वसई की रील स्टार युवती के घर की खिड़की पर पत्र चिपकाकर ब्लैकमेल करने वाला गिरफ्तार

राधेश्याम सिंह / वसई

एक रीलस्टार युवती के घर की खिड़की पर एक गुमनाम पत्र चिपका हुआ मिलता है। पत्र पढ़ते ही उसके पैरों तले की जमीन खिसक जाती है। इस युवती को अश्लील तस्वीरों के आधार पर ब्लैकमेल किया जाता है। किसने किया यह? उसने यह सब कैसे किया? ऐसे कई सवाल रहस्य पैदा करते रहे, लेकिन मानिकपुर पुलिस तकनीकी विश्लेषण के आधार पर उस आरोपी तक पहुंचती है और आरोपी को नाटकीय ढंग से जाल में फंसा लिया जाता है। मिली जानकारी के अनुसार, वसई-पश्चिम में रहने वाली 32 वर्षीय महिला एक निजी कंपनी में काम करती है और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर रील बनाती है। उसके वीडियो लोकप्रिय हैं और उसके कई फॉलोअर्स हैं। 30 जनवरी को उसकी खिड़की के शीशे पर एक गुमनाम पत्र चिपका हुआ मिला। पत्र पढ़ते ही उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। उस पत्र में लिखा था कि मेरे पास तुम्हारी अश्लील तस्वीरें और वीडियो हैं, मुझे इंस्टाग्राम पर संपर्क करो, वरना वीडियो वायरल करने की धमकी दिया। उसने अपनी इंस्टाग्राम आईडी भी दी। जब उसने उस इंस्टाग्राम आईडी पर उससे संपर्क किया तो धमकी देने वाले ने सबूत के तौर पर युवती की 3 अश्लील तस्वीरें और वीडियो भेजे। उसने कहा कि ये तस्वीरें तो बस ट्रेलर हैं और उसके पास तुम्हारे कई अश्लील वीडियो हैं। उसने कहा कि अगर वह यह सब बंद करवाना चाहती है तो मुझे तुम्हारे और भी अश्लील वीडियो भेजने होंगे। डरी हुई लड़की तुरंत मानिकपुर थाने पहुंची और शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस के लिए इस आरोपी को पकड़ना एक बड़ी चुनौती थी। माणिकपुर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक हीरालाल जाधव और सहायक पुलिस निरीक्षक राहुल पाटिल ने इस आरोपी को पकड़ने की योजना बनाई। उन्होंने युवती को आरोपी से बात करने के लिए कहकर जाल में फंसाना शुरू किया। इसी बीच पुलिस को उसका आईपी एड्रेस मिल गया। तकनीकी जांच के जरिए उन्हें उसका मोबाइल नंबर भी मिल गया, फिर उन्होंने उसे रंगे हाथों पकड़ने के लिए अगला जाल बिछाया। युवती ने उसे अश्लील तस्वीरें देने के लिए वसई के एक मैकडॉनल्ड कैफे में बुलाया। कैफे में घुसते ही सादे कपड़ों में मौजूद पाटील ने आरोपी को पकड़ लिया। पुलिस ने बताया कि लड़की पहली मंजिल पर रहती है। लड़की हर रोज शाम को काम से आने के बाद अपने बेडरूम में रील बनाती थी। आरोपी उसके घर के पास की दीवार से पत्रा के शेड पर चढ़ जाता था और अंधेरे में छिपकर कपड़े बदलते समय उसका वीडियो बनाता था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करके उसका मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया है और इंस्टाग्राम कंपनी से संपर्क करके युवती की अश्लील तस्वीरें डिलीट करवा दी हैं।

सोनार की दुकान पर चोरी…चांदी के आभूषण और वस्तुएं ले उड़े चोर

सामना संवाददाता / कल्याण

ठाकुर्ली के 90 फुट रोड स्थित लक्ष्मी पार्क इलाके में पूजा ज्वेलर्स नामक दुकान में चोरी की वारदात हुई है। चोरों ने दुकान से 2 लाख, 74 हजार, 800 मूल्य के चांदी के आभूषण और अन्य वस्तुएं चुरा लीं। इस मामले में दुकान मालिक की शिकायत पर तिलक नगर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है।
घटना के अनुसार, दुकान मालिक ने गुरुवार रात दुकान बंद कर दी थी। शुक्रवार सुबह सामने की मिठाई दुकान के मालिक ने देखा कि ज्वेलर्स की दुकान का शटर आधा खुला हुआ है। उन्होंने तुरंत दुकान मालिक को इसकी सूचना दी। दुकान पहुंचने पर मालिक ने पाया कि तिजोरी में रखे सोने के आभूषण सुरक्षित हैं, लेकिन काउंटर पर रखे चांदी के आभूषण और वस्तुएं गायब थीं। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और चोरों की तलाश जारी है।

