जंगली सूअर समझकर दोस्तों को मारी गोली! … दो की मौत, छह गिरफ्तार

सामना संवाददाता / पालघर
पालघर में सूअर समझकर एक दोस्त ने दूसरे दोस्तों को गोली मार दी, जिसमें दो दोस्तों की मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया है। यह घटना २८ जनवरी की बताई जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, पालघर में ८ दोस्त शिकार के लिए जंगल में गए थे। जंगल में पहुंचने पर दो दोस्त अलग हो गए। इसके बाद एक शिकारी ने अपने ही साथियों को जंगली सूअर समझकर गोलियां चला दीं। इस घटना में दो लोगों की मौत हो गई, फिर शिकारियों ने मृतक के शव को जंगल की झाड़ियों में ही छुपा दिया। पालघर में एक गांव से ८ दोस्तों का एक ग्रुप मनोर में बोरशेती वन क्षेत्र में शिकार करने गया था, जहां दो शिकारियों की मौत हो गई। शिकार करने गए साथियों ने ही अपने दो साथियों पर जंगली सूअर समझकर गोली चला दी थी, जिसके बाद एक की मौके पर ही मौत हो गई थी। वहीं एक गंभीर रूप से घायल हो गया था, जिसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।

शिक्षा के मंदिर में `नंगा नाच’ … ३ शिक्षकों ने १३ साल की बच्ची से वॉशरूम में ले जाकर किया रेप!

एक महीने के बाद हुआ खुलासा
तमिलनाडु के कृष्णागिरी जिले में १३ साल की स्कूली छात्रा के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। स्कूल के ही शिक्षकों ने छात्रा के साथ रेप किया। एक महीने के बाद इस वारदात का खुलासा हुआ है। पुलिस ने इस मामले में ३ आरोपी शिक्षकों को बुधवार को पॉक्सो कानून के तहत गिरफ्तार कर लिया। तीनों आरोपियों को १५ दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। कृष्णागिरी के कलेक्टर सी दिनेश कुमार ने कहा, `कृष्णागिरी जिले के एक सरकारी मिडिल स्कूल में तीन शिक्षकों ने १३ वर्षीय छात्रा के साथ कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किया। जिला शिक्षा अधिकारी ने तीनों शिक्षकों को निलंबित कर दिया है और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण अधिनियम की अलग-अलग धाराओं के तहत गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी शिक्षकों को १५ दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है।
पुलिस के मुताबिक, २ जनवरी को स्कूल के शौचालय में छात्रा के साथ दुष्कर्म किया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक सीनियर पुलिस अफसर ने बताया कि यह घटना २ फरवरी को प्रकाश में आई। जब छात्रा के माता-पिता ने स्कूल के प्रिंसिपल को इस घटना की जानकारी दी, तब जाकर एक महीने बाद वारदात का खुलासा हुआ। पुलिस ने जानकारी मिलते ही एक्शन लेना शुरू कर दिया। चाइल्ड हेल्पलाइन के अफसरों के मुताबिक, पीड़ित के माता-पिता की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर तीन आरोपी शिक्षकों को सस्पेंड कर दिया गया है। इन तीनों शिक्षकों को पॉक्सो अधिनियम की अलग-अलग धाराओं के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है।

‘गुजारा’ एक नैतिक जिम्मेदारी है … पहले पति से अलग हुई पत्नी दूसरे पति से भी मांग सकती है गुजारा भत्ता! -सुप्रीम कोर्ट का फैसला

सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में एक अहम पैâसला सुनाते हुए कहा कि अगर कोई महिला अपने पहले पति से कानूनी रूप से तलाक लिए बिना दूसरे पति से शादी करती है और बाद में दोनों अलग हो जाते हैं, तो वह अपने दूसरे पति से गुजारा भत्ता का दावा कर सकती है। यह निर्णय जस्टिस बी.वी. नागरत्ना और जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा की बेंच ने सुनाया है। महिला को आपराधिक दंड संहिता की धारा १२५ के तहत अपने दूसरे पति से गुजारा भत्ता प्राप्त करने का अधिकार होगा। भले ही महिला की पहली शादी कानूनी रूप से खत्म न हुई हो, लेकिन अगर पति-पत्नी ने आपसी सहमति से अलग होने का निर्णय लिया है, तो यह उसे दूसरे पति से भरण-पोषण का हकदार बनाता है।
बता दें कि यह पैâसला तेलंगाना हाई कोर्ट के उस निर्णय को पलटते हुए आया है, जिसमें महिला को भरण-पोषण का अधिकार देने से इनकार कर दिया गया था। इस मामले में अपीलकर्ता नंबर १ (पत्नी) ने उत्तरदायी (दूसरे पति) से शादी की थी, जबकि उसने अपने पहले पति से कानूनी रूप से तलाक नहीं लिया था। हालांकि, इसमें यह बात सबसे जरूरी है कि दूसरे पति को पहली शादी की जानकारी थी। शादी के बाद दोनों कुछ समय तक साथ रहे और उनका एक बच्चा भी हुआ, लेकिन बाद में झगड़ों के कारण दोनों अलग हो गए। इसके बाद महिला ने गुजारा भत्ता मांगा। तेलंगाना हाई कोर्ट ने महिला की याचिका को यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि चूंकि उसका पहला विवाह कानूनी रूप से समाप्त नहीं हुआ था इसलिए दूसरा विवाह अमान्य है और इस कारण महिला को दूसरे पति से भरण-पोषण का अधिकार नहीं मिल सकता।

सतर्क रहें, सावधान रहें : लोन फ्राॅड से कैसे बचें…

 

राज ईश्वरी

अगर आपके क्रेडिट रिपोर्ट में ऐसे लोन का जिक्र हो, जिसके लिए कभी अपने अप्लाई ही नहीं किया है तो आपके तो होश उड़ जाएंगे।
धोखाधड़ी के ऐसे मामलों को आइडेंटिटी थेफ्ट कहा जाता है। यानी किसी व्यक्ति की व्यक्तिगत और फाइनेंशियल जानकारी चुराकर उनके नाम से प्रâॉड लोन अकाउंट बनाना।
लोन फ्राॅड से कैसे बचें…
अपनी क्रेडिट रिपोर्ट को समय-समय पर चेक करें
अगर आप जानना चाहते हैं कि आपकी पहचान का उपयोग करके कहीं नए लोन अकाउंट तो नहीं खोले गए हैं तो समय-समय पर अपनी क्रेडिट रिपोर्ट को चेक करें।
आप अपनी क्रेडिट रिपोर्ट के अकाउंट सेक्शन को देखें और चेक करें कि क्या सभी क्रेडिट अकाउंट आपके अपने हैं।
यदि आपको अपनी क्रेडिट रिपोर्ट में किसी ऐसे कोई क्रेडिट अकाउंट का पता चलता है, जिसके लिए आपने अप्लाई नहीं किया है तो संबंधित क्रेडिट ब्यूरो के साथ तुरंत डिस्प्यूट दर्ज करें।
अपनी व्यक्तिगत जानकारी किसी को न बताएं
आपकी व्यक्तिगत जानकारी गोपनीय होती है और इसे किसी के साथ शेयर नहीं करना चाहिए, चाहे वह सोशल मीडिया पर हो, कॉल पर या व्यक्तिगत रूप से।
आपके पैन और आधार दस्तावेज भी बेहद गोपनीय होते हैं और उनकी फोटोकॉपी स्टेटमेंट ऑफ पर्पज के बिना शेयर नहीं की जानी चाहिए।
यह हमेशा ध्यान रखें कि कोई बैंक / एनबीएफसी / फिनटेक अधिकारी आपसे कभी भी पासवर्ड, नई बैंकिंग जानकारी, एटीएम पिन जैसी गोपनीय जानकारी नहीं मांगता है।
केवल सुरक्षित और विश्वसनीय प्लेटफॉर्म और मोबाइल ऐप का उपयोग करें।
किसी भी प्लेटफॉर्म / ऐप का उपयोग करने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि वह बड़ा और भरोसेमंद हो।
आपकी व्यक्तिगत जानकारी सुरक्षित है, यह पता करने के लिए आपको आईएसओ सर्टिफिकेशन जैसे सेफ्टी चेक का उपयोग करें।
फिशिंग अटैक से खुद को सुरक्षित रखें
ऐसे स्रोतों से प्राप्त ईमेल को न खोलें जिनके बारे में आपको पता न हो। ऐसी लिंक पर क्लिक करने से या अटैचमेंट डाउनलोड करने से आपके कंप्यूटर या स्मार्टफोन में वायरस आ सकता है या आपके साथ धोखाधड़ी हो सकती है। कुछ वायरस आपके कंप्यूटर को नुकसान पहुंचाते हैं, जबकि अन्य आपकी व्यक्तिगत जानकारी और पहचान को चुरा सकते हैं।

