-हिंदुस्थान की अलख जगा रहे हैं। अस्सी के दशक में वे पढ़ाई करने दिल्ली के जेएनयू गए औऱ फिर स्नातक करके आगे की पढ़ाई करने तत्कालीन सोवियत संघ (अब रूस) की राजधानी मास्को जा पहुंचे। इसके बाद वहीं के होकर रह गए! रूसी कन्या से विवाह किया और जुट गए ‘हिंदी-हिंदू-हिंदुस्थान’ की अलख जगाने। हिंदुस्थान-रूस के संबंध को अटूट और प्रगाढ़ बनाने में रामेश्वर के प्रयासों को सराहा भी खूब गया। नेहरू युग से चली आ रही दोनों देशों की दोस्ती जब मोदी युग में पहुंची तो रामेश्वर ने रूस में रूसियों को ‘रामकथा’ की महत्ता बताई। उन्हीं की प्रेरणा से अब ‘रूस की रामलीला’ ख्यातिप्राप्त कर चुकी है। स्वयं पीएम मोदी ने रूसी कलाकारों के रामलीला मंचन को न सिर्फ सराहा बल्कि अवलोकन भी किया। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी उन्हें ‘आप्रवासी भारतीय रत्न-२०१९’ के सम्मान से विभूषित कर चुके हैं। संप्रति डॉ. सिंह इंडो-रशियन फ्रेंडशिप सोसायटी ‘दिशा’ के अध्यक्ष हैं और महाकुंभ व अयोध्या दर्शन के सिलसिले में अपनी टीम के साथ भारत में प्रवास पर हैं। शनिवार की शाम वे अपनी पितृभूमि महाराज कुश की नगरी सुल्तानपुर पहुंचे और पुराने परिचितों, संबंधियों-मित्रों के साथ भरपूर गर्मजोशी के साथ भेंट मुलाकात की। आगे की अपनी दिशा व योजनाओं का भी खुलकर जिक्र किया।
सुल्तानपुर शहर के सिरवारा मार्ग स्थित गार्डन व्यू गेस्ट हाउस में करीबियों के साथ वार्तालाप में मशगूल डॉ. रामेश्वर सिंह बताते हैं पीढ़ियों पुरानी भारत-रूस की अटूट दोस्ती नेहरू युग में परवान चढ़ी तो मोदी युग में इसे पंख लग गए। वाणिज्यिक, सांस्कृतिक व शैक्षणिक क्षेत्र में दोनों देश के मध्य सामूहिक सहकार की भावना बढ़ी है। रूस के लोग मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम और रामकथा से प्रभावित होकर रामलीला का मंचन कर रहे हैं। मास्को से दिल्ली, लखनऊ-अयोध्या तक रूसी कलाकारों ने रामकथा मंचन कर खूब तालियां बटोरीं। इस सिलसिले को अभी और आगे तक ले जाने के लिए कटिबद्ध रामेश्वर की इस मुहिम में अब हाथ बंटाने को उनके बेटे अमित व रशियन पुत्रवधू भी तैयार हो चुके हैं।

बरेका की आबादी क्षेत्र में खुलने वाले रास्ते को बंद करने को लेकर जमकर हुआ विरोध व पथराव…आरपीएफ ने भी भांजीं लाठियां…कई हुए घायल