बिड़ला महाविद्यालय में ‘बिर्लोत्सव’ संपन्न…5,000 विद्यार्थियों की सहभागिता

सामना संवाददाता / कल्याण

बी.के. बिड़ला महाविद्यालय में ‘बिर्लोत्सव’ का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें मुंबई विश्वविद्यालय से संबद्ध 40 से अधिक शिक्षण संस्थानों के लगभग 5,000 विद्यार्थियों ने भाग लिया। यह आयोजन आदित्य बिड़ला-ग्रासिम इंडस्ट्रीज के सहयोग से हुआ, जिसमें लोक कला और संस्कृति को केंद्र में रखते हुए गीत गायन, फैशन शो, नृत्य जैसी विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं।
मुख्य अतिथि के रूप में महाविद्यालय की पूर्व छात्रा और प्रसिद्ध अभिनेत्री स्नेहा वाघ उपस्थित रहीं। कार्यक्रम में के.डी.एम.सी. आयुक्त इंदुरानी जाखड़ और महाविद्यालय की प्रबंधन समिति के अध्यक्ष ओ.आर. चितलांगे ने विजेताओं को सम्मानित किया। कुल चार लाख रुपए की पुरस्कार राशि वितरित की गई। गायक शिवम चौहान और उनकी बैंड टीम ने अपनी शानदार प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। आयोजन को सफल बनाने में आकांक्षा ठाकुर और कलामंडल के सदस्यों की अहम भूमिका रही। कार्यक्रम का संचालन निखिल और अंकिता ने किया, जबकि प्रा. अर्नाल्ड जथाना और प्रा. आकाश कांबले ने सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया।

रूह तक जाने की राह!

प्यार राह है रुह तक जाने की,
प्यार में शिकवे है शिकायतें हैं,
रूठना है मनाना है चाहत है
राहत है खामोशी है गुनगुनाहट है
शिकवे है शिकायत है।
प्यार में रुदन है मुस्कुराहट है
इजहार है इंतजार है
बेकसी है करार है
तमन्नाएं है बेजारी है
मिलन है विदाई है
प्यार में शिकवे हैं शिकायत है।
प्यार खैरात नहीं सौगात है
व्यापार नहीं मीठा व्यवहार है
रूह तक जाने की राह है।
प्यार में शिकवे हैं शिकायतें हैं।
-बेला विरदी

सच तो यही है

क्या वक्त आया हर अखबार बिक गया
नाम तो ‘सच’ था, पर भरे बाजार बिक गया
संभल के रहना यहां कसम खाने वालों से
सच्ची खबरें देने वाला कारोबार बिक गया
किसे ढूंढ रहे हो तुम नाट्यमंच में ऐ दोस्त!
कौड़ियों में इसका मुख्य किरदार बिक गया
शहर में नहीं कोई जांबाज बस इतना जान ले
नाम के लिए जो था वो शह-सवार बिक गया
बड़ा गुरूर था मुझे कि वो कभी दगा नहीं देगा
वक्त बदला तो सबसे बड़ा वफादार बिक गया।
-दिनेश के वोहरा

