झांकी : खर्राटेदार वीडियो

अजय भट्टाचार्य

परसों मोतिहारी के पिपराकोठी में ‘किसान उन्नति मेला २०२५’ का भव्य आयोजन हुआ, जिसमें राज्य के श्रम मंत्री व पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री और मोतिहारी के सांसद राधामोहन सिंह सहित जिले के कई विधायक व पूसा केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति सहित सैकड़ों लोगों की भारी भीड़ लगी थी और उसी दौरान एक अजब नजारा देखने को मिला। पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह और बिहार सरकार के श्रम मंत्री मंच पर भाषण दे रहे थे, लेकिन उसी मंच पर चल रही भाषणबाजी के बीच पूर्व मंत्री और मोतिहारी विधायक प्रमोद कुमार व गोविंदगंज के विधायक सुनीलमणि तिवारी खर्राटे भर रहे थे। किसी ने ये खर्राटेदार वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। लगता है कि इन नेताओं को जनता से संबंधित समस्याओं से कोई मतलब नहीं है।
नल और बल का अंतर
बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के मुंहबोले भाई तथा पूर्व एमएलसी सुनील सिंह पारिवारिक शादी समारोह में हिस्सा लेने रांची गए हुए थे। एमएलसी रहते जदयू पर बरसनेवाले सुनील सिंह पर सरकार बहादुर की नजर टेढ़ी हुई और रविवार को पटना के ४/२० गर्दनीबाग स्थित उनके सरकारी आवास को मजिस्ट्रेट और जिला प्रशासन की मौजूदगी में खाली करवा लिया गया। चूंकि वे अब एमएलसी नहीं हैं तो प्रशासन ने इस वजह से बंगला खाली करवाने की बात कही है। उनके सामान को घर के बाहर फेंक दिया गया। इस मसले पर सुनील सिंह बोले, ‘अगर बंगले का नल भी खराब होता है तो विभाग को बदलने में एक महीने का समय लग जाता है।’ सुनील सिंह को नल और सरकारी बल में अंतर समझना चाहिए।
कुंभ नहाकर तो सच बोलो
अमदाबाद के चार भाजपा विधायकों ने पिछले हफ्ते त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने के लिए महाकुंभ का दौरा किया। उन्होंने भीड़ से दूर सावधानी से खड़े होकर अपनी तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर कीं। एक भाजपा कार्यकर्ता ने पूछा कि क्या उन्होंने डुबकी लगाने के लिए वीआईपी सुविधा का लाभ उठाया था। एक विधायक ने तुरंत जवाब दिया, ‘नहीं, हम आम आदमी हैं और हमने कोई विशेष सुविधा नहीं ली।’ हालांकि, उनकी तस्वीरें कुछ और ही कहानी बयां करती दिखीं। कार्यक्रम में मौजूद एक वरिष्ठ नेता ने चुटकी लेते हुए कहा, ‘कम से कम, अपनी आत्मा को शुद्ध करने के लिए इतनी दूर की यात्रा करने के बाद उन्हें सच बोलना चाहिए।’
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं तथा व्यंग्यात्मक लेखन में महारत रखते हैं।)

मैथिली व्यंग्य : असली शुद्धि!

