ऑस्ट्रेलिया को झटका

आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी की शुरुआत १९ फरवरी से हो रही है। चैंपियंस ट्रॉफी से पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम को बड़ा झटका लगा है। ऑलराउंडर मार्कस स्टोइनिस ने तत्काल प्रभाव से वनडे क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। स्टोइनिस चैंपियंस ट्रॉफी टीम का भी हिस्सा थे, ऐसे में उनका संन्यास लेना चौंकाने वाला है। स्टोइनिस अब चैंपियंस ट्रॉफी में भी नहीं खेलेंगे। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया के लिए अच्छी बात यह है कि स्टोइनिस टी२० में ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व करना जारी रखेंगे। स्टोइनिस ने कहा, `ऑस्ट्रेलिया के लिए ओडीआई क्रिकेट खेलना एक अविश्वसनीय यात्रा रही। इस दौरान मैदान में बिताए हर पल के लिए आभारी हूं। अपने देश का प्रतिनिधित्व करना ऐसी चीज है, जिसे मैं हमेशा संजो कर रखूंगा। यह कोई आसान निर्णय नहीं था, लेकिन मेरा मानना ​​है कि मेरे से वनडे से दूर रहने और अपने करियर के अगले अध्याय पर पूरी तरह ध्यान केंद्रित करने का यह सही समय है। रॉन (ऑस्ट्रेलिया टीम के कोच एंड्रयू मैकडोनाल्ड) के साथ मेरे संबंध बहुत अच्छे हैं और मैं उनके सहयोग की बहुत सराहना करता हूं। मैं पाकिस्तान में खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करूंगा।’ ३५ साल के मार्कस स्टोइनिस ने ऑस्ट्रेलिया के लिए ७१ वनडे मुकाबले खेले।

टिकट के लिए भगदड़

भारत और इंग्लैंड के बीच ३ वनडे मैचों की सीरीज का दूसरा मुकाबला कटक के बाराबती स्टेडियम में खेला जाएगा। दोनों टीमें ९ फरवरी को आमने-सामने होंगी। इससे पहले कटक में वनडे टिकट के लिए पैंâस के बीच भगदड़ मच गई। इस दौरान अफरा-तफरी का माहौल बना रहा, जिसमें फैंस घायल हो गए। टिकट खरीदने वाले लोगों ने पुलिस प्रशासन की लापरवाही पर आरोप लगाया है, जिसकी वजह से हालात बदतर हुए। दरअसल, कटक के बाराबती स्टेडियम में तकरीबन ६ साल बाद वनडे मैच का आयोजन हो रहा है। लिहाजा, क्रिकेट पैंâस के बीच जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। काउंटर पर टिकट बिक्री शुरू हुई, जिसके बाद बड़ी संख्‍या में लोग टिकट खरीदने के लिए काउंटर पर पहुंचे, जिस वजह से भगदड़ मच गई और भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंगलवार रात से १०,५०० लोग लाइन में लगे थे, जबकि कुल साढ़े ग्‍यारह हजार टिकटों की बिक्री होनी थी। भगदड़ के बाद प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं।

वीडियो से विवादों पर ब्रेक

ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद से ही भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा और हेड कोच गौतम गंभीर के बीच अनबन की बातें सामने आ रही थीं। वैसे हाल ही में एक वीडियो के जरिए इन सभी अफवाहों पर ब्रेक लग गया है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल भी हो रहा है। वीडियो में दिख रहा है कि रोहित शर्मा और गौतम गंभीर टीम होटल में साथ एंट्री कर रहे हैं। दोनों के चेहरे पर हंसी है और वे आपस में मजाक करते दिख रहे हैं। इस वीडियो के सामने आने के बाद पैंâस का कहना है कि दोनों के बीच किसी भी तरह की कोई नाराजगी नहीं है और सब कुछ पहले जैसा ही सामान्य है। बता दें कि पिछले महीने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रोहित शर्मा और गौतम गंभीर के बीच मतभेद की खबरें सामने आई थीं। रोहित का खराब फॉर्म उनके टीम में जगह को लेकर सवाल खड़े कर रहा था, जिसके चलते वह सिडनी टेस्ट में नहीं खेले थे। मैच से पहले ड्रेसिंग रूम में तनाव की खबरों ने आग में घी डालने का काम किया था। बता दें कि इंडिया और इंग्लैंड सीरीज में सभी की निगाहें रोहित शर्मा और विराट कोहली की फॉर्म और फिटनेस पर है।

बाणगंगा का संरक्षण सिर्फ कागजों पर! …लेट-लतीफी के कारण अटकी है योजना

-मनपा ने हाई कोर्ट में किया प्रक्रिया तेज होने का दावा
सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई मनपा ने ३१ जनवरी २०२४ को मुंबई हाई कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर दावा किया कि ऐतिहासिक बाणगंगा टैंक को संरक्षित करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है, लेकिन क्या यह सच है? रिपोर्ट्स के अनुसार, यह योजना केवल कागजों पर दिखती है।
सालों से उपेक्षित ऐतिहासिक स्थल
बाणगंगा टैंक, जिसे १९९५ में ग्रेड-१ हेरिटेज स्थल का दर्ज प्राप्त हुआ, वर्षों तक अतिक्रमण का शिकार रहा। लेकिन मनपा की नींद तब टूटी, जब गौड़ सारस्वत ब्राह्मण मंदिर ट्रस्ट ने २०२३ में इस मुद्दे पर सीधे हस्तक्षेप किया। इसके बाद २० अप्रैल २०२३ को पहली बार बैठक हुई, जिसमें ट्रस्ट ने मनपा से अतिक्रमण हटाने की अपील की। जुलाई २०२३ में मनपा ने ५० से ज्यादा अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी किया।
पुनर्वास का दावा, लेकिन कितने बेघर?
मनपा के अनुसार, १३ पात्र परिवारों को पुनर्वास का अधिकार मिला है, लेकिन क्या बाकी अतिक्रमणकारियों का भी कोई हिसाब है? एसआरए ने ८ अगस्त २०२३ को ११६ झोपड़ियों को पुनर्वास योजना में शामिल किया।

रॉकेट थ्रो ने उड़ा दिया

भारत और इंग्लैंड के बीच कल पहला वनडे मैच नागपुर में खेला गया। मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज फिल साल्ट एक छोटी गलती के कारण अपना विकेट गवां बैठे हैं। दरअसल, फिल साल्ट ९वें ओवर में तीन रन भागना चाहते थे, लेकिन श्रेयस अय्यर के रॉकेट थ्रो के सामने उड़ गए यानी रन आउट हो गए। जब हार्दिक पांड्या गेंदबाजी कर रहे थे तो उनके ओवर की पांचवीं गेंद पर फिल साल्ट ने पॉइंट की दिशा में शॉट लगाया। साल्ट और बेन डकेट दो रन के लिए भाग चुके थे, लेकिन साल्ट तीसरे रन के लिए भी दौड़ पड़े। नॉन-स्ट्राइकिंग एंड पर डकेट ने एक-दो कदम आगे बढ़ाकर रन भागने से इनकार कर दिया, लेकिन फिल साल्ट ने जब तक उनका इशारा समझा तब तो वो आधी पिच तक आ चुके थे। बाउंड्री से श्रेयस अय्यर ने रॉकेट की रफ्तार से थ्रो फेंका और विकेटकीपर ने स्टंप्स उड़ा कर गिल्लियां बिखेर दीं। इंग्लैंड ने अपना पहला विकेट ७५ रन के स्कोर पर गंवाया। इंग्लैंड बढ़िया रन-रेट से स्कोरबोर्ड को आगे बढ़ा रहा था। इसके बावजूद तीसरा रन भागना फिल साल्ट को भारी पड़ा।

झांकी : झटका

अजय भट्टाचार्य

महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम के चेयरमैन पद पर परिवहन सचिव संजय सेठी की नियुक्ति कर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गद्दार सेना को झटका दिया है। इससे राज्य में नया बखेड़ा खड़ा हो सकता है। एक दशक से इस पद की कमान जनप्रतिनिधि के हाथों में होती थी। परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने हाल ही में फडणवीस को पत्र लिखकर नए अध्यक्ष की तत्काल नियुक्ति का अनुरोध किया था। भरत गोगावले के बागवानी और रोजगार गारंटी मंत्री बनने के बाद से यह पद खाली था। परिवहन सचिव के रूप में सेठी निगम के पदेन सदस्य भी हैं। विभाग के एक सेवानिवृत्त अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि आप दाएं हाथ से प्रस्ताव नहीं भेज सकते और बाएं हाथ से उसे मंजूरी नहीं दे सकते। उन्होंने यह भी बताया कि निगम में कोई सार्वजनिक प्रतिनिधित्व नहीं होगा।
सट्टा बाजार में ‘आप’ की बहार
गोदी मीडिया के चैनलिया चतुर भले ही विभिन्न एग्जिट पोल में दिल्ली विधानसभा में भाजपा सरकार बना रहे हों, फलोदी सट्टा बाजार आम आदमी पार्टी को तगड़ा दावेदार मान रहा है। इस सट्टा बाजार के पूर्वानुमान ‘आप’ को ७० में से ३७ से ३९ सीटें और भाजपा को ३२ से ३४ सीटों पर समेट रहा है। अरविंद केजरीवाल की सीट पर उनकी जीत पर ६५ से और प्रवेश वर्मा पर ८५ पैसे का दांव है, जबकि कालकाजी पर आतिशी पर २५ पैसे और भाजपा के रमेश बिधूड़ी पर ३३ पैसे का दांव है। जंगपुरा सीट पर मनीष सिसोदिया पर ५० पैसे और भाजपा के तरविंदर सिंह पर ७० पैसे लगे हैं। कांग्रेस पूरी दिल्ली में कहीं भी मुकाबले में नहीं है।
येदी का पोता भी बागी
कर्नाटक भाजपा के बागियों में पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के पोते एनआर संतोष भी शामिल हो गये हैं। यद्यपि भाजपा की अन्य राज्य इकाइयों की ओर से अध्यक्ष पद के लिए चुनाव कराने का कोई प्रस्ताव नहीं है, लेकिन बसनगौड़ा पाटील यतनाल खेमा कर्नाटक में इस पर जोर दे रहा है। कर्नाटक के पूर्व मंत्री कुमार बंगारप्पा, रमेश जारकीहोली और एनआर संतोष ने यतनाल खेमे के प्रति निष्ठा की शपथ ली है। वे हाईकमान से २३ संगठनात्मक जिलों के अध्यक्षों के चुनाव को अमान्य करने के लिए कहना चाहते हैं, क्योंकि उनका दावा है कि विजयेंद्र ने खुद को प्रदेश अध्यक्ष पद पर बनाए रखने के लिए उन्हें चुना है।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं तथा
व्यंग्यात्मक लेखन में महारत रखते हैं।)

‘कौथिग’ में जुटा भारी जनसमुदाय …हेमा नेगी के गीतों पर जम कर थिरके उत्तराखंडी!

सामना संवाददाता / मुंबई
उत्तराखंड की सांस्कृतिक दुनिया में अपनी पारंपरिक शैली के लिए विख्यात गायिका हेमा नेगी करासी ने ‘कौथिग’ में समां बांध दिया। उपस्थित जनसमुदाय उनके गीतों पर जमकर झूम उठा। उल्लेखनीय है कि हेमा नेगी करासी ‘जागर’ विधा की सिद्धहस्त गायिका हैं और लोगों में उनके गीतों के प्रति भारी दीवानगी है। लोक गायिका हेमा नेगी करासी के अलावा सानपाड़ा, नई मुंबई में आयोजित ‘कौथिग’ में उत्तराखंड के लोकप्रिय गायक राकेश खनवाल, विवेक नौटियाल, मंजू नौटियाल उत्तराखंड से मुंबई पहुंचे हैं।
विशेष, ‘कौथिग’ का यह १६वां वर्ष है और इसे मुंबई-नई मुंबई के प्रवासियों का भारी प्रतिसाद मिल रहा है। लोग बड़ी संख्या में इसमें शिरकत कर रहे हैं।
जैविक उत्पादों के स्टॉल्स में उत्तराखंडी ही नहीं, बल्कि गैर उत्तराखंडी भी भारी खरीदारी कर रहे हैं। उत्तराखंड सरकार के सहयोग से आयोजित इस मेले में उत्तराखंड की खूबसूरत विधा एपन की प्रदर्शनी भी लोगों को लुभा रही है। इस विधा के कलाकार शमशाद पिथौरागढ़ी लोगों का विधा के प्रति रुझान देख कर प्रफुल्लित हैं।
चित्रकार मुकुल बडोनी की वैâनवास पेंटिंग भी आकर्षक है और लोगों के पेंटिंग और एपन की सराहना भी इन दोनों कलाकारों का उत्साहवर्धन कर रहा है।
प्रसिद्ध फोटोग्राफर भूमेश भारती, राजू पुसोला और कनाडा से आए मुकेश खुगसाल की फोटो प्रदर्शनी देखने लोगों का हुजूम उमड़ रहा है।
विशेष, राजू पुसोला की विभिन्न प्रजाति के पक्षियों की फोटोग्राफी, भूमेश भारती की एरियल फोटोग्राफी और मुकेश खुगसाल की उत्तराखंड के आम जीवन को परिलक्षित करती फोटोग्राफी मेले को नई ऊंचाई पर ले जा रही है।
१० दिवसीय मेले के ७वें दिन मेहमानों की चहल-पहल रही और जिसमें कॉरपोरेट जगत, शिक्षा जगत व अन्य विधाओं की प्रमुख शख्सियतें मेले में पहुंचीं।मेला इस वक्त अपने शबाब पर है और उत्तराखंडियों की भावनाएं भी अपने उफान पर है। मेले में आगामी तीन दिनों में उत्तराखंड के विधायक मुन्ना सिंह चौहान और पूर्व वैâबिनेट मंत्री हरकसिंह रावत पहुंचेंगे।

रिद्धि सिद्धि चैरिटेबल ट्रस्ट ने जरूरतमंद परिवारों को दिया राशन

सामना संवाददाता / मुंबई
जैसे-जैसे महंगाई की वजह से आवश्यक वस्तुओं की कीमतें बढ़ रही हैं, कई कम आय वाले परिवार पर्याप्त भोजन के लिए संघर्ष कर रहे हैं। सब्जियों, अनाज और खाने के तेल जैसी वस्तुओं की बढ़ती कीमतों ने परिवारों के लिए पर्याप्त राशन खरीदना मुश्किल बना दिया है। माता-पिता हर दिन अपने बच्चों को खाना खिलाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। अपने खर्चे पूरे करने के लिए वे अक्सर भोजन छोड़ देते हैं। ये चुनौतियां परिवारों के लिए स्वस्थ रहना और अपनी आजीविका बनाए रखना कठिन बना देती हैं। वहीं रिद्धि सिद्धि चैरिटेबल ट्रस्ट जरूरतमंदों की मदद करता रहता है।
ट्रस्ट ने हाल ही में बोरीवली में आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को राशन किट वितरित किए। इस किट्स में चावल, दाल और आटा जैसी आवश्यक खाद्य वस्तुएं शामिल थीं, जो परिवारों को पर्याप्त भोजन प्राप्त करने में मदद करती हैं। एक लाभार्थी ने कहा कि यह किट हमारे मन को शांति देती है, अब मुझे यह चिंता नहीं करनी पड़ती कि मेरे बच्चे भूखे पेट सोएंगे।
यह पहल ट्रस्ट के मिशन के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य कमजोर समुदायों की मदद करना है। इसके अलावा, यह महंगाई से उत्पन्न समस्याओं को दूर करने में मदद करती है, जिससे आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता बढ़ती है। इससे कठिन आर्थिक परिस्थितियों में जीने का तनाव कम होता है। रिद्धि सिद्धि चैरिटेबल ट्रस्ट की ये कोशिशें दिखाती हैं कि समुदाय की मदद कितनी महत्वपूर्ण है। ये हमें भी जरूरतमंदों की मदद करने के लिए प्रेरित करती हैं।

तड़का : नाक कटवाता ‘नैक’

कविता श्रीवास्तव

हर माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे उच्च दर्जे के शिक्षा संस्थान में पढ़ाई करें। विद्यार्थियों की भी यही उम्मीद होती है कि वे अच्छे से अच्छे कॉलेज में दाखिला लें। अच्छे कॉलेज का चयन उसके `ग्रेड’ के आधार पर किया जाता है। देश में उच्च शिक्षा संस्थानों को अधिकृत तौर पर `ग्रेड’ प्रदान करने वाली स्वायत्त संस्था है `नेशनल असेसमेंट एंड एक्रेडिटेशन काउंसिल।’ पर यह खबर हमें विचलित करती है कि `नैक’ के अनेक पदाधिकारी फिलहाल सीबीआई के रडार पर आ गए हैं। उन पर शिक्षा संस्थानों को ग्रेड प्रदान करने के लिए रिश्वत के रूप में मोटी रकम वसूलने का आरोप है। `नैक’ एक स्वायत्त निकाय है, जिसकी स्थापना यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन ने १९९४ में की थी। इसका मुख्यालय बंगलुरु में है। इसका मूल काम है देश में उच्च शिक्षा संस्थानों के संसाधनों, सुविधाओं और व्यवस्थाओं का मूल्यांकन करना और उन्ही के आधार पर उन्हें `ग्रेड’ प्रदान करना। `नैक’ यह सुनिश्चित करता है कि उच्च शिक्षा संस्थान सभी निर्धारित मानदंडों और गुणवत्ता मानकों को पूरा करें। शिक्षा संस्थानों के प्रदर्शन और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए `नैक’ जो रेटिंग प्रदान करता है उसमें A++ और A+ ग्रेड को अच्छा माना जाता है। यही रेटिंग पाने की हर शिक्षा संस्थान की कोशिश होती है। क्योंकि ण् और D रेटिंग का मतलब अच्छा ग्रेड नहीं है। `नैक’ के पदाधिकारियों और कार्यकारी समिति में शैक्षिक प्रशासकों, नीतिकारों और वरिष्ठ शिक्षाविदों को शामिल किया जाता है। `नैक’ से मिला ग्रेड ही कॉलेज या विश्वविद्यालय के लिए एक बड़ी उपलब्धि होती है। उसी के आधार पर ग्रांट भी मिलता है। `नैक’ का `ग्रेड’ संस्थान के विकास को प्रभावित करता है। यह ग्रेडिंग श्रेष्ठ कॉलेजों या विश्वविद्यालयों का अंतर तय करती है। इसीलिए उच्च गुणवत्ता वाली रेटिंग पाने के लिए `नैक’ टीम की जमकर खुशामद की जाती है। समिति के सदस्यों के आने से पहले कॉलेज को साफ-सुथरा और सुविधा संपन्न दिखाने के विशेष इंतजाम किए जाते हैं। समिति के सदस्यों की सुख-सुविधाओं का खासा ख्याल रखा जाता है। सीबीआई को शिकायतें मिली हैं कि `नैक’ द्वारा आंध्रप्रदेश के एक डीम्ड विश्वविद्यालय के लिए मान्यता ग्रेडिंग को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने की कोशिश की गई थी। इसके लिए १.८ करोड़ रुपए की रिश्वत की मांग की गई। इसमें से २८ लाख रुपए की रिश्वत ली जा चुकी है। सीबीआई की एफआईआर में `नैक’ से जुड़े कई बड़े नाम भी शामिल हैं। इस मामले में सीबीआई ने जांच और गिरफ्तारियां शुरू कर दी हैं। मामले की हकीकत बाद में सामने आ ही जाएगी, लेकिन इससे इस बात को बल मिलता है कि शिक्षा संस्थान भ्रष्टाचार के बड़े अड्डे बने हुए हैं। शिक्षा को व्यापार बना दिया गया है। वहां ज्ञान देने का नहीं बल्कि मोटी फीस वसूलकर मोटी कमाई करने का उद्देश्य होता है। यदि `नैक’ के लोग भी रिश्वत लेकर इसमें सहयोग करते हैं तो निश्चित ही इससे `नैक’ की नाक कटती है यानी उसकी गरिमा धूमिल होती है।

कुल्हाड़ी से हमला कर पत्नी की हत्यारोपी पति हिरासत में

झुंझुनू। जिले के बुहाना थाना इलाके के घसेड़ा गांव में एक पत्नी की उसके ही पति ने हत्या कर दी। आरोपी पति रिटायर्ड फौजी है। हत्या के कारणों का अब तक खुलासा नहीं हुआ है। लेकिन पुलिस ने आरोपी पति को हिरासत में ले लिया है। जिससे पूछताछ की जा रही है। जानकारी के मुताबिक गुरूवार सुबह बुहाना थाने में सूचना आई कि घसेड़ा गांव में एक महिला की हत्या कर दी गई है। जिसके बाद थाने के एएसआई रामेश्वरलाल टीम के साथ गांव पहुंचे। जहां पर करीब 55 वर्षीया राजबाला पत्नी सुरेश कुमार की लाश पड़ी हुई थी। मृतका के पुत्र अविनाश ने बताया कि उसके पिता सुरेश कुमार ने ही उसकी मां राजबाला की कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ वार कर हत्या कर दी। जिस पर पुलिस ने शव को बुहाना अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। मौके से आरोपी पति सुरेश कुमार को हिरासत में लिया। पुलिस ने शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया। वहीं आरोपी पति से पूछताछ की जा रही है। इधर, एमओबी व एफएसएल टीम द्वारा घटनास्थल से साक्ष्य एकत्रित किए गए तथा घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया गया।

बुहाना एसएचओ किसी काम से जयपुर और बुहाना डीएसपी छुट्टी पर चल रहे है। जिसके चलते डीआईजी शरद चौधरी के निर्देश पर सुलताना एसएचओ रवींद्र कुमार तथा चिड़ावा डीएसपी विकास धींधवाल मौके पर पहुंचे। जिन्होंने आरोपी से पूछताछ की है। इधर, सूत्रों की मानें तो घटना सुबह करीब सात बजे की है। उस वक्त मृतका राजबाला रोज की तरह पशुओं को चारा खिला रही थी। इसी दौरान राजबाला का पति पूर्व फौजी सुरेश कुमार राजबाला के पास कुल्हाड़ी लेकर पहुंचा। उसने पीछे से आवाज दी। जैसे ही राजबाला ने मुड़कर देखा। पूर्व फौजी सुरेश कुमार ने ताबड़तोड़ तीन से चार वार मुंह, गर्दन और सिर पर किए। जिससे मौके पर ही राजबाला ने दम तोड़ दिया। इसके बाद आरोपी घर में ही एक कोने में जाकर बैठ गया। जब मृतका के बेटे और बेटी ने खून से सनी अपनी मां की लाश देखी तो वे भी स्तब्ध हो गए। पुलिस ने मौके से ही आरोपी पति को हिरासत में ले लिया।

जानकारी के मुताबिक आरोपी सुरेश कुमार पहले फौजी में था। करीब 15 साल पहले रिटायरमेंट आ गया था। उसके एक बेटा और एक बेटी। जो दोनों ही पढाई करते है। ग्रामीणों ने बताया कि अक्सर सुरेश कुमार अपनी पत्नी राजबाला के साथ छोटी छोटी बातों पर ही झगड़ा करता रहता था। कई बार मारपीट भी करता था। लेकिन गुरूवार को तो सुरेश कुमार ने सुबह सुबह कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ वार करके राजबाला की हत्या कर दी।