सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में पिछली सरकार के लिए मुख्यमंत्री लाडली बहन योजना लाभकारी साबित हुई थी। विधानसभा चुनाव बीतने के बाद सत्ता में आते ही ईडी २.० का असली चेहरा लाडली बहनों के सामने आने लगा है। बताया गया है कि अब तक राज्य में पांच लाख महिलाओं को योजना से बाहर कर दिया गया है। इतना ही नहीं योजना के मानदंडों में भी बदलाव किया गया है, जिसकी जानकारी राज्य की महिला व बाल विकास मंत्री आदिति तटकरे ने एक्स पर दी है।
आदिति तटकरे ने एक्स पर किए गए पोस्ट में कहा है कि २८ जून २०२४ और ३ जुलाई २०२४ को जारी किए गए शासनादेश के अनुसार अपात्र घोषित की गई महिलाओं को `मुख्यमंत्री मेरी लाडली बहन’ योजना से बाहर किया जा रहा है। अदिति तटकरे के मुताबिक, संजय गांधी निराधार योजना के लाभार्थी २,३०,००० महिलाओं को बाहर किया गया है। साथ ही ६५ वर्ष से अधिक उम्र की १,१०,००० महिलाओं को योजना से अयोग्य घोषित किया गया है। परिवार के सदस्यों के नाम पर चार पहिया वाहन वाली, नमो शक्ति योजना की लाभार्थी और स्वेच्छा से योजना से नाम वापस लेने वाली कुल १,६०,००० महिलाएं हैं। इन सभी में करीब २३ हजार मुंबई की भी लाडली बहनों का समावेश है। इस तरह नए मानदंडों के अनुसार, इस योजना से अब तक पांच लाख महिलाएं अपात्र घोषित किया गया है। विधानसभा चुनावों से पहले घोषित कई योजनाओं के कारण सरकारी खजाने पर भारी आर्थिक दबाव पड़ रहा था। इसके लिए विरोधियों ने अन्य योजनाओं के फंड में कटौती करने का आरोप लगाया था।
ईडी २.० का दिखा असली रंग, ५ लाख लाडली बहनें बाहर! …योजना के मानदंडों में भी हुआ बदलाव
लड्डू खाने की इतनी कठोर सजा … मां ने मासूम को बिना कपड़ों के तपते तवे पर बैठाया!
दि ल्ली से सटे गाजियाबाद के साहिबाबाद इलाके में एक सौतेली मां ने अपने चार साल के मासूम बेटे को गरम तवे पर बैठा दिया। गरम तवे पर बैठने की वजह से बच्चा बुरी तरह से झुलस गया। मां ने मासूम को इसलिए तपते तवे पर बैठाया क्योंकि उसने मां को बिना बताए लड्डू खा लिया था। घटना ३० जनवरी की है, जिसकी जानकारी उसके पिता को ५ फरवरी को लगी। मासूम के पिता राजेश ने अपनी दूसरी पत्नी और बेटी के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई है। दरअसल, साहिबाबाद के शालीमार गार्डन थाना क्षेत्र की डीएलएफ कॉलोनी में रहने वाले राजेश का दो साल पहले किसी विवाद के चलते पहली पत्नी से तलाक हो गया था, लेकिन उसका चार साल का बेटा गीतांशु उसी के साथ किराए पर रहता है। पत्नी से तलाक के कुछ दिन बाद राजेश ने एक तलाकशुदा महिला से दूसरी शादी कर ली थी। महिला की ७ साल की बेटी है।
एक दिन सौतेली मां ने गीतांशु को तपते तवे पर बैठा दिया, जिससे मासूम बुरी तरह से जल गया। पिता ने पुलिस को लिखित शिकायती पत्र में लिखा है कि उसके ४ साल के मासूम बच्चे गीतांशु को उसकी दूसरी पत्नी ने बिना कपड़ों के तपते तवे पर बैठाकर जला दिया। वो बुरी तरह घायल हो गया। सौतेली मां ने गीतांशु को इतना डराया था कि उसने किसी को भी ये बात नहीं बताई और ५ दिनों तक दर्द सहता रहा।
गपशप : वर्षा बंगला …एकनाथ की ‘अमरत्व’ यात्रा!