उमेश गुप्ता / वाराणसी

मंडुवाडीह इलाके में उत्तरी ककरमत्ता के लोगों ने बरेका की तरफ खुलने वाले रास्ते को बंद किए जाने के विरोध में उग्र प्रदर्शन किया। रविवार को महिलाओं को आगे कर कुछ लोगों ने पथराव शुरू कर दिया, जिसके जवाब में आरपीएफ ने गांव में घुसकर लाठीचार्ज किया। इस घटना में कई महिलाओं और पुरुषों को चोटें आईं। आरपीएफ ने सरकारी काम में बाधा डालने समेत अन्य आरोपों के तहत एक नामजद और 45-50 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। साथ ही इस मामले में तीन लोगों को हिरासत में भी लिया गया है। शनिवार को बरेका प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था का हवाला देते हुए उत्तरी ककरमत्ता का वह रास्ता, जो बरेका परिसर में जाता है, ग्रामीणों के लिए बंद कर दिया।
प्रशासन ने बुलडोजर की मदद से प्रवेश मार्ग पर लगभग 15 फीट गहरा गड्ढा खुदवा दिया, जिससे ग्रामीण परिसर में नहीं जा सके। इस कदम का ग्रामीणों ने विरोध किया, लेकिन आरपीएफ की मौजूदगी के कारण उनकी कोई बात नहीं मानी गई।
रविवार को आरपीएफ और सिविल पुलिस की देखरेख में बरेका प्रशासन ने 15 फीट ऊंची और 15 फीट लंबी दीवार खड़ी करनी शुरू की। इसी दौरान दो दर्जन से अधिक महिलाएं और पुरुष विरोध करने पहुंचे। माहौल तब और बिगड़ गया, जब कुछ लोगों ने पथराव शुरू कर दिया, जिसमें कई आरपीएफ और सिविल पुलिस के जवान घायल हो गए। स्थिति बेकाबू होते देख आरपीएफ के जवानों ने गांव में घुसकर लाठीचार्ज किया और तीन युवकों को हिरासत में ले लिया। अतिरिक्त फोर्स की तैनाती घटना के बाद हालात को देखते हुए प्रशासन ने इलाके में अतिरिक्त फोर्स की तैनाती कर दी है। निर्माणाधीन दीवार की सुरक्षा के लिए भी विशेष फोर्स को तैनात किया गया है।

टीएमयू ग्रेविटास में बीडीएस इंटंर्स नई चैंपियन

-तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के डेंटल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर की ओर से कल्चरल और स्पोर्ट्स एक्टिविटी ग्रेविटास-3.0 का पुरस्कार वितरण समारोह, कल्चरल नाइट और फ्रेशर पार्टी में जलवा ही जलवा