 अवधी कविता : येसंउ लाग बाटइ महाकुम्भ अइया

येसंउ लाग बाटइ महाकुम्भ अइया
सभै जात बाटेन का बाबू का भइया
केहु के घरे से भरी कार जाता
त टेक्टर से केहू क घर बार जाता
केहु पैदलइ भोरे से नाधे बाटइ
टुटा बाटइ चप्पल भगा जात बाटइ
जहैं देख भइया टुटी भीड़ बाटै
का गाड़ी का घोड़ा जुटी भीड़ बाटै
बहुत होइ गवा भाय आलस तूं छोड़
चलऽ घूमि आई जहां भीड़ बाटै
तजऽ मोह माया भुलावऽ घरे के
भरल पाप गठरी कहां ई धरे के
चलऽ हालि-हालि तूं डुबकी लगाव
बिना यंह नहाए कहां केउ तरे के
नहाये के बादै मिटे पाप भइया
येसंउ लाग बाटइ महाकुम्भ अइया
भुलई क घर बार परिवार जाता
टुटल भीड़ बाटइ ह संसार जाता
कथरी दबाए भगा जाथैं मंगरू
त नोखई के दुलहिन ससुर सार जाता
केहू कंठी माला जपत राम बाटै
केहू के घरे में बहुत काम बाटै
केहू के मने में लगी धुकधुकी बा
नहाई कि नाही इ संग्राम बाटै
नैहर के लुगरी क बातइ निराली
सुन मोर बिटिया सुन मोर लाली
कहऽ हमरे पाहुन से हमहूं नहाबइ
कहत बाटै बिटिया चल हालि हालि
पाहुन बेचारा बना बा खेवइया
येसंउ लाग बाटइ महाकुम्भ अइया
लिहे चार गठरी चली जात बाटिन
सखी चार साथे बढ़ी जात बाटिन
कि भउजी के देखैं करामात भइया
बिना कुछु लड़े बस चली जात बाटिन
दुनौ हाथ जोड़े मनावत हैं भइया
कि हरदम्मै अइसइ रखऽ गंगा मइया
कि जिनगी में हमरे उजाला रहै बस
रहै पूरा परिवार हंसतै हे मइया
भले टेट खाली बा हर साल आउब
हमेशा नहवने में डुबकी लगाउब
मनइ मन मनावत हइनि बड़की भउजी
कि हर साल माई के पियरी चढ़ाउब
सभै के बा मनसा हऽ माइ पुरैया
येसंउ लाग बाटइ महाकुम्भ अइया
बसड्डा भरा बा लगी भीड़ भारी
जम्हाई में मातत बा देखऽ सवारी
लगा जाम कइयउ किलोमीटर देखा
घंटन से रेंगत बा भिड़िया बेचारी
सइकिल कपारे पे केउ लादे बाटै
केहू फटफटहिया पे बल बांधे बाटै
केहू झोरा लादे भगा जाता पैदल
बा अचरज की गाड़ी से ऊ आगे बाटै
बेचारे डराइबर हयेन हक्का बक्का
कि पंहुचइ में लागे बहुत देर पक्का
कि घंटन से गाड़ी दरैं में खड़ी बा
कि पैदल निकलि जाता जत्था पे जत्था
मूड़े पे लादे बा बोझा रमइया
येसंउ लाग बाटइ महाकुम्भ अइया
हरिया के माई उतरि गइ बेचारी
लगे हाथ साथैं उतरि गइ सवारी
लगावज्जा अहरा लगै बट्टी चोखा
लियावा सिधा लागि बा भूख भारी
खिला सबकऽ चेहरा मगन होइ गयेन सब
बटावइ लगेन हाथ फरहर भयेन सब
जेहर देख ओहरइ लगै लाग अहरा
बनै लाग भोजन लगा बस पे पहरा
घंटन निकलि गै बढ़ी बस न आगे
एहर भै खवाई जम्हाई के आगे
केहू पान हेरै मलत केउ बा खैनी
केहू चैन से बा कतंउ बा बेचैनी
ओहर सीट पे सोवैं बड़का सोवइया
येसंउ लाग बाटइ महाकुम्भ अइया
ओहर रेलगाड़ी के बातै निराली
भरी बा खचाखच छतौ पे सवारी
चढ़ी जाथैं अइया तबौ देखऽ राजू
लिहे झोरा झोरी दिहे जाथैं गारी
केहू तैस में बाऽ केहू बाटै घूरत
मुला जइहीं सभै हऽ सबके जरूरत
लिहे बाटइ डोल्ची खड़ी बा बहुरिया
लगत बाटै जइसे उ देबी के मूरत
जे बइठइ के पाए बा दुबका पड़ा बा
जहां जे खड़ा बा उंही पे अड़ा बा
लटकी बा खिड़की पे सट्टैं से सइकिल
मोहरवइ के कइयउ ठे गठरी पड़ा बा
नतिनिया के पकड़े हइन कसि के अइया
येसंउ लाग बाटइ महाकुम्भ अइया
टेसन पे जइसइ पहुंचि गइ बा गाड़ी
हटज्जात भइया समनवा उतारी
ददा के इ कहतै शुरु होइ गऽ हल्ला
जेहर देख ओहरै भिड़ी बा सवारी
जे बलवान बाटै चढज्जात बाटै
केहु के दबाए बढ़ज्जात बाटै
बेचारू ददा जाइ बइठेन दुबक के
कहज्जात बाटेन कि बज्जात बाटै
भरा प्लेटफारम न सरसउ के जगहां
धरी गोड़ कहंवा कहां बाटै जगहां
रगड़ि के चलत बाटेन मनई से मनई
हिलत बाटै पुलिया डरत बाटेन मनई
बढ़ी धुकधुकी बा कि दइया रे दइया
येसंउ लाग बाटइ महाकुम्भ अइया
शास्त्री पुले पे खड़ा दद्दा बाटेन
कि जाइ कहां हम परेशान बाटेन
जहां तक नजर जात बाटै बा तंबू
गजब बा नजारा उ हैरान बाटेन
कि तबले लइटिया बरी जगमगाके
जेहर देख ओहरै स्वरग तांई लागे
कि लप लप बरत बा गजब बा नजारा
कि धरती पे जइसे बा उतरा सितारा
कि शरमात बा आसमानउ छुपा बा
महाकुंभ देखत बा संसार सारा
मनई मनइ मन से मनवा में झांके
सफल होइग जिनगी कलब्बास आके
बचा जे भी बाटऽ चला आवऽ भइया
येसंउ लाग बाटइ महाकुम्भ अइया
इंहां देबी देवता उतरि आइ बाटेन
कथा चलि रही बा सुनत जात बाटेन
जहां देख सबके तपस्या चलत बा
कि पंडित पुजारी के पूजा फलत बा
सुबह शाम दुपहर नहाताटेन बाबू
कलब्बास मन से करतबाटेन बाबू
संगम के तट पै मची भीड़ बाटै
जहैं देख बमबम करत बाटेन बाबू
लड़िका गदेला खरीदैं खेलवना
त नइकी बहुरिया खरीदत बा पलना
नाउ पे बइठा बा परिवार सारा
करैं गंगा दर्शन देखत बा किनारा
बुड़त हैं तेवारी खेवऽ गंगा मइया
येसंउ लाग बाटइ महाकुम्भ अइया।
-पंकज तिवारी, जौनपुर