राजन पारकर
मुंबई का मलबार हिल स्थित `वर्षा बंगला’ अब किसी सरकारी आवास से अधिक एक ऐतिहासिक धरोहर बन चुका है। महाराष्ट्र की जनता को लगने लगा है कि यह अब सिर्फ एक मुख्यमंत्री का आवास नहीं, बल्कि एक पवित्र स्थल है, जहां प्रवेश करने के लिए विशेष योग्यता की आवश्यकता होती है। जब से देवेंद्र फडणवीस तीसरी बार मुख्यमंत्री बने हैं, तीन महीने हो चुके हैं, परंतु वह अभी भी शायद वह पवित्रता हासिल नहीं कर पाए हैं कि वे वर्षा बंगले में प्रवेश कर पाएं। कारण? पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अभी तक उस बंगले को छोड़ने के लिए मानसिक और भावनात्मक रूप से तैयार नहीं हुए हैं।
शिंदे के `त्याग’ का अनुपम उदाहरण
यह इतिहास में पहली बार हो रहा है कि एक पूर्व मुख्यमंत्री का अपने आधिकारिक बंगले के प्रति इतना गहरा लगाव है कि सत्ता बदलने के बावजूद वह वहां से हटने का नाम ही नहीं ले रहे हैं! मानो वर्षा बंगले से उनका रिश्ता सिर्फ सरकारी सुविधा तक ही सीमित न होकर आध्यात्मिक ऊंचाइयों तक पहुंच गया हो।
लोगों का कहना है कि एकनाथ शिंदे को अब `बंगला योगी’ का दर्जा दे देना चाहिए। वे वर्षा बंगले में ऐसे रम गए हैं, जैसे कोई ऋषि अपनी गुफा में ध्यानस्थ हो! जनता इस चमत्कारी स्थिति को देखकर सोच रही है कि क्या यह बंगला छोड़ते ही उनकी सत्ता की शक्ति भी चली जाएगी?
फडणवीस की प्रतीक्षा
इधर देवेंद्र फडणवीस बेचारे प्रतीक्षा कर रहे हैं कि कब वर्षा बंगला खाली होगा और वे मुख्यमंत्री के रूप में उसमें प्रवेश करेंगे। मगर ऐसा लगता है कि वर्षा बंगला अब सिर्फ एक सरकारी भवन ही नहीं रहा, बल्कि वह महाराष्ट्र की राजनीति में स्थायित्व की परीक्षा बन गया है।
क्या वर्षा बंगला अब ‘शिंदे स्मारक’ बनेगा?
राजनीति में सत्ता परिवर्तन कोई नई बात नहीं, लेकिन किसी नेता का आधिकारिक बंगले से इस कदर प्रेम होना, अपने आप में एक अनोखी घटना है। जनता को अब यह चिंता सताने लगी है कि कहीं यह बंगला एकनाथ शिंदे के नाम से ही न जाना जाए! कौन जाने, भविष्य में इसे `एकनाथ शिंदे स्थायी निवास’ घोषित कर दिया जाए!
वर्षा बंगले की आत्मा का विलाप
अगर वर्षा बंगला बोल सकता, तो शायद वह यही कहता-
`हे शिंदे जी! कृपया हमें छोड़ दें, हमें भी फडणवीस जी की सेवा करनी है! हम सिर्फ आपका निजी महल नहीं, पूरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का सरकारी आवास भी हैं!’
राजनीति या बंगला प्रेम?
महाराष्ट्र की जनता इस नाटक को बड़े चाव से देख रही है। कुछ लोग इसे `बंगला प्रेम की अनोखी गाथा’ कह रहे हैं, तो कुछ इसे सत्ता छोड़ने के बाद की मनोदशा का उदाहरण मान रहे हैं। लेकिन इस पूरे प्रकरण में एक बात तो साफ है कि महाराष्ट्र की राजनीति में मुख्यमंत्री बदले जा सकते हैं, परंतु वर्षा बंगला छोड़ना इतना आसान नहीं!