सामना संवाददाता / मुरादाबाद

तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के डेंटल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर की ओर से आयोजित कल्चरल और स्पोर्ट्स एक्टिविटी ग्रेविटास-3.0 में बीडीएस इंटर्न्स की टीम- रीगल राजपूताना ने सर्वाधिक 214 प्वाइंट्स बनाकर चैंपियन ट्रॉफी पर कब्जा किया। दूसरी ओर कल्चरल नाइट में डांस, सिंगिंग, फैशन शो और हास्य नाटक सरीखी प्रतियोगिताओं में डेंटल के भावी डॉक्टर्स ने अपने हुनर का जलवा बिखेरा। रैंप वॉक में फैकल्टीज जुदा-जुदा अंदाज में नजर आईं। ग्रुप डांस में एमडीएस की टीम-शान-ए-खालसा अव्वल रही। लिटरेरी इवेंट में शान-ए-खालसा का जलवा रहा, जबकि फ्रेशर पार्टी-वंडरवर्स में बीडीएस के रिषभ चौरसिया मिस्टर फ्रेशर और रिशिका जैन मिस फ्रेशर बनीं। विजेता स्टुडेंट्स को मेडल और सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट्स भी वितरित किए गए। पुरस्कार वितरण समारोह, कल्चरल नाइट और फ्रेशर पार्टी में डीन एकेडमिक्स प्रो. मंजुला जैन, डीन मेडिकल प्रो. एसके जैन, पैथोलॉजी की एचओडी प्रो. सीमा अवस्थी, प्रो. पीयूष मित्तल, वाइस प्रिंसिपल डॉ. अंकिता जैन आदि की उल्लेखनीय मौजूदगी रही।
स्पोर्ट्स में रीगल राजपूताना ने 137, कल्चरल में 49.5 और लिटरेरी इवेंट में 28 प्वाइंट्स प्राप्त किए। एमडीएस की टीम- शान-ए-खालसा 173 प्वाइंट्स के संग दूसरे, जबकि बीडीएस फर्स्ट ईयर की टीम- राइजिंग सूर्यवंशी ने 141 प्वाइंट्स प्राप्त किए और तीसरे स्थान पर रही। ग्रेविटास की स्पोर्ट्स प्रतियागिताओं-क्रिकेट, बैडमिंटन सिंगल्स और टेबल टेनिस में शान ए खालसा, वालीबाल में बीडीएस थर्ड ईयर की टीम-डेशिंग डैक्कन, बास्केटबाल, बैंडमिंटन डबल्स और 100 और 200 मीटर दौड़ में रीगल राजपूताना विजेता रहीं। सोलो सिंगिंग में डेशिंग डैक्कन की अंजलि गोले ने बाजी मारी तो ग्रुप सिंगिंग में डेंटल के यूजी/पीजी स्टुडेंट्स का रॉकस्टार बैंड अव्वल रहा। फैशन शो के जरिए स्टुडेंट्स ने अनेकता में एकता का संदेश दिया। हास्य नाटक के जरिए डेंटल स्टुडेंट्स ने कॉलेज लाइफ की मस्ती को दिखाया। फ्रेशर पार्टी वंडरवर्स में मिस और मिस्टर फ्रेशर के अलावा प्रवचन जैन को मिस्टर टैलेंट और तरुन प्रीत कौर को मिस टैलेंट के टाइटल्स दिए गए। स्टुडेंट्स अवनीश सिंह को मिस्टर पर्सेनेलिटी और उन्नति जैन को मिस पर्सेनेलिटी के खिताब से नवाजा गया। छात्र प्रिंस प्रियम मिस्टर कॉन्फिडेंस तो अनुष्का वार्ष्णेय मिस कॉन्फिडेंस बनीं। इस मौके पर डॉ. डीएस गुप्ता, डॉ. उपेन्द्र मलिक, डॉ. शलभ मेहरोत्रा, डॉ. शिल्पी गुप्ता, डा. शलभ कुमार, डॉ. शिवांग सतीश आदि की उल्लेखनीय मौजूदगी रही। संचालन डॉ. अनुष्का जैन ने किया।