अमेरिकी सरकार द्वारा भारतीयों के हाथ में हथकड़ी व पैरों में बेड़ियां पहनाकर भारत भेजना बेहद निंदनीय-कांग्रेस

 अनिल मिश्र / पटना

अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी एवं बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के दिशानिर्देश पर आज गया के स्थानीय समाहरणालय के समक्ष स्थित डॉ. भीमराव आंबेडकर पार्क परिसर में जिला कांग्रेस कमिटी के नेताओं, कार्यकर्ताओं ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर अमरीकी सरकार द्वारा अप्रवासी भारतीयों के हाथों में हथकड़ी तथा पैरों में बेड़ियां पहनाकर भारत भेजने के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री से इस मामले में जवाब मांगा है। प्रदर्शन कार्यक्रम में शामिल गया जिला कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष डॉ. गगन कुमार मिश्रा, बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो. विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व जिला अध्यक्ष चंद्रिका प्रसाद यादव, पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, युगल किशोर सिंह, विपिन बिहारी सिन्हा, विद्या शर्मा, दामोदर गोस्वामी, प्रदीप शर्मा, अमित राजीव कुमार सिंह उर्फ रिंकू सिंह, मदीना खातून, कुमार सिंह उर्फ लबी सिंह, धर्मेंद्र कुमार निराला, नवाब अली, शिव कुमार चौरसिया, ज्ञानेंद्र शिशु, मोहम्मद अजहरुद्दीन, मोहम्मद ताज उद्दीन, साहिल गुप्ता, शिवनाथ प्रसाद, अर्जुन प्रसाद आदि ने कहा कि देश की महान जनता यह जानना चाहती है कि सत्ता पक्ष के लोग दिन-रात कहते नहीं थकते कि अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप और पीएम मोदी बहुत अच्छे दोस्त हैं , तो पीएम मोदी ने ऐसा क्यों होने दिया? क्या हम उन भारतीयों को वापस लाने के लिए अपना विमान नहीं भेज सकते थे? क्या किसी भी इंसान के साथ ऐसा व्यवहार किया जाता है? जबकि भारतीयों को हथकड़ी और बेड़ियां पहनाकर कर वापस भारत भेजा गया, इन सभी बिंदुओं पर प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री को जवाब देना चाहिए। अमेरीका से भारत लौटने वालों में 33 लोग हरियाणा के हैं, सबसे ज्यादा 11 लोग कैथल जिला के बताए जा रहे हैं, जिनकी उम्र 20 साल से कम है, तीन महिलाओं की भी वापसी हुई है। नेताओं ने कहा कि इस मुद्दे पर कांग्रेस सहित विपक्षी दलों के सांसद ने संसद में कार्य स्थगन का प्रस्ताव देते हुए संसद से सड़क तक भारतीयों के अपमान तथा मानवाधिकार उलंघन के खिलाफ आवाज बुलंद करते हुए प्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री से जवाब मांगा है।