अब देखना यह है कि देवेंद्र फडणवीस कब तक अपनी `गृह प्रवेश’ की आस लगाए बैठते हैं और शिंदे जी कब तक `बंगला समर्पण’ से इनकार करते हैं। क्या यह नाटक यहीं खत्म होगा या फिर महाराष्ट्र की राजनीति में `वर्षा बंगला आंदोलन’ नामक कोई नई परंपरा जन्म लेगी? अंतत: राजनीति में कौन टिकेगा, सत्ता या बंगला? यह तो समय ही बताएगा!
५ पाकिस्तानी आतंकियों के उड़े चिथड़े! …भारतीय सीमा में घुसने की कर रहे थे कोशिश
-बारूदी सुरंग पर पड़ा पैर तो हुआ विस्फोट
सामना संवाददाता / जम्मू
जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती पुंछ जिले के बट्टल सेक्टर में एलओसी के पास एक बारूदी सुरंग विस्फोट में कल शुक्रवार को पांच संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकवादियों के चिथड़े उड़ गए। यह घटना तब हुई जब एक आतंकवादी कथित तौर पर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से भारतीय सीमा में आ रहा था। उसने गलती से भारतीय क्षेत्र में बिछाई गई बारूदी सुरंग पर कदम रख दिया।
सूत्रों ने कहा कि इससे एक विस्फोट हुआ, जिससे सभी घुसपैठिए मारे गए। उन्होंने बताया कि आतंकवादी एक आईईडी भी ले जा रहे थे, जिसमें भी विस्फोट हो गया। सूत्रों ने कहा कि घुसपैठ रोधी ऑब्सटेकल सिस्टम के हिस्से के रूप में भारतीय पक्ष के आगे के क्षेत्रों में विभिन्न स्थानों पर बारूदी सुरंगें हैं। एक अधिकारी ने बताया कि ये बारूदी सुरंगें कभी-कभी बारिश के कारण बह जाती हैं। करीब १५ दिन पहले जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा के पास बारूदी सुरंग विस्फोट में सेना का एक जवान घायल हो गया था। अधिकारियों ने कहा था कि सैनिक कृष्णा घाटी सेक्टर में एक गश्ती दल का हिस्सा था।
चेकपोस्ट पर करना था हमला
आतंकी बॉर्डर पर बनी सेना की चेक पोस्ट पर हमला करना चाहते थे। इससे पहले पाकिस्तान बॉर्डर एक्शन टीम पहले भी छिपकर कई हमले कर चुकी है। एक बार फिर सेना के जवान इसके निशाने पर थे। मृतकों में पाक सेना के जवान और आतंकी संगठन अल-बदर के आतंकी शामिल हैं।
सर्वेश बने अखिल भारतीय जायसवाल महासभा के उपाध्यक्ष …समाजजनों ने दी बधाई
सामना संवाददाता / मुंबई
समाजसेवी एवं युवा नेता सर्वेश जायसवाल को अखिल भारतीय जायसवाल (सर्ववर्गीय) महासभा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। उन्हें यह नियुक्ति पत्र सौंपते हुए महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकिशोर मोदी ने कहा कि सर्वेश जायसवाल को संस्था के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपने का पैâसला अखिल भारतीय जायसवाल महासभा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति में किया गया। भारत सरकार के केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के एडवाइजरी पैनल सदस्य तथा पश्चिम रेलवे के डीआरयूसीसी सदस्य रह चुके सर्वेश जायसवाल महाराष्ट्र के स्पेशल एक्जीक्यूटिव ऑफिसर के रूप में अपने दायित्व का निर्वाह कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि जायसवाल समाज की प्रगति, कल्याण एवं विस्तार के लिए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद की जो जिम्मेदारी मुझे सौंपी गई है, उसे निभाने और अपने समाज की कसौटी पर खरा उतरने का मैं पूरा प्रयास करूंगा। महासभा के संरक्षक प्रकाश चौधरी, प्रदीप भाई जायसवाल, राष्ट्रीय संरक्षक अशोक जायसवाल के अनुशंसा पर इनकी नियुक्ति की गई है। दिल्ली के उद्योगपति ओमप्रकाश जायसवाल, उमाशंकर जायसवाल बिहार व झारखंड के उद्योगपति संजय जायसवाल, महाराष्ट्र के उद्योगपति महेंद्र साव व राजेंद्र मेवाड़ा ने सर्वेश को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाए जाने के पैâसले का स्वागत किया है। जायसवाल समाज के पंचूराम जायसवाल, शशि प्रसाद, रवि जायसवाल, फूलचंद जायसवाल, गोपाल गुप्ता, श्यामसुंदर चौधरी ने भी सर्वेश जायसवाल को हार्दिक बधाई दी है।