उल्हासनगर में बन रही हैं भूसे से सड़क…गड्ढे के कारण दो दिन में दो लोगों की मौत

 सामना संवाददाता / उल्हासनगर 

1 मार्च 2025 को शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के उल्हासनगर महानगर प्रमुख राधाचरन करोतिया ने उल्हासनगर महानगरपालिका में बन रही भूमिगत गटर, उसकी मरम्मत का जायजा लिया, जो कि असंतोषजनक रहा।
एक समय था, जब नवनियुक्त महिला आयुक्त मनीषा आव्हाले का अभिनंदन किया था। तब कल्याण जिलाप्रमुख धनंजय बोडारे के नेतृत्व में शिवसेना के पदाधिकारी, उप जिला प्रमुख राजेंद्र साहू, उप जिला प्रमुख भीमसेन मोरे, उल्हासनगर महानगर प्रमुख राधाचरन करोतिया, उल्हासनगर शहरप्रमुख कैलाश तेजी, उल्हासनगर शहरप्रमुख कुलविंदर सिंह बैस अन्य सभी शिवसेना पदाधिकारी उसमें शामिल थे। मनीषा आव्हाले का सत्कार, सम्मान करते हुए मांग की थी कि संपूर्ण उल्हासनगर शहर में भूमिगत गटर की पाइप लाइन डाली जा रही है, जो ठेकेदार को यह ठेका दिया है, वो ठेकेदार सीमेंट ब्लॉक तोड़कर डेनिज की पाइप लाइन डाल रहा है। उसके बाद वह ठेकेदार ग्रिट भूसा प्रयोग कर केवल पेच भर रहा है। अच्छी गुणवत्ता का मटेरियल का प्रयोग नहीं कर रहा है। काम में कोताही दिखाई पड़ रहा है। कारण यह भरा हुआ पेच तुरंत खराब हो जाता है। अभी हाल ही में खोदे गए गटर के गड्ढे के कारण दो लोगों की मौत हो गई। तुरंत काम कर गड्ढे न भरने के कारण उल्हासनगर के लोगों का आना- जाना कठिन हो गया है। दुर्घटना हो रही है। आज मरम्मत किये गए गड्ढे दब रहे हैं। भविष्य में फिर से गड्ढे पड़ जाएंगे, ऐसी संभवना दिखाई दे रही है। जनता के पैसे विकास के नाम पर बर्बाद हो रहे हैं। इसलिए शिवसेना के नेताओं ने मनपा आयुक्त मनीषा आव्हाले से मांग की है कि नियमानुसार पूरा रोड बनना चाहिए। राधाचरण करोतिया ने ठेकेदार व मनपा प्रशासन को चेतावनी दी है कि उन्हें पता चला है कि रहिवासियों की डेनिज की पाइप लाइन की टूट-फूट होती है, तो ठेकेदार उसको बना कर दें। जबकि रहवासियों से पैसा की मांग हो रही है।सड़क के कारण आम आदमी परेशान है। मनपा प्रशासन को चाहिए ठेकेदार पर अंकुश लगाए, अन्यथा उल्हासनगर के लोगों के हित में सड़क पर उतरकर उग्र आंदोलन करना पड़ेगा। ऐसी चेतावनी मनपा प्रशासन को दी गई। एक समय था जब आयुक्त का सम्मान किया गया। अब प्रशासन ने विकास कार्य के नाम पर विनाश कार्य कर रहे ठेकेदार को नहीं रोका तो आयुक्त के खिलाफ उग्र आंदोलन भी करने की तैयारी है।

सबको साथ मिलाए राम

सबको साथ मिलाए राम।
मुश्किल दूर हटाए राम।।
जीवन के हर कठिन मोड़ पर ।
नया रूप दिखलाए राम।।
जितने भी आदर्श काम थे ।
सबको ही अपनाए राम।।
जटिल समय को सरल बनाकर।
अपना काम चलाए राम ।।
वाल्मीकि की कलम पा गए।
तुलसी को अपनाए राम ।।
दीन दुखी के घर पर जाकर।
सबको गले लगाए राम।।
धन्य अयोध्या नगरी अपनी ।
उसको अमर बनाए राम।।
आज्ञाकारी परम ज्ञान थे ।
परम पिता कहलाए राम।।
धरती पर जो पाप बढ़ा था।
उसको दूर हटाए राम।।
हमको हर आदर्श बाँटकर ।
सीधी राह दिखाए राम।।
सरजू जी के पावन जल में।
अंतिम समय समाए राम ।।
उनसे अच्छा कौन यहां पर ।
बिन बोले समझाए राम।।
सबको साथ मिलाए राम ।
मुश्किल दूर हटाए राम।।
-अन्वेषी