डॉ. ममता शशि झा मुंबई
दिगंबर बाबू के कनिया शीला देवी कुंभ स्नान कर के लेल, ले जेबाक लेल मोन लोहछा के धे देने छलखिन। मोन में ते दिगंबर बाबू के होइ छलइन जे ल जा के सही में कुंभ में छोड़ी अबियनि आ सबदिन के झंझट सँ छुटकारा पाबि जाय, मुदा मोनक बात बजबाक ने हिम्मत छलनि आ ने उचित अवसर छलइ, बेचारा पत्नी सँ हरदम त्रस्त रहइ छलखिन। बुझइ छलखिन जे जिद्द ठानि लेलथि से पूरा करहे पड़तनि!
दुनु बेटा सेहो माय के पठाब के पक्ष में नहिं छलखिन, मुदा माय के कर्कश स्वभाव के बुझइत चुप छला।
दिगंबर बाबू, ‘हे बड़ भीड़ छइ, ट्रेन आ बस में धमगज्जर मचल छइ, हवाई जहाज के टिकट सेहो नहिं भेट रहल अछी, कोना जायब, जे दान-पुण्य करब से येतहि के लिय। अपना गाम के गरीब के चीज-बस्तु दे दिययु।
शांति देवी बात बिच में कटइत चिचियाइत बजलि, ‘मनुखे सबहक भीड़ छइ की जानवर सबके!’
हिंदी सिनेमा सँ प्रभावित शीला देवी के दुनु पुतोहु मोने-मोन खुश छलि जे कुंभ मेला में लोक सब हेरा जाय छइ ताहि लेल पहिल बेर मोन स हुनकर बात के हँ में हँ मिला रहल छलखिन। दुनु भार्इं अपन-अपन कनिया के मोन के बात बुझि क इ बात बुझा देलखिन जे आब कुंभ में लोक सब के हेरेबाक मौका बड़ कम छई कियेक ते प्रशासन एकदम नीक व्यवस्था केने छइ, जगह-जगह खोया-पाया के बुथ बना के रखने छइ। दुनु पुतोहु के पहिल बेर सरकार के व्यवस्थित काज पर मोन तमसा गेलनि, दुनु एक दोसर के मुँह दिस देखइत जे मिथिला के प्रचलित गारि छइ से ठोड़ पटपटबइत बाज लगली। दुनु भार्इं गाड़ी के जोगार में लागि गेला। शीला देवी दुनु पुतोहू के बजा के कहलखिन, ‘हे हम चारिये दिन लेल जाय छी, इ नइ बुझि लेबइ जे घर पर अहाँ सबहक राज भ गेल। हम चारि दिन के लेल सीधा आ सबटा सामग्री निकली के द जाय छी। बेटा सब दिस देखि के बजली, ‘आ हँ अगल-बगल में नहिं कहि दइ जाय छहीं जे हमरा लेल गाड़ी ठीक के देने छहि, हम नहिं चाहइ छी जे हमरा क्यों संग लागि जाय। फेर दुनु पुतोहु दिस देखइत बजली, ‘हम ओत स वीडियो कॉल करइत रहब, अहाँ सबपर ध्यान देने रह लेल।’
दिगंबर बाबू इ सब सुनि के सोचि रहल छला- ‘तन ले के जाय छथि मोन एत‌हि, अपन अहंकार आ अपन सत्ता जमाब के प्रवृत्ति स जँ मुक्ति भे सकितथि ते असल मुक्ति होइतनि। पाप मोचीनी गंगा कोना एहन लोक सबहक पाप धोति!!!’