`तुझे मारने में जरा भी नहीं हिचकिचाऊंगा’! …ईरान के मंत्री ने ट्रंप की हत्या की दी धमकी
अ मेरिका और ईरान, दोनों देशों के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा को लेकर अपनी नई योजना पेश की थी, जिसमें गाजा पट्टी पर कब्जा करने और उसके पुनर्विकास का प्रस्ताव रखा गया था। इस पर ईरान ने कड़ा विरोध जताया है। ईरानी संसद में विदेश नीति आयोग के सदस्य मुस्तफा जरेई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ट्रंप के खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा, `जब भी मुझे मौका मिलेगा, मैं तुम्हें मारने में एक पल भी नहीं हिचकिचाऊंगा, डोनाल्ड ट्रंप।’ उनके इस बयान ने पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित किया है।
गौरतलब है कि व्हाइट हाउस में एक दस्तावेज पर हस्ताक्षर करते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि मैं ईरान से एक बड़ा समझौता करना चाहता हूं, जिससे वे अपनी जिंदगी आगे बढ़ा सकें। उन्होंने स्पष्ट किया था कि ईरान को परमाणु हथियार रखने की अनुमति नहीं दी जा सकती। ट्रंप ने चेतावनी दी कि अगर ईरान ने उनकी हत्या की कोई साजिश रची, तो उसे पूरी तरह से मिटा दिया जाएगा।
भाजपा राज, बेखौफ बदमाश : दबंगों ने की ऑन ड्यूटी दारोगा की पिटाई … गाड़ी में बैठाकर पुलिस से की बदसलूकी
इंदौर में पुलिस के एक उपनिरीक्षक (दारोगा) को बंधक बनाकर पीटने और पिटाई की घटना का वीडियो बनाने के आरोप में जेल विभाग के एक कर्मचारी समेत दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस के एक अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। आरोपियों ने ड्यूटी पर तैनात उपनिरीक्षक को पीटे जाने की घटना का वीडियो भी बना लिया। इन वीडियो में वे वर्दीधारी उपनिरीक्षक से उसका नाम पूछकर उससे गाली-गलौज करते और मारपीट करते नजर आ रहे हैं। इस घटना ने एक बार फिर से मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार पर सवाल उठाए हैं। जहां आम जन तो दूर दारोगा भी सेफ नहीं हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, वीडियो में यह भी दिखाई दे रहा है कि आरोपियों ने उपनिरीक्षक को अपनी महंगी कार में जबरन बैठा रखा है। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त रामसनेही मिश्रा ने मीडिया को बताया, ‘यह घटना उस वक्त हुई, जब उपनिरीक्षक तेलेस्फोर एक्का बाणगंगा थाना क्षेत्र में बुधवार अलसुबह गाड़ियों की जांच कर रहे थे और उन्होंने संदिग्ध हालत में घूम रहे आरोपियों की कार को रोका था।’ उन्होंने आगे बताया कि इस मामले में विकास डाबी और रवि नायक को पुलिस हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त ने यह भी बताया कि डाबी अलीराजपुर जिले के जोबट स्थित जेल में प्रहरी है और वह छुट्टी के दौरान इंदौर में अपने घर आया था। मिश्रा ने बताया कि घटनाक्रम में शामिल दो अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि सभी चार आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की संबद्ध धाराओं में मामला दर्ज किया गया है और पुलिस जांच जारी है।
पश्चिम रेलवे के यात्रियों सावधान, कल १३ घंटे का जंबो ब्लॉक!