पासवर्ड, पिन, ओटीपी, क्रेडिट कार्ड संबंधी जानकारी और यहां तक कि आपकी जन्मतिथि जैसे पर्सनल डेटा को शेयर करने से पहचान की चोरी के मामले बन सकते हैं, जिनके तहत आपको पता भी नहीं चलेगा और आपकी पहचान का उपयोग करके ट्रांजेक्शन किया जा सकता है।

– बहुत से लोग, जिन्हें पैसों की तुरंत जरूरत होती है, ऐसे प्लेटफार्म और मोबाइल ऐप के जरिए लोन ले लेते हैं जो वेरिफाई नहीं होते हैं। डिजिटल लेंडिंग पर आरबीआई की वर्किंग ग्रुप रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में ६०० से अधिक गैर- कानूनी लेंडिंग ऐप काम कर रहे हैं।

किसी वेबसाइट का यूआरएल दर्ज करते समय, टाइपिंग की साधारण-सी गलती से भी आपका पता स्वैâमर्स को लग सकता है, क्योंकि हर जानी-मानी वेबसाइट के लिए समान डोमेन नेम वाली दर्जनों नकली वेबसाइटें होती हैं। कुछ वेबसाइटें ऑरिजिनल वेबसाइट की तरह दिखती हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि आप सही वेबसाइट पर जा रहे हैं, अपने वेब ब्राउजर पर लिंक को बुकमार्क करें, सर्च इंजन रिजल्ट के ज़रिए वेबसाइट की लिंक खोलें या आपके द्वारा टाइप किए गए यूआरएल को दोबारा चेक करें।

संजय सिंह का सनसनीखेज खुलासा … ‘आप’ विधायकों को भाजपा ने दिया है १५-१५ करोड़ का ऑफर!

सामना संवाददाता / नई दिल्ली
चुनाव नतीजों से पहले आप सांसद संजय सिंह ने एक सनसनीखेज खुलासा किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली में भाजपा ने ‘ऑपरेशन लोटस’ का काम करना शुरू कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने हमारे विधायकों को १५-१५ करोड़ देकर खरीदने की कोशिश की। वे पैसे और जांच एजेंसी का इस्तेमाल करते हैं। दिल्ली में हमारे दो मंत्रियों को तोड़ा। संजय सिंह ने कहा, ‘बहुत सारे विधायकों ने हमें सूचना दी कि हमारे सात विधायकों के पास १५-१५ करोड़ रुपए लेकर पार्टी छोड़ने का, पार्टी तोड़ने का और भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने का ऑफर आ चुका है। एक दो से मुलाकात करके भी ऑफर दिया गया। आम आदमी पार्टी को छोड़कर बीजेपी के साथ आकर सरकार बनाने की बात कर रहे हैं।’

 

 