एडल्ट एटलस : उसने उसके २७ टुकड़े कर डाले…

एम एम एस

ब्रेसल्स शहर, इटली।
१२ जनवरी २०२२ की रात।
एक आलीशान विले टाउन पियानो यानी बंगला। बंगले के तहखाने में एक शानदार स्टूडियो। स्टूडियो में वह सब कुछ जो फिल्म की शूटिंग के लिए जरूरी होता है। प्रोफेशनल लाइटिंग अरेंजमेंट, वैâमरे माइक्रोफोन… एक और टेबल में दो ग्लास पड़े हुए थे।
फेरारी की रेंज में ब्लैंक डी ब्लैंक्स की बोतलें रखी थीं। अरागोस्टा अल्ला वैâटालाना एक प्रकार का सी फूड जो लोबस्टर से बनाया जाता है पड़ा हुआ था। भुने हुए काजू बादाम तश्तरियों में पड़े हुए थे। एक २६ साल की खूबसूरत महिला धीरे-धीरे सिप ले रही थी। उसकी नजर एक ४३ वर्षीय व्यक्ति पर थी, जो वैâमरे के पीछे खड़ा था और कुछ सेटिंग कर रहा था। आज स्टूडियो में हमेशा की तरह शानदार बेड के अलावा एक पोल लगा हुआ था। वह व्यक्ति उस महिला का हाथ पकड़कर पोल के पास ले आया और उसे समझने की कोशिश करने लगा। लेकिन वह महिला नाराज लग रही थी। ‘मेरी बात ध्यान से सुनो… लोग तुम्हारी वीडियो के दीवाने क्यों हैं तुम जानती हो… क्योंकि उसमें वह नहीं होता जो बाजार में उपलब्ध वीडियो में होता है। वह तुम्हारी वाइल्डनेस… और यह वाइल्डनेस मेरे दिमाग की उपज है… आज जो मैं करने जा रहा हूं, उसमें मुझे तुम्हारा हंड्रेड परसेंट चाहिए… इस वीडियो ने सारी दुनिया में आग लगा देनी है, तुमसे ज्यादा वाइल्ड और कोई नहीं होगा मैं तुम्हें विश्वास दिलाता हूं…’ अपने शब्द खत्म करते-करते उसने उस महिला को अपने आलिंगन में ले लिया।
अब वह बहुत तैयार थी। उसने एक ही घूंट में गिलास में बची शराब अपने हलक में उड़ेल ली। आज उसे पोल पर बांधकर वीडियो शूट करना था। वैâमरा ऑन था। उस व्यक्ति ने महिला के हाथों को टेप से बांध दिया। उसे पोल से इस तरह से बांध दिया कि वह हिल नहीं सकती थी। दोनों बिल्कुल अपने आदम जात रूप में थे। उसके सिर पर काली पॉलीथिन डाल दी। उसके हाथ में हथौड़े जैसा एक हथियार था। भारी हथौड़े से उस महिला के सिर पर वार करते हुए उससे संबंध बनाने लगा। शुरुआत में उसके प्रहार हल्के थे… और वह महिला उसे सह पा रही थी लेकिन अचानक वह इतना वहशी हो उठा कि उसने हथौड़े से उसके सिर पर कई वार कर डाले। क्योंकि उसे महिला के हाथ बंधे हुए थे, सिर पॉलिथीन से ढका हुआ था, और उसने शराब पी रखी थी इसलिए कुछ नहीं कर पाई। कुछ समय के बाद कमरे में खामोशी थी। उस महिला की सांस रुक चुकी थी। पॉलिथीन से खून बहकर उसके शरीर को लाल कर रहा था। अब वह व्यक्ति कातिल बन चुका था! उसने उसके चेहरे को हथौड़े से कुचलकर बिगाड़ दिया। फिर उसका चेहरा जला दिया, ताकि दुनिया में कहीं कोई पहचान ही न सके। उसने एक बड़ी छुरी निकाली। देखते ही देखते उस महिला का शरीर २७ टुकड़ों में बंट गया। उसने उन टुकड़ों को प्रिâजर में डाल दिया।
वह महिला थी उस वक्त की सबसे ज्यादा वाइल्ड पॉर्न स्टार एंजी। और उसे इस नृशंस तरीके से मारने वाला और कोई नहीं उसका प्रेमी डेविड था।
उसने बोतल में बची हुई शराब गटागट खत्म कर दी। इस बीच एंजी के सेल फोन पर मैसेज पर मैसेज लगातार आ रहे थे। उस पैंâसी का, जो उसके आने वाली वीडियो का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। उसने इंस्टाग्राम पर एंजी की कुछ नयी क्लिपिंग्स अपलोड की जो २ दिन पहले उसने शूट किया था। सेल फोन बज उठा तो उसने उसे साइलेंस पर रख दिया और उसके पैंâसी चैटिंग करने लगा। कहीं वह एंजी की तस्वीर डाल रहा था तो कहीं उसकी पुरानी छोटी वीडियो। वह बड़े ही काम भरे अंदाज में उन्हें जवाब दे रहा था। एंजी के पैंâस कुछ ज्यादा ही खुश थे। लगातार जवाब देते देते जब वह थक गया तो वहीं पर सो गया।
डेविड का अब यह रोज का नियम बन गया था। वह एनर्जी के नाम से उसके पैंâस से चैटिंग करता। वीडियो की क्लिपिंग्स अपलोड करता। लोगों को बेसब्र बना रहा था अपनी भाषा से। देखते-देखते एक जनवरी बीत गई… फरवरी ने दस्तक दिया… तकलीफ उसे तब होती जब एंजी के परिवार वालों का फोन आता। परिवार वाले परेशान थे, लेकिन उन्हें लग रहा था शायद वह बहुत बिजी है और उनका फोनकॉल रिसीव नहीं कर रही है। डेविड घर का किराया, टेलीफोन बिल, वैâरल के नाम से ही निरंतर ऑनलाइन भरे जा रहा था।
४३ साल के उस डेविड फोंटाना पेशे से बैंकर था। उसकी मुलाकात एंजी से एक पार्टी में हुई थी। उसने उसे खूबसूरत सपने दिखाए। वह भी उसे इतनी ज्यादा प्रभावित हुई कि उसने उसे अपना भविष्य मान लिया था। उन्होंने ड्रेस में एक शानदार विला ले लिया था। डेविड फोंटाना एंजी के साथ ही रहता था और एंजी के सारे पोर्न वीडियो भी वही बनाता था। तो आखिर ऐसा क्या हुआ कि उसने एंजी की हत्या कर दी? एंजी की कौन सी बात उसे रास नहीं आ रही थी? क्या यह एक सूची समझी साजिश थी या वहशीपने में हुई एक वारदात? पुलिस वैâसे पहुंची डेविड तक?