आई गईल परधानी मंगरू

आई गईल परधानी मंगरू
काहें खइबो तरकारी मंगरू
ढाबा-ढाबा दावत होइत बा
जा के खा बिरियानी मंगरू
व्होट बतावा केके देबाs
होके देबा या एके देबा s
बोका जाके बल भर चाँपs
खुश हो जईहे भवानी मंगरू
आई गईल परधानी मंगरू
काहें खइबो तरकारी मंगरू
गहबर गिल्ला संग ओबाकटावन पिल्ला
भोंकत बाटेन हम बोटी खाइब
बड़का चाउर के भात घोंटब हम
नाहीं मैदामय रोटी खाइब
माले-मुफ्ते-बेरहम बनी कै
तूँहूँ कइजा नदानी मंगरू
आई गईल परधानी मंगरू
काहें खइबो तरकारी मंगरू
होली आइल बा झूमत गावत
पियs रम्म व्हिस्की फ्री फंडा
पुरधान दिवा स्वप्नी फाइनांसर
खियइहें भुर्जी, मछरी औ अंडा
झम्म दे खुली थमसअप दुइ लिटरी
पियइहें बिसलेरी के पानी मंगरू
आई गईल परधानी मंगरू
काहें खइबो तरकारी मंगरू
नोट-बोट के फेर संगम होइ
बम – बम बमाटि बम- बम होइ
केहू जे मांगी जब देशी ठर्रा
हाजिर बिसकी औरू रम होइ
तनिको न भटकाs कहीं न अटकाs
पकड़s ठेका के रजधानी मंगरू
आई गईल परधानी मंगरू
काहें खइबो तरकारी मंगर।
– सिद्धार्थ गोरखपुरी

सीप

एक चंचल जल का रेला,
सलिला तट सिक्ता पर एक सीप छोड़ गया।
नन्ही सीप कुछ समझ न पाई,
जल से बाहर वह कैसे आई।
मै कर रही थी जल में अठखेलियां,
संग थी मेरे मेरी सीप सहेलियां।
जल, तेरे मन में यह क्या आई,
मन से मेंने तो मर्यादा निभाई।
वारी तुझसे तो हे मेरे जन्म-मरण का नाता,
तू अपनी सीमा क्यों कर लांघा।
गर बह रही थी तुम संग-संग मै,
फिर मुझे अपने साथ ही ले जाता।
तेरी सिक्ता कण को अपनी कोख में धारु,
मुक्ता बना जग को दे डालूं।
यश तुम्हारा ही तो होता,
मै कहलाती मीठी सलिला की मुक्ता।
आह तुमने यह क्या कर डाला,
क्यों मुझे असमय ही मार डाला।
उत्श्रृखंलता की सीमा न लांघो,
जिओ और जीने दो का मर्म पहचानो।
-बेला विरदी

वसई-पूर्व में गर्मी से पहले ही जल संकट होने से नागरिकों में आक्रोश

राधेश्याम सिंह / वसई

वसई-विरार महानगरपालिका अंतर्गत आने वाले वसई-पूर्व के कामण, देवदल, कोल्ही, चिंचोटी, सातिवली, गावराईपाड़ा और आस-पास के क्षेत्रों में गर्मी के पहले ही पानी की समस्या गंभीर होती जा रही है। स्थानीय नागरिकों को पीने के पानी के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वसई-विरार में अधिकांश क्षेत्र टैंकरों पर निर्भर यह व्यवस्था अनियमित और दूषित जल आपूर्ति के कारण असंतोष बढ़ता ही जा रहा है, जिससे कई परिवार पानी की समस्या से जूझ रहे हैं।
यह समस्या पिछले कई सालों से लंबित है, लेकिन वसई-विरार महानगरपालिका प्रशासन ने इसके लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। कुछ क्षेत्रों में जल आपूर्ति पूरी तरह से बंद है। कही कही पानी आ रहा है, वह भी पूरी तरह से मटमैला और गंदा है। गंदा पानी पीने की वजह से स्वास्थ्य पर खतरा मंडराता दिख रहा है और संक्रामक रोग फैलने की आशंका बनी हुई है।
वसई-विरार महानगरपालिका की निष्क्रियता के खिलाफ पूर्व नगरसेविका प्रीति दिनेश म्हात्रे ने मांग किया है कि पानी की समस्या का निराकरण करना चाहिए। उन्होंने मनपा प्रशासन पर अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए चेतावनी दी है कि यदि जल्द से जल्द जल आपूर्ति सुचारु ढंग से नहीं किया गया तो नागरिकों के साथ सड़क पर उतरकर आंदोलन किया जाएगा।