आउट ऑफ पवेलियन : ब्यूटी की जंग

अमिताभ श्रीवास्तव

भारत में ही नहीं, बल्कि विश्व में ब्यूटी को लेकर बाजार सातवें आसमान में है। बेशुमार दौलत की वर्षा होती है और हर बड़ा उद्योगपति ब्यूटी बाजार की तरफ ललचाई आंखों से देखता रहता है। इसी का उदाहरण है कि मुकेश अंबानी की पुत्री ईशा ब्यूटी बाजार की एक सशक्त सौदागर हैं और अब उनको टक्कर देने इस जंग में उतर आई हैं आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला की बेटी अनन्या बिड़ला। जी हां, अब ब्यूटी और पर्सनल केयर बिजनेस में वो कदम रख रही हैं। वह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और माइक्रोफाइनेंस का बिजनेस शुरू कर चुकी हैं। देश में ब्यूटी और पर्सनल केयर का मार्वेâट अरबों डॉलर का है और लगातार बढ़ रहा है। अनन्या के नए मेकअप, प्रâेगरेंस और दूसरे प्रोडक्ट्स के ब्रांड नेम अभी सार्वजनिक नहीं किए गए हैं। इस सेक्टर में उनका मुकाबला रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा, एचयूएल और लॉरेल जैसी बड़ी कंपनियों से होगा। अब तक रिलायंस में ब्यूटी और लाइफस्टाइल सेगमेंट ईशा अंबानी देखती आई हैं, किंतु अब उनका मुकाबला अनन्या की कंपनी बिड़ला कॉस्मेटिक्स से होगा, जो इसी साल अपने ब्यूटी और पर्सनल केयर ब्रांड्स लॉन्च करेगी। दिलचस्प यह है कि ३० साल की अनन्या लॉरेल के ब्रांड मेंबलाइन की ब्रांड एंबेसडर भी हैं। माना जा रहा है कि २०२८ तक ब्यूटी एंड पर्सनल केयर का बिजनेस ३४ अरब डॉलर का हो जाएगा। यह सालाना १०-११ फीसदी की रफ्तार से बढ़ रहा है।
प्यार की खाद माइक्रोमांसिंग
प्यार की खाद बनकर उभरने वाला यह एक नया ट्रेंड है, जो युवाओं में जबरदस्त लोकप्रिय होता जा रहा है। वैसे भी ग्रांड रोमांटिक जेस्चर को हमेशा से सराहा गया है, लेकिन अब एक नया डेटिंग ट्रेंड उभर रहा है। इसे ‘माइक्रोमांसिंग’ कहा जाता है। यह ट्रेंड प्यार और अफेक्शन को व्यक्त करने के तरीके को बदल रहा है। जी हां, आज की तेज रफ्तार डिजिटल दुनिया में माइक्रोमांसिंग एक ऐसा तरीका बन गया है, जो रिश्तों को संतुलित और सार्थक बनाए रखता है। माइक्रोमांसिंग का मतलब है प्यार और देखभाल को छोटे इशारों से व्यक्त करना। पारंपरिक रोमांस में जहां महंगे गिफ्ट्स और भव्य सरप्राइज शामिल होते हैं, वहीं माइक्रोमांसिंग में छोटी-छोटी, लेकिन महत्वपूर्ण बातों पर जोर दिया जाता है जैसे- सुबह या रात में गुड मॉर्निंग, गुड नाइट का मैसेज भेजना। किसी छोटी, लेकिन खास चीज की तारीफ करना। पार्टनर की पसंदीदा कॉफी या स्नैक सरप्राइज के रूप में लाना। पुरानी यादों या मजेदार जोक्स को साझा करना। उनके लिए एक खास प्लेलिस्ट बनाना जिसमें उनके पसंदीदा गाने हों। हाथ से लिखा कोई प्यारा नोट या सरप्राइज मैसेज भेजना। इसे रिश्ते में अपनाने के लिए छोटी चीजों पर ध्यान दिया जाता है।
नियमित रूप से प्यार दिखाया जाता है। रिश्ते को पर्सनल बनाकर रखा जाता है तो तकनीक का सही उपयोग कर हमेशा मौजूद रहा जाता है। सबसे बड़ी बात यह है कि इसमें अपने पार्टनर को यह बताया जाता है कि वो आपके लिए कितने खास हैं।
(लेखक वरिष्ठ खेल पत्रकार व टिप्पणीकार हैं।)

`चुनाव आयोग मर गया है!’ …चुनाव आयोग पर फूटा अखिलेश यादव का गुस्सा

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने भाजपा और प्रशासन पर धांधली के गंभीर आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाए हैं। संसद जाने से पहले मीडिया से बातचीत में अखिलेश यादव ने कहा, `भाजपा का यही तरीका है चुनाव जीतने का। चुनाव आयोग निष्क्रिय हो गया है। लोकतंत्र की रक्षा करने वाला तंत्र ही ध्वस्त हो गया है।’ अखिलेश यादव ने कहा कि मिल्कीपुर में मतदान के दौरान पुलिस-प्रशासन ने पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाया। समाजवादी पार्टी के बूथ एजेंटों को धमकाया गया, तो कई स्थानों पर उन्हें बैठने भी नहीं दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा समर्थित लोगों ने चुनाव को प्रभावित करने के लिए फर्जी वोटिंग करवाई और अराजकता पैâलाई। उन्होंने बताया कि बूथ संख्या १५८ पर खुद एसडीएम ने चुनाव आयोग से बूथ वैâप्चरिंग की शिकायत की थी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। अखिलेश के मुताबिक, `फर्जी वोटिंग का आलम यह था कि एक व्यक्ति ने छह बार वोट डाल दिया, जिसे समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी ने खुद रंगे हाथों पकड़ा।’
सपा प्रमुख ने भाजपा सरकार पर लोकतंत्र खत्म करने का आरोप लगाते हुए कहा, `यह उपचुनाव बस एक औपचारिकता बनकर रह गया। प्रशासन खुलेआम भाजपा का साथ दे रहा है और चुनाव आयोग मूकदर्शक बना हुआ है।’ उन्होंने कहा कि भाजपा को हार का इतना डर था कि उन्होंने निष्पक्ष चुनाव की संभावनाओं को ही खत्म कर दिया। उन्होंने कहा, `यह भाजपा का चुनाव लड़ने का तरीका है। चुनाव आयोग मर गया है, सफेद कपड़ा हमें भेंट करना पड़ेगा।’