हकीकत तो यह है कि एडल्ट फिल्म इंडस्ट्री में जितना पैसा और रईसपना है, उतना ही डिप्रेशन और कई तरह के खतरें भी। इन फिल्मों में काम करने वाले पोर्न स्टार को बेहिसाब फीस मिलती हैं। लेकिन एवज में नाखुशी भी। ऐसे ही कुछ पोर्न स्टार्स के बारे में जानकारियां जिन्होंने अपनी दुनिया से नाखुश होकर मौत को गले लगा लिया, तो किसी ने ड्रग्स का सहारा ले लिया तो कोई कत्ल का शिकार बन गया।

भाजपा ने मंत्री किरोड़ीलाल मीणा को भेजा कारण बताओ नोटिस

रमेश सर्राफ धमोरा
जयपुर। राजस्थान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री डा. किरोड़ीलाल मीणा को कारण बताओ नोटिस भेजा है। डा. किरोड़ीलाल मीणा के फोन टैपिंग के बयान को पार्टी ने अनुशासनहीनता माना है। किरोड़ीलाल मीणा को कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब मांगा गया है। मंत्री किरोड़ीलाल मीणा लगातार अपने बयानों से पार्टी के लिए परेशानी का सबब बने हुए थे। मुख्यमंत्री कार्यालय और पार्टी की तरफ से किरोड़ीलाल की बयानबाजी को लेकर पिछले दिनो केंद्रीय नेतृत्व को रिपोर्ट भेजी गई थी। लेकिन दिल्ली चुनाव के चलते पार्टी ने इस पर कोई एक्शन नहीं लिया था।

दिल्ली विधानसभा में भारी बहुमत मिलने के बाद भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ की राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से फोन पर बात हुई और उसके बाद किरोड़ीलाल मीणा को नोटिस जारी करने का निर्णय लिया गया। मंगलवार से संसद सत्र में भाग लेने के लिये प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ आज दिल्ली पहुंच चुके हैं। चर्चा है कि इस दौरान वे राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात भी करेंगे और इस मुलाकात में किरोड़ीलाल मीणा पर आगे क्या एक्शन लिया जाए इस पर भी चर्चा होगी। किरोड़ीलाल मीणा की तरह ही पार्टी ने हरियाणा में भी मंत्री अनिल विज को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

केबीनेट मंत्री किरोड़ीलाल मीणा को भेजे गए नोटिस में पार्टी ने कहा कि आप भाजपा के सदस्य है और पार्टी के टिकट पर सवाई माधोपुर क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हुए हैं। आप राजस्थान सरकार में मंत्री भी है। आपने पिछले दिनों मंत्रिपरिषद से इस्तीफे की खबर न्यूज पेपर में छपवाने के लिए उपलब्ध करवाई और सार्वजनिक रूप से बयान देकर भाजपा नीत सरकार पर फोन टैप कराने का आरोप लगाया जो असत्य है। आपने बयान देकर भाजपा की बहुमत वाली सरकार की प्रतिष्ठा को धूमिल करने का काम किया। आपका उपरोक्त कृत्य पार्टी के संविधान में वर्णित अनुशासन भंग की परिभाषा में आता है।
नोटिस में कहा गया कि आपके उपरोक्त बयान को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पार्टी के संविधान में वर्णित अनुशासनहीनता माना है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देशानुसार आपको यह कारण बताओ नोटिस भेजा जा रहा है। आप आरोपों पर तीन दिन के अंदर अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें अन्यथा यह समझा जाएगा कि आपको उपरोक्त आरोप के बारे में कोई स्पष्टीकरण नहीं देना है।
मंत्री डॉ किरोड़ीलाल मीणा ने 6 फरवरी को अपनी सरकार पर आरोप लगाए थे। जयपुर में मीणा ने कहा था कि मेरे लिए सीआईडी लाई जा रही है और मेरा फोन टैप हो रहा है। मैंने भ्रष्टाचार के कुछ मामले बीच में उठाए थे। 50 फर्जी थानेदारों को गिरफ्तार किया गया था। मैंने जब कहा कि ये परीक्षा रद्द करो तो सरकार ने मेरी बात नहीं मानी। उल्टा सरकार की तरफ से जैसा पिछले राज में हुआ करता था वैसा ही हो रहा है। कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने 10 दिन पहले भी अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया था। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस राज में मेरा अपमान हुआ, अब राज में भी मेरा अपमान किया जा रहा है। आज का समय मिलावट का है। हां में हां करते जाएंगे तो रिश्ते लंबे चलेंगे। यही होता है। हां जी के दरबार में जो हां जी नहीं करेगा, वह मरेगा। मेरी हां कहने की आदत नहीं है। मैं जो कहता हूं, सच कहता हूं।