शिवराज के विदिशा में 15 साल से नहीं हैं एमडी डॉक्टर…चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के हवाले पंचकर्म चिकित्सा

दीपक तिवारी / विदिशा

मध्य प्रदेश के अधिकांश सरकारी आयुर्वेदिक औषधालय डॉक्टर, कर्मचारियों और अन्य सुविधाओं की कमी से जूझ रहे हैं, जिसके चलते मरीज आयुर्वेदिक चिकित्सा का पर्याप्त लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के संसदीय क्षेत्र विदिशा के जिला स्तरीय आयुर्वेदिक औषधालय (आयुष विंग) में पिछले 15 साल से एमडी चिकित्सा विशेषज्ञ का पद खाली है, जिससे पंचकर्म चिकित्सा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कर रहे हैं।
मध्य प्रदेश समेत विदिशा जिले के आयुर्वेदिक औषधालयों में कई वर्षों से आयुर्वेद चिकित्सकों समेत अन्य कर्मचारियों के पद खाली हैं। जिला मुख्यालय के आयुर्वेदिक औषधालय में शासन ने मरीजों की सुविधा के लिए पंचकर्म चिकित्सा उपलब्ध कराई है। पंचकर्म केंद्र संचालित करने के लिए विशेषज्ञ डॉक्टर का होना जरूरी है, लेकिन विदिशा में एमडी डॉक्टर का पद भरने के प्रयास नहीं किए जाने से 15 साल से पंचकर्म चिकित्सा बीएएमएस डॉक्टर की देखरेख में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कर रहे हैं, जबकि पंचकर्म के लिए चिकित्सा विशेषज्ञ का होना अनिवार्य है। 17 फरवरी को 11 शासकीय औषधालयों में नए चिकित्सकों ने ज्वाइन कर लिया है, लेकिन एमडी डॉक्टर का पद नहीं भरा गया।
इतना ही नहीं जिला स्तरीय आयुष विंग में उपचार के लिए पहुंचने वाले मरीजों को सादे कागज पर औषधियां लिखकर दी जाती हैं, जबकि उपचार के पर्चे में सबसे ऊपर औषधालय का नाम अथवा औषधालय की मुहर लगी होना चाहिए। इसके नीचे रोगी का नाम, उम्र और ओपीडी नंबर लिखना चाहिए। औषधियां लिखने के बाद डॉक्टर की सील लगना चाहिए, लेकिन जिला मुख्यालय के इस सरकारी औषधालय में सादे कागज पर पर्चा बनाया जा रहा है, जिसमें कोई विवरण नहीं दिया जाता।

आयुष विभाग की उदासीनता से आज तक नहीं लगा बोर्ड

जिला मुख्यालय के मुख्य सड़क मार्ग पर नगर पालिका के दोनों प्रवेश द्वार पर शासकीय आयुर्वेद औषधालय का बोर्ड लगना चाहिए, लेकिन विभाग द्वारा आज तक कोई कदम नहीं उठाया गया।
इस कारण शहर के निवासियों को इस शासकीय आयुर्वेद औषधालय की जानकारी नहीं है। जबकि इस भवन में अनेक वर्षों से नगरपालिका कार्यालय संचालित हो रहा है और विदिशा शहर का प्रत्येक परिवार का एक न एक सदस्य किसी ना किसी कार्य से नगरपालिका कार्यालय आता रहता है, किंतु मुख्य प्रवेश द्वार पर शासकीय आयुर्वेद औषधालय का बोर्ड नहीं लगा होने से अधिकांश शहर निवासियों को इस शासकीय आयुर्वेद औषधालय की जानकारी नहीं है और वे आयुर्वेदिक उपचार का लाभ लेने से वंचित हैं। जबकि सरकार आयुर्वेदिक चिकित्सा के लिए ऐड़ी चोटी का जोर लगा रही है और विभागीय अधिकारी सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे हैं।