आंध्र प्रदेश से पड़ोसी देश नेपाल भेजे जा रहे ढाई लाख रुपए कीमत के एक एप्पल मोबाइल दो सौ से अधिक की संख्या में बिहार में जब्त

अनिल मिश्र / पटना

दक्षिण राज्य आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा से मोबाइल की एक बड़ी खेप उत्तर भारत के बिहार और उत्तर प्रदेश के रास्ते पड़ोसी देश नेपाल भेजने के दौरान बिहार के रोहतास पुलिस द्वारा शिवसागर में पकड़ लिया गया है। इस संबंध में बताया जाता है कि एक गुप्त सूचना के आधार पर वाहनों के तलाशी के दौरान एक कार से करीब ढाई करोड़ रुपए के मोबाइल फोन बरामद किए गये हैं। इस संबंध में रोहतास के पुलिस अधीक्षक रौशन कुमार ने बताया कि शिवसागर थाना क्षेत्र के राष्ट्रीय राजमार्ग दो पर एक कार से लगभग ढाई करोड़ रुपए के मोबाइल फोन जब्त किए गये हैं।
दरअसल, रोहतास जिले के शिवसागर थाने के एनएच-19 स्थित टोल प्लाजा पर शुक्रवार की देर शाम एक अर्टिगा कार से पुलिस ने बिना कागजात के मोबाइल की एक बड़ी खेप पकड़ी है। इसमें एप्पल कंपनी के 271 मोबाइल फोन, 35 एंड्राइड और 11 स्मार्ट वॉच शामिल हैं। इस संबंध में रोहतास पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अर्टिगा कार (यूपी 62 सीके 1404) को इस मामले में जब्त किया गया है। वहीं इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार भी किया गया हैं। पुलिस के अनुसार, एक-एक मोबाइल की कीमत करीब ढाई-ढाई लाख रुपए बताई जा रही है। इस मामले में गिरफ्तार इन मोबाइल तस्करों से पुलिस अधीक्षक रौशन कुमार स्वयं पूछताछ कर रहे हैं, साथ ही उनकी निशानदेही पर अन्य तस्करों की तलाश की जा रही है। इन गिरफ्तार तस्करों में चार उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के हैं, जबकि एक बिहार के अररिया जिले का निवासी बताया जा रहा है। पुलिस के अनुसार, पकड़े गए सभी आईफोन अवैध हैं, जिसे तस्कर तस्करी को लेकर जा रहे नेपाल जा रहे थे। विदित हो कि सासाराम शहर में भी बाहर से मोबाइल लाकर उसे सस्ते दामों में बेचे जा रहे हैं। जिस पर भी पुलिस की नजर है। जल्द ही वैसे मोबाइल बिक्री करने वालों को दबोचा जाएगा। इस संबंध में रोहतास के पुलिस अधीक्षक रौशन कुमार ने पत्रकारों को बताया कि आईफोन को तस्कर विजयवाड़ा से लेकर आ रहे थे, जिसे बिहार के रास्ते नेपाल तक पहुंचाना था। एक गुप्त सूचना पर आईफोन जब्त कर तस्करों को दबोचा गया। इस संबंध में बताया कि सभी गिरफ्तार तस्करों से फिलहाल पूछताछ की जा रही है। इसके बाद तस्करों के साथ इससे जुड़े अन्य लोगों के नामों का खुलासा किया जाएगा।

पहली नजर में बिहारी अमृत श्रीवास्तव को फिलीपींस की दुल्हनिया चार्लीन से हुआ था प्यार