राइजिंग राजस्थान से पहले 6 दिसंबर को मंत्री किरोड़ीलाल मीणा अपनी ही सरकार के खिलाफ हो गए थे। किरोड़ीलाल मीणा ने प्रेस क्लब में मीडिया से बात करते हुए कहा था कि मेरी सरकार में मेरे ही खिलाफ मुकदमा दर्ज हो रहा है। थानेदार कविता शर्मा इतनी असरदार है कि कांग्रेस के शासनकाल में भी उसका बाल बांका नहीं हुआ। अभी भी उस पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। डा. किरोड़ीलाल मीणा राजस्थान की राजनीति में बड़े कद के नेता हैं। वह कई बार विधायक, मंत्री, लोकसभा व राज्यसभा के सांसद रह चुके हैं।

मरे सभी अहसास

सब विषयों में काम जो, आती है हर हाल।
अक्सर वह रफ कापियां रखता कौन संभाल॥
बनकर रहिए नमक-सा, इतना तो हर हाल।
सोच समझ तुमको करे, दुनिया इस्तेमाल॥
गिरगिट निज अस्तित्व को, लेकर रहा उदास।
रंग बदलने का तभी, करता है अभ्यास॥
अच्छा खासा आदमी, कागज पर विकलांग।
धर्म कर्म ईमान का, ये कैसा है स्वांग॥
हुई लापता नेकियां, चला धर्म वनवास।
कहे भले को क्यों भला, मरे सभी अहसास॥
खामोशी है काम की, समझ इसे हथियार।
करता नहीं दहाड़कर, सौरभ शेर शिकार॥
समझाइश कब मानते, बिगड़े होश हवास।
बचकानी सब गलतियां, भुगत रहा इतिहास॥
-डॉ. सत्यवान सौरभ

प्रतापगढ़ में ‘डिजिटल मर्डर’!..ऑनलाइन फ्रॉड से परेशान होकर युवक ने कर ली खुदकुशी…प्रतापगढ़ पुलिस ने कानपुर में दबोचा साइबर अपराधियों का गैंग

विक्रम सिंह / प्रतापगढ़

देश में साइबर अपराध की बाढ़ सी आ गई है। ठगी, लूट और हत्या जैसी वारदातों को ये साइबर क्रिमिनल अंजाम दे रहे हैं। सोमवार को ऐसा ही एक सनसनीखेज मामला यूपी के प्रतापगढ़ जिले में प्रकाश में आया। अपर पुलिस अधीक्षक (पूर्वी) दुर्गेश कुमार सिंह ने प्रेसवार्ता कर साइबर अपराधियों के ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर लोगों को झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी देकर वसूली करता था। इस गिरोह के शिकार हुए ज्ञानदास नामक युवक ने मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली, जिसे पुलिस ने ‘डिजिटल मर्डर’ करार दिया है।
मामले की जानकारी होने पर पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार ने अपनी स्पेशल टीमों को लगाकर राजफाश किया और अभियुक्तों को धर दबोचा। एएसपी सिंह ने बताया कि मृतक ज्ञानदास के भाई प्रेमदास ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया था कि अज्ञात लोगों ने उनके भाई को डिजिटल माध्यम से फंसाकर पैसे ऐंठे। बैंक खातों और कॉल डिटेल्स की जांच में सामने आया कि ज्ञानदास ने बार-बार अलग-अलग लोगों को ऑनलाइन भुगतान किया था।
ब्लैकमेलरों ने उसे लगातार कॉल कर धमकाया। झूठे मुकदमों और जेल भेजने का डर दिखाकर अवैध वसूली की। जब ज्ञानदास के पास पैसे खत्म हो गए, तो उसने अपने घर के गहने तक गिरवी रख दिए और उधारी लेकर भी आरोपियों के खाते में पैसे ट्रांसफर किए। मानसिक तनाव और आर्थिक शोषण से तंग आकर उसने बीते ३० जनवरी २०२५ को आत्महत्या कर ली। इस संबंध में थाना फतनपुर में केस दर्ज किया गया था। विवेचना के दौरान दारोगा शैलेश यादव ने सर्विलांस के जरिए मोबाइल नंबर 8173063758 की डिटेल्स खंगाली, जिससे पता चला कि यह नंबर कानपुर नगर के भीमसेन निवासी रोहित प्रजापति के नाम पंजीकृत था। इसके बाद लोकेशन ट्रेस करके संबंधित स्थल पर छापा मारा गया तो सर्विलांस टीम के आरक्षी सनोज कुमार की मदद से पुलिस ने भीमसेन से रेवरी जाने वाले रोड के किनारे खेल मैदान के पास चार संदिग्ध व्यक्तियों को दबोच लिया, जबकि चार अन्य मौके से फरार हो गए। गिरफ्तार अभियुक्तों में रोहित प्रजापति, अभिमत सिंह चौहान और वीर प्रताप सिंह व एक बाल अपचारी शामिल हैं। पुलिस को मौके से क्राइम ब्रांच की फर्जी आईडी कार्ड, कई मोबाइल फोन, सिम कार्ड और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई। क्राइम ब्रांच की फर्जी आईडी कार्ड, जिनसे अभियुक्त खुद को पुलिस अधिकारी दिखाकर लोगों को डराते थे। मोबाइल फोन और सिम कार्ड जिनसे फर्जी नंबरों से लोगों को धमकाने और ब्लैकमेलिंग के लिए इस्तेमाल किए जाते थे। बैंक ट्रांजेक्शन रिकॉर्ड–फोनपे, पेटीएम और अन्य डिजिटल माध्यमों से पैसे ऐंठे गए। गहनों के बिल और बैंक रसीदें व १६,०३० रुपए भी उनके पास से बरामद हुए। पूरे घटनाक्रम पर पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार ने कहा कि यह सिर्फ एक आनलाइन धोखाधड़ी का मामला नहीं, बल्कि डिजिटल मर्डर है। अभियुक्तों ने पीड़ित को इतना मानसिक रूप से प्रताड़ित किया कि वह अपनी जान देने पर मजबूर हो गया। ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

लोखंडवाला में वरीष्ठ शिव सैनिकों का सम्मान

सामना संवाददाता / मुंबई

शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे)  वर्सोवा विधानसभा की शिवसेना शाखा 60 के वर्षगांठ अवसर पर वरिष्ठ शिवसैनिकों का पुष्पगुच्छ दे कर उन्हें सम्मानित किया गया। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे ) की शिवसेना वर्सोवा विधानसभा के उप विभाग प्रमुख राजेश शेट्ट्ये के अनुसार शाखा 60 की वर्षगांठ के अवसर पर रविवार शाम को शाखा में सत्यनारायण महापूजा का आयोजन किया गया था।

इस अवसर पर भारी संख्या में स्थानीय नागरिक तथा शिवसैनिक उपस्थित हुए धे। इस अवसर पर शिवसेना उप नेता अमोल कीर्तिकर, शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे पार्टी की पूर्व विधायक श्रीमती ऋतुजा लटके तथा विधानसभा संघटक शैलेश फणसे, विधानसभा समन्वयक बाला आंबेकर तथा मनोहर पांचाल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इसी तरह महिला समन्वयक शीतल सावंत, उप विभाग प्रमुख राजेश शेट्ट्ये, चिंतामणि ‌निवाते, संजय पवार, महिला उप विभाग संघटक जागृति भानजी, रंजना पाटील, शाखाप्रमुख सिद्धेश चाचे, सतीश परब, दयानंद सावंत, सुबोध चिटनिस, एकनाथ केरकर, सुधाकर अहिरे, महिला शाखा संगठक अश्विनी खानविलकर, वनिता घाडगे, नंदिता खान, युवा सेना विभाग अधिकारी स्वप्निल शिवेकर, गीता कदम आदि पदाधिकारी तथा महाराष्ट्र बाडी बिल्डिंग असोसिएशन के सचिव नंदू खानविलकर मिलिंद दलवी सहित भारी संख्या मे स्थानीय नागरिक उपस्थित थे ।इस अवसर पर सभी वरीष्ठ शिव सैनिकों का सम्मान उपस्थित अतिथियों के हाथों उन्हें पुष्प गुच्छ भेंट कर उनका सम्मान किया गया ।

केंद्रीय कृषि मंत्री के विदिशा में आक्रोशित किसानों ने अधिकारियों का जलाया पुतला

दीपक तिवारी / विदिशा

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के विदिशा जिले के किसान फसलों की सिंचाई के लिए नहरों से पानी न मिलने पर 5 दिन से नटेरन में धरने पर बैठे हुए हैं। किसानों ने सोमवार को नहर के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उनका पुतला दहन किया।
संजय सागर बांध की नहर से नटेरन, सेऊ, रावण, खाई खेड़ा खेराई सहित दर्जन भर ग्रामों में पानी न पहुंचने की वजह से किसान आक्रोशित हैं और 5 दिनों से धरने पर बैठे हैं। किसानों के धरना देने के बाद भी नहरों में पर्याप्त पानी नहीं पहुंच रहा है। आज किसानों ने लापरवाह नहर अधिकारियों का पुतला जलाकर कर जमकर आक्रोश प्रकट किया।
किसानों ने बताया कि संजय सागर बांध के लापरवाह अधिकारियों की वजह से पानी नहीं आ रहा है। किसानों ने नहर के अधिकारियों का पुतला दहन करने के बाद कलेक्टर विदिशा के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। किसानों ने कहा कि उनके खेतों की फसलें पीली पड़ने लगीं और सूखने की कगार पर हैं। नहर से पानी छोड़े हुए 3 माह हो गए पर इसके बाद भी आज तक पर्याप्त पानी नहीं आया है। ज्ञापन में लापरवाह अधिकारियों को हटाने की मांग की गई, जिससे आगे समय पर पानी आ सके। किसानों ने कहा कि यदि जल्द पानी नहीं आया तो किसानों को उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।

धीमी साइकिल रेस में श्रद्धा-अमन प्रथम, जुरीशा व हुसैन को मिला दूसरा स्थान…अभाविप ने आयोजित किया ‘खेलकुंभ’

विक्रम सिंह / सुलतानपुर

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने काशी क्षेत्र के विभिन्न जिलों में स्लो साईकिलिंग प्रतियोगिता के आयोजन किए। बालक एवं बालिका वर्ग में संपन्न इन स्पर्द्धाओं में स्कूली छात्र-छात्राओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सेदारी लिया।
२ से १० फरवरी तक सुलतानपुर की बल्दीराय इकाई द्वारा स्लो साइकिल रेस प्रतियोगिता का आयोजन विपुल मिश्र के संयोजन में हुआ। कार्यक्रम में ७२ छात्र व छात्राओं ने प्रतिभाग किया, जिसमें प्रथम द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को ट्रॉफी मेडल व सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि परिषद के पूर्व जिला संयोजक वेद प्रकाश तिवारी रहे, जबकि प्रवक्ता राधेश्याम त्रिपाठी, अवधेश दुबे, बद्री यादव, विक्रम बहादुर सिंह, जग प्रसाद वर्मा, बल्दीराय तहसील संयोजक अमन वर्मा, वलीपुर नगर के नगर अध्यक्ष अरुण दुबे, नगर मंत्री विपिन यादव, सोनू तिवारी, आनंद कृष्णा पाण्डेय, सूरज यादव, सत्यम पाण्डेय, मोनू पाण्डेय, दिलीप तिवारी, अशोक दुबे, विकास दुबे, राकेश यादव, जीत मौर्य, मयंक आदि मौजूद रहे । प्रतियोगिता में रामरती मेमोरियल चिल्ड्रन स्कूल की छात्रा श्रद्वा दूबे प्रथम, जुरीशा द्वितीय व तृतीय स्थान साक्षी यादव आर बी एल चिल्ड्रन एकेडमी को मिला। छात्रों में अमन यादव सत्याश्रम स्कूल को प्रथम स्थान, रामरती मेमोरियल चिल्ड्रन स्कूल के छात्र हुसैन आमिर को द्वितीय स्थान, पी पी इंटर कॉलेज के छात्र अभिषेक को तृतीय स्थान मिला।