-कई गाड़ियां होंगी रद्द
-जरूरी हो तभी निकलें
सामना संवाददाता / मुंबई
आज रात १० बजे से कल सुबह ११ बजे तक पश्चिम रेलवे के मुंबई सेंट्रल और ग्रांट रोड के बीच फास्ट लाइन पर जंबो ब्लॉक रहेगा। पश्चिम रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक, ब्लॉक के दौरान १६८ लोकल को रद्द कर दिया गया है। १३ घंटे के इस जंबो ब्लॉक के चलते यात्रियों को काफी भीड़ का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए सावधान रहने और जरूरत हो तभी घर से बाहर निकलें। पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी विनीत अभिषेक के मुताबिक, ब्लॉक के दौरान स्टील का गर्डर हटाकर उसकी जगह पर कंक्रीट का प्री-कास्ट गर्डर लॉन्च किया जाएगा। वर्तमान में जो स्टील गर्डर हटाया जा रहा है, वह वर्ष १९६४ का है। उस समय यही तकनीकी चलती थी, लेकिन अब तकनीक में कई बदलाव होने के बाद आरसीसी (रिइंफोर्समेंट सीमेंट कंक्रीट) गर्डर लगाया जाएगा। ब्लॉक के दौरान चर्चगेट से चलने वाली फास्ट लाइन की लोकल धीमी लाइन पर संचालित होंगी। आज रात लोकल की २६ ट्रेन रद्द होंगी, वहीं ९ फरवरी यानी संडे को सुबह ११ बजे तक १४२ अप-डाउन लोकल सेवाएं रद्द की जाएगी।
ब्लॉक अवधि के दौरान चर्चगेट की कुछ लोकल ट्रेनों को मुंबई सेंट्रल दादर और बांद्रा स्टेशन से शॉर्ट टर्मिनेट किया जाएगा।
भाजपा की वॉशिंग मशीन में धुुलकर हो गए स्वच्छ! …हार्दिक पटेल पर से राजद्रोह का मामला वापस
सामना संवाददाता / नई दिल्ली
भाजपा की वॉशिंग मशीन में धुलकर एक और नेता स्वच्छ हो गया है। ये हैं गुजरात के विधायक हार्दिक पटेल। उन्हें बड़ी राहत मिली है। राज्य सरकार ने हार्दिक पटेल और अन्य के खिलाफ दर्ज राजद्रोह में मामले को वापस ले लिया है। इसकी जानकारी खुद पटेल ने सोशल मीडिया के जरिए दी। हार्दिक पटेल ने गुजरात की भाजपा सरकार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल का आभार व्यक्त किया। पटेल ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘गुजरात में हुए पाटीदार आंदोलन के दौरान मेरे समेत समाज के अनेक युवाओं पर लगे गंभीर राजद्रोह के मुकदमे आज भूपेंद्र भाई पटेल की सरकार ने वापिस लिए हैं। मैं समाज की ओर से गुजरात की भाजपा सरकार का विशेष आभार व्यक्त करता हूं।’
एडल्ट एटलस : गंदा धंधा और दर्दनाक मौत
एम एम एस
कैलिफोर्निया का सैन फर्नांडो वैली एक फिल्म स्टूडियो में फिल्म की शूटिंग चल रही थी। डायरेक्टर बार-बार एक दुबली-पतली एक्ट्रेस पर चिल्ला रहा था। उसे बार-बार ताने देते हुए कह रहा था, ‘ब्लडी …च, कितनी बार कहा तुम्हें कि अपने बॉडी पर काम करो। थोड़ा मांस बढ़ाओ ताकि फीलिंग आए… तुम्हें तकलीफ होती हो तो होने दो… कोई फर्क नहीं पड़ता… शुरुआत में तकलीफ की फीलिंग आने दो… उसके बाद ऐसे बताओ कि तुम एंजॉय कर रही हो… अगर तुमसे यह नहीं होता तो यहां पर एक्ट्रेस की कोई कमी नहीं, तुमसे ज्यादा सेक्सी तुमसे ज्यादा कामुक हैं। बिना कहे आग लगा देने वाली… रोनी सूरत मत बनाओ… अगले सीन में तुम्हारे साथ कुछ और लोग हैं!’