निष्पक्ष चुनाव की मांग
अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग से निष्पक्ष जांच और कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जनता का भरोसा बनाए रखने के लिए निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव प्रक्रिया बेहद जरूरी है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आयोग इस मामले में ठोस कदम उठाएगा।

तहकीकात : विधवाओं का लुटेरा

फिरोज खान

५० वर्षीय महिला के पति की साल २००८ में मौत हो गई थी। पति के देहांत के बाद महिला ने अपनी २८ वर्षीय बेटी की शादी कर दी। बेटी को विदा करने के बाद महिला अकेलापन महसूस करने लगी थी। बेटी और रिश्तेदारों से राय लेने के बाद उसने शादी करने का पैâसला कर लिया। नई जिंदगी और नए जीवनसाथी की तलाश में विधवा महिला मैट्रिमोनियल साइट पर पहुंची, जहां ५१ वर्षीय व्यक्ति के साथ उसकी दोस्ती हुई। कुछ ही महीनों में दोनों की दोस्ती प्यार में बदल गई और दोनों ने मंदिर में कुछ मेहमानों की मौजूदगी में शादी कर ली। दोनों मालाड (पूर्व) दिंडोशी इलाके में रहने लगे। एक दिन सुबह महिला जब नींद से जागी तो उसने देखा कि उसका नया जीवनसाथी गायब था। महिला ने पति को मोबाइल पर संपर्क किया तो पता चला मोबाइल स्विच ऑफ है। उसे कुछ शक हुआ और अलमारी चेक की तो पता चला अलमारी में रखे १६ लाख रुपए के जेवरात साफ हो चुके थे। ठगे जाने का एहसास होते ही महिला के पैरों तले जमीन खिसक गई और बदहवासी के आलम में वो बिस्तर पर गिर पड़ी। कुछ देर तक बिस्तर पर सुन्न पड़ी महिला ने अब बेटी को फोन लगाया और उसे सारी कहानी कह सुनाई। अब मां-बेटी फौरन मालाड (प.) स्थित उस कंपनी में जा पहुंची जहां फरेबी दूल्हा काम करता था। वहां जाने के बाद उन्हें जो जानकारी मिली उसे सुनकर दोनों के होश उड़ गए। कंपनी में काम करनेवालों ने बताया कि वह शख्स कई दिनों से वहां आया ही नहीं है। इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि उनकी तरह और भी कई महिलाएं आरोपी को ढूंढ़ने के लिए वहां पहुंची थीं। उन महिलाओं ने भी यही बताया था कि वे विधवा थीं और उनका विवाह आरोपी के साथ हुआ था। बाद में वो उनके गहने लेकर फरार हो गया। मां-बेटी को समझते देर नहीं लगी कि उनके साथ भी धोखा हुआ है। अब दोनों दिंडोशी पुलिस स्टेशन पहुंचीं और फरार व्यक्ति के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने छानबीन की तो पता चला कि फरार आरोपी हकीकत में कई विधवाओं से शादी कर उनकी तिजोरी से लाखों रुपए के गहने लेकर गायब हो चुका है।
खैर, साइट पर जान-पहचान बढ़ाकर शादी करने का रिवाज इन दिनों काफी बढ़ गया है, जबकि यह तरीका बेहद खतरनाक साबित हो रहा है। बेहतर यही है कि जान-पहचान या रिश्तेदारों के जरिए रिश्ता ढूंढ़ना चाहिए, ताकि धोखाधड़ी न हो सके।