सनातन में ऐसी आस्था और विश्वास!..नेपाल से उल्टे पांव ५०० किमी महाकुंभ की यात्रा पर निकल पड़े सहधर्मिणी के साथ रूपनदास

विक्रम सिंह / सुलतानपुर

पड़ोसी देश नेपाल से सैकड़ों किलोमीटर की महाकुंभ तीर्थयात्रा पर प्रयागराज के लिए निकले इस ‘उल्टे पांव पदयात्री’ दंपति की अटूट आस्था और विश्वास के आगे नतमस्तक हो जाने को जी चाहता है!
लोककल्याण की भावना से लबरेज नेपाल के बांके जिला निवासी सनातनी गृहस्थ रूपनदास ने शारीरिक कष्ट एवं भौतिक समस्याओं की परवाह किए बगैर विश्वकल्याण के लिए हठयोगी की तरह निकल पड़े प्रयागराज के महाकुंभ की ओर करीब ५०० किमी की पदयात्रा पर..वह भी उल्टे पांव! पति के इस संकल्पपूर्ति के लिए सहधर्मिणी पतिरानी ने भी दिया उनका पूरा साथ। सिर और कांधे पर झोला और हाथों में सनातनी ध्वज थामे यह जोड़ा अपनी धुन में मगन कुशनगरी सुलतानपुर से प्रयागराज की ओर हाइवे पर लगी वाहनों की कतार के बीच से अपना रास्ता बनाता गंतव्य की ओर गुजरता नजर आया, जिसकी भी निगाहें पड़ीं वो ही इस आस्था के आगे हो गया श्रद्धावनत।
मूलतः नेपाल में बांके जिला अंतर्गत कोल्हनपुर नगर के लखनपुर मुहल्ला निवासी रूपनदास (५४) सहधर्मिणी पतिरानी (५२) तेरह दिन पूर्व घर के बगल स्थित हनुमान मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना के बाद बजरंगबली की प्रेरणा से १४४ वर्ष बाद लग रहे महाकुंभ में स्नान-ध्यान-दान के लिए पदयात्रा पर उल्टे पांव चलते हुए निकल पड़े। इस कठिन यात्रा में पतिरानी अपने पति का पूरा साथ निभा रही हैं। सबसे पहले इस दंपती ने नेपाल से गोरखपुर और फिर अयोध्या धाम पहुंचकर दर्शन-पूजन किया, फिर तेरहवें दिन निकल पड़े प्रयागराज की ओर। दोपहर में महाराज कुश की नगरी सुलतानपुर में उन्हें अखिल भारत विश्व हिंदू महासंघ के जिलाध्यक्ष कुंवर दिनकर प्रताप सिंह ने प्रयागराज मार्ग पर पयागीपुर चौराहे के पास देखा। जब तक वाहनों के काफिले को पार करते वे उन तक पहुंचते, तब तक उल्टे पांव लक्ष्य की ओर तेज कदम आगे बढ़ते ये दंपति और भी आगे बढ़ चुके थे, तब दिनकर अपने साथियों अंशू श्रीवास्तव व अरुण कुमार मिश्र के साथ प्रयागराज रोड पर उन्हे ढूंढ़ते हुए आगे निकले तो प्रतापगंज बाजार से पहले ये दंपति उन्हें रोककर कुछ खान-पान की व्यवस्था की, परंतु कुछ भी खाने-पीने से मना कर दिया इन तपस्वी यात्रियों ने। अति निवेदन के बाद केवल गन्ने का जूस और थोड़ा सा गुड़ लिया। रूपनदास ने कहा, “यह यात्रा जनकल्याण एवं सनातन धर्म पताका लहराती रहे, इसी के निमित्त है। पैदल उल्टे पांव चलकर नेपाल से प्रयागराज जा रहा हूं”।