सुबह के ८:०० बज गए थे… शूटिंग खत्म होते ही वह लड़की एक कोने में बैठ गई… वह भरसक कोशिश कर रही थी कि उसका चेहरा रुआंसा न दिखाई दे, लेकिन उसके अंग बुरी तरह से दर्द कर रहे थे। उसके शरीर पर निशान थे। कहने को तो ये ‘लव बाइट’ थे जो दर्शकों को उत्तेजित कर देने में सक्षम थे, लेकिन उस एक्ट्रेस की पीड़ा उसे रुला रही थी। उसने अपने बैग से दवा की डिबिया निकाली और उसे ले लिया, ताकि उसे दर्द से निजात मिल जाए। इस बीच शूटिंग के दौरान उसने इसी दवा का सेवन किया था। उसे इस बात का इल्म हो रहा था कि धीरे-धीरे उस दवा की डोज बढ़ती जा रही है और उसका साइड इफेक्ट भी उसे हो रहा है।
वह कोस रही थी उस क्षण को, जब उसने इन फिल्मों में काम करने की हामी भरी थी। घर लौटकर वह लगभग लुढ़क सी गई और बेहोश हो गई। उसकी मेड ने उसकी मां को फोन कर इस बात की सूचना दी। उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। इस बार भी वह मौत के मुंह में जाने से बच गई। हालांकि, इस दफा उसकी मां ने उस ड्रग की लत छुड़ाने के लिए उन्हें वैâलिफोर्निया के एक रिहैबिलिटेशन सेंटर में भर्ती किया। लेकिन सेंटर में इलाज के दौरान कार्डियक अरेस्ट हुआ और पूरे शरीर को लकवा मार गया। उसकी मां ने रिहैबिलिटेशन सेंटर पर आरोप लगाया है कि केंद्र की लापरवाही की वजह से उसकी बेटी कोमा की अवस्था में है। उस एक्ट्रेस का नाम है एमिली विलिस। एमिली एक पोर्न फिल्म स्टार है। उसे केटामाइन नामक ड्रग की लत लग गई थी। शूटिंग के दौरान वो अपने दर्द को कम करने के लिए सेवन करती थी। केटामाइन एनेस्थीसिया में इस्तेमाल होने वाला प्रमुख ड्रग है। अमेरिकी मीडिया के अनुसार वह स्थायी रूप से पैरालाइज हो गई हैं।
इस घटना ने पोर्नोग्राफी पर सवाल खड़ा किया है। पोर्न फिल्मों में काम करने वाली लड़कियां ऐसे दिखाती हैं जैसे वो हर पल को एंजॉय कर रही हैं, लेकिन एमिली पहली पोर्न एक्ट्रेस नहीं है जो इस तरह के दर्दनाक हादसे का शिकार बनी है। कई एक्ट्रेसेस अपनी जान तक गवां बैठी हैं।
एडल्ट मूवी में अपनी कामुक अदाओं से दर्शकों को उत्तेजित करने वाली ये पोर्न एक्ट्रेस हकीकत में काफी बड़े दर्द और पीड़ा से गुजर रही होती हैं। उनकी कामुक अदाओं के पीछे दर्द निवारक दवाओं का ‘योगदान’ एक दिन लत बनकर उन्हें मौत के मुंह में धकेल देता है।
एनिमल बैस्टिलिटी के केस में फंस गई थी
एमिली विल्लिस पर एक जानवर के साथ संबंध बनाने का आरोप लगा था। ट्विटर पर ये आरोप किसी और ने नहीं, बल्कि उन्हीं के साथ काम करने वाली दो पोर्न स्टार्स ने लगाया था। ये दोनों एमिली के घर के बगल में ही रहती थीं। हालांकि, जिस वीडियो का जिक्र कर एमिली पर आरोप लगाया जा रहा था, उस पर एमिली का कहना था कि वैसे किसी वीडियो का वो हिस्सा ही नहीं थी। हालत ऐसी बन गई थी कि वीडियो के वायरल होने के बाद कई पोर्न फिल्मों के प्रोड्यूसर्स अब उनसे उसी तरह की फिल्में करने को कह रहे थे।
क्या था पूरा मामला?