तेजस्वी को हर हाल में बनाना है सीएम! …नीतीश के गृह जिले में लालू ने भरी हुंकार

सामना संवाददाता / पटना
आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘इस बार हर हाल में तेजस्वी को बिहार का मुख्यमंत्री बनाना है।’ लालू ने कहा, ‘हमें इकट्ठा होकर देश में अपनी सरकार बनानी है। न हमने सिर झुकाया है और न आप लोग किसी के सामने झुकना।’
लालू की इस हुंकार के बाद बिहार की सियासत गरमा गई है। गत चुनाव में राजद सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। इसके बावजूद सबसे कम सीटें पानेवाली पार्टी नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बन गए थे और तेजस्वी के सीएम बनने का सपना पूरा नहीं हुआ था।

सत् वाणी : वैदिक मंत्रों के उच्चारण से संभव है रोगों का इलाज

हमारे शरीर में स्थूल शरीर के साथ-साथ एक आध्यात्मिक शरीर भी बना हुआ है। आध्यात्मिक शरीर के मुख्य अंग है आत्मा, कुंडलिनी शक्ति, मन, ध्वनि चक्र, ऊर्जा चक्र, नाड़ियां, रुद्र वायुएं इत्यादि। आत्मा का निवास हमारे हृदय की गहराइयों में होता है तो मन मस्तिक में स्थित है। कुंडलिनी शक्ति मूलाधार चक्र में विराजमान रहती है। मानव शरीर में ७२,००० नाड़ियां ५६ ध्वनि चक्रों से जुड़ी हुई स्थापित हैं। मानव शरीर में ऊर्जा का प्रवाह नाड़ियों द्वारा ही संपन्न होता है। मानव शरीर में ७ ऊर्जा चक्र होते हैं। जिनमें मूलाधार चक्र, स्वाधिष्ठान चक्र, मणिपुर चक्र, अनाहत चक्र, विशुद्धिचक्र, आज्ञा चक्र और सहंस्रधारा चक्र। एक ध्वनि चक्र से १,२०० से १,३०० नाड़ियां जुड़ी हुई हैं, जो आगे चलकर शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों में पैâली हुई है। मानव शरीर में ध्वनि की तरंग ध्वनि चक्र से उत्पन्न होती है और कंठ तक पहुंचती है। कंठ में इस तरंग का केवल विस्तार होता है तत्पश्चात उसे तरंग को व्याकरण मुख देता है और एक अक्षर की ध्वनि बाहर निकलती है। संस्कृत भाषा ही एकमात्र भाषा है जो पूर्ण रूप से बोली जाती है, इसकी वजह से चक्र पूरे घूमते हैं। संस्कृत भाषा को छोड़कर किसी भी भाषा से हमारे चक्र पूर्ण रूप से नहीं घूम पाते। ४० साल की उम्र के पश्चात मानव शरीर की नाड़ियां सिकुड़ने लगती है और इसकी वजह से शरीर के भीतरी अंगों में ऊर्जा का प्रवाह प्रभावित होता है और शरीर रोग को धारण कर लेता है। वैदिक संस्कृत में ५६ ध्वनियां है तो संस्कृत में ४२ और हिंदी में ३३ वहीं अंग्रेजी में केवल २७ अक्षर ही हैं। मानव शरीर का रोगी होना कलयुग में स्वाभाविक है, क्योंकि वह अपनी ७२,००० नाड़ियों में पूर्ण रूप से ऊर्जा का प्रवाह कर पाने में असमर्थ है। शरीर में ऊर्जा का प्रवाह आकाश तत्व से बनी नाड़ियों द्वारा ही संपन्न होता है। अत: मानव को अपनी ऊर्जा संचार प्रणाली को उत्तम बनाना होगा। प्रत्यक्ष समय काल में तो पृथ्वी के सभी शरीरों की ऊर्जा संचार प्रणाली क्षतिग्रस्त है, क्योंकि मानव वैदिक रुद्र मंत्रों के अध्ययन से कोसों दूर है। आज के मानव के रोगी होने की एक परम वजह यह भी है कि वेद मंत्रों का उच्चारण ऊंचे स्वर में ही संपन्न होता है, ऐसा करने से शरीर की नाड़ियां मोटी भी होती हैं और गहराइयों तक भी खुल जाती हैं, जिससे ऊर्जा संचार प्रणाली अच्छी होती है। वैदिक मंत्रों के पठन-पाठन से मानव सुखी भी रह पाता है और निरोगी जीवन भी व्यतीत कर पाता है।
पं. राजकुमार शर्मा (शांडिल्य)
संपर्क – ७७३८७ ०७९२३