अनिल मिश्र / पटना

बिहार प्रदेश के पश्चिम चंपारण जिले के मोतिहारी का छोरा और तीन हजार द्वीपों से घिरे दक्षिण -पूर्व एशिया महाद्वीप की सुंदर सी जगह फिलीपींस की छोरी से यह शादी दो अलग-अलग संस्कृतियों के मिलन का उदाहरण बनकर सामने आई है, जो दर्शाती है कि प्यार वाकई में सीमाओं और दूरियों से परे होता है। इस संबंध में अमृत श्रीवास्तव ने बताया कि पहली नजर में ही उन्हें चार्लीन से प्यार हो गया था, लेकिन अपनी भावनाओं को व्यक्त करने में एक साल का समय लग गया। विवाह समारोह में सभी तैयारियां चार्लीन की पसंद के अनुसार की गईं। दोनों परिवारों के सदस्यों और रिश्तेदारों ने इस अंतरराष्ट्रीय विवाहोत्सव में भाग लिया। चार्लीन के पिता मैगनोलिया भी इस यादगार क्षण के साक्षी बने। फिलीपींस की चार्लीन और बिहार के मोतिहारी के अमृत श्रीवास्तव की शादी ने साबित किया है कि प्यार सीमाओं और दूरियों से परे होता है। अमृत श्रीवास्तव और चार्लीन दोनों तीन साल तक दुबई में लिव इन रिलेशनशिप में रहने के बाद शादी करने का फैसला किया। चार्लीन अपने परिवार के साथ 5 फरवरी को मोतिहारी पहुंचीं और हिंदू रीति-रिवाजों के साथ विवाह संपन्न हुआ। यह शादी दो अलग-अलग संस्कृतियों के मिलन का उदाहरण बनकर सामने आई है। इस देसी दूल्हा और विदेशी दुल्हनिया की शादी से पूरे गांव में उत्साह का माहौल है। पूरे रिश्तेदार और ग्रामीण इस शादी का लुत्फ उठाते नजर आते रहे। स्थानीय लोगों ने दुल्हन की खूब सराहना की। विवाह समारोह में सभी तैयारियां दुल्हन की पसंद से की गई थी। दोनों परिवारों के सदस्यों और रिश्तेदारों ने इस अंतरराष्ट्रीय विवाह में खूब लुत्फ उठाया। चार्लीन के पिता मैगनोलिया भी शादी में भारत के ग्रामीण परिवेश के नागरिकों से मिलकर खुश नजर आए।

दोस्ती की मिसाल…एक की मौत सुनकर दूसरे दोस्त ने भी प्राण त्यागे…दोनों की अर्थी साथ-साथ सजी

अनिल मिश्र / रांची

झारखंड प्रदेश के बाबानगरी देवघर जिले के सारठ थाना क्षेत्र के मोदीबांध गांव में दो दोस्तों की एक साथ हुई मौत ने पूरे इलाके में लोग दोस्ती मिसाल बता रहे हैं। दरअसल, केदार झा (82 वर्ष) की रांची में इलाज के दौरान मौत की खबर जैसे ही उनके करीबी दोस्त नीलकंठ झा उर्फ लीलू झा (80 वर्ष) को मिली। वह कुछ पल के लिए सोच में डूब गए और फिर अचानक बेहोश होकर गिर पड़े। उन्हें तुरंत सारठ सीएचसी ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
इस बीच खबर है कि केदार झा की अंतिम यात्रा की तैयारियां शुरू हो चुकी थीं, लेकिन जैसे ही नीलकंठ झा के निधन की खबर आई, गांव में शोक की लहर दौड़ गई। कुछ ही पल में दोनों दोस्तों की अंतिम यात्रा की तैयारी की गई और ग्रामीणों ने दोनों की अर्थी को कंधा देकर अजय नदी के किनारे स्थित श्मशान घाट पर एक साथ उनका अंतिम संस्कार किया।
इन दोनों दोस्तों की दोस्ती पूरे गांव के लिए एक प्रेरणा दे रही है। दोनों ने बचपन से लेकर साथ -साथ में हाई स्कूल की पढ़ाई की और हर रोज शाम को सारठ चौक पर बैठकर अखबार पढ़ते थे। वे हर सुख-दुःख में एक-दूसरे के साथ खड़े रहा करते थे। एक की मौत की खबर सुनकर तीन घंटे बाद दूसरे ने भी दुनिया को अलविदा कह दिया। यह अद्वितीय दोस्ती क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई है, और पूरे इलाके में उनकी अनमोल दोस्ती की मिसाल दी जा रही है