बकौल एमिली जिन दो पॉर्न स्टार्स ने उनके खिलाफ ये साजिश रची, उनका उनसे कुछ वक्त पहले किसी बात पर झगड़ा हो गया था, इसके बाद ही एक जानवर के साथ संबंध बनाने की बात सामने आई। एमिली का कहना था कि ये सिर्फ उन्हें बदनाम करने की कोशिश थी और ये दोनों को-वर्कर्स उनका करियर खराब करना चाहती थीं। बकौल उनके; ये आरोप लगाने वाली वो दोनों उसका करियर खत्म करने के लिए ऐसे पोस्ट कर रही थीं, जबकि असलियत से कोई लेना-देना नहीं था और वो उस पोर्न वीडियो का हिस्सा नहीं थी।
पोर्न फिल्म इंडस्ट्री में जितना पैसा है, उतना ही इसमें डिप्रेशन और कई तरह के अपने खतरें हैं। ये सच है कि पोर्न इंडस्ट्री का बाजार काफी बड़ा है। और इसकी पहुंच यूरोपीय देशों से लेकर एशियाई देशों तक में बड़े स्तर पर है। इन फिल्मों में काम करने वाली पोर्न स्टार काफी मोटी रकम बतौर फीस चार्ज करतीं हैं। ऊपरी तौर पर इन स्टार्स की लाइफ काफी चकाचौंध भरी मानी जाती है। और कइयों की होती भी है, लेकिन इस दौरान इनके जीवन में कुछ और भी घट रहा होता है जो किसी को दिखाई नहीं देता। ऐसे हालात में कई पोर्न स्टार या तो डिप्रेशन में चलीं जातीं हैं या तो सुसाइड जैसा बड़ा कदम उठा लेती हैं। ऐसे ही यहां हम कुछ पोर्न स्टार्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने अपनी दुनिया से नाखुश होकर मौत को गले लगा लिया, तो किसी ने ड्रग्स का सहारा ले लिया।
एमिली की जुबानी
एमिली ने कहा कि जब से उन पर ये झूठे आरोप लगे हैं, तब से उनकी लाइफ में काफी परेशानी आ गई है। उन्हें काफी लोग कॉल करने लगे हैं, उन्हें इस तरह की पोर्न फिल्में ऑफर हो रही हैं। जिस वजह से वो मेंटली काफी परेशान हो गई हैं, जिसके बाद एमिली ने ट्विटर पर पोस्ट करने वाली गिआना डिओर और एड्रिया रे के खिलाफ केस दर्ज कर दिया है। उसने केस कर दोनों को-एक्टर्स को कानूनी पचड़े में फंसा दिया था। एमिली पर आरोप लगाने वाली दोनों को-एक्टर्स उनसे काफी कम मशहूर हैं। जहां दोनों के कुल मिलाकर ६ लाख से भी कम फॉलोअर्स हैं वहीं एमिली को अकेले ७ लाख से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं।
जानवरों के साथ गंदी फिल्म?
पोर्न इंडस्ट्री में बैस्टिलिटी यानी जानवरों के साथ संबंध बनाने के भी वीडियोज बनाए जाते हैं। हालांकि, ये इलीगल है। कई देशों में जानवरों के साथ संबंध बनाना गैरकानूनी है और इसके लिए आरोपी को जेल तक जाना पड़ता है।
क्रमश: