अब महेंद्र सिंह धोनी के घर पर दिखेगा हेलिकॉप्टर शॉट और उनका लकी नंबर सात

अनिल मिश्र / रांची

अपने देश के क्रिकेट जगत के युवाओं के चहेते और दुनिया के सफलतम कप्तानों में से एक महेंद्र सिंह धोनी का झारखंड के राजधानी रांची स्थित हरमू रोड पर आलीशान मकान बना है। उनके घर का नाम ‘शौर्य’ है। इसी घर में महेंद्र सिंह धोनी अपने परिवार के साथ पहले रहा करते थे, लेकिन धोनी यहां अब कभी-कभी ही आते हैं और ज्यादातर शहर के बाहर बने अपने फॉर्म हाऊस पर अपने परिवार के साथ रहते हैं। हरमू स्थित इस घर को स्पेशल तरीके से रेनोवेट किया गया है। अब यहां पर आते-जाते लोगों को धोनी का घर देखकर उनके कप्तानी के दिन जरूर याद आ जाएंगे। महेंद्र सिंह धोनी अपनी कीपरिंग और कप्तानी के लिए जितना फेमस हुए, उससे ज्यादा वह अपने हेलिकॉप्टर शॉट के लिए भी जाने जाते हैं। इस शॉट को धोनी का विनिंग शॉट माना जाता है। यह उनका सिग्नेचर शॉट था, जो फैंस के दिलों में आज भी जिंदा हैं। उनके उसी हेलिकॉप्टर शॉट को मारते हुए उनकी तस्वीर भी उनके मकान में नंबर सात के बगल में लगाई गई है। इतना ही नहीं उनके घर के एक तरफ कई सारे शीशें लगाए गए हैं, जिनमें धोनी के मैदान में खेलने के अलग-अलग अंदाज को दर्शाया गया है, जिनमें कीपरिंग से लेकर अलग-अलग शॉट खेलने की तस्वीरें भी शामिल हैं। महेंद्र सिंह धोनी के हरमू रोड वाले घर पर अब लोगों को बड़ी साइज में सात नंबर लगा हुआ दिखाई दे रहा है। इस सात नंबर को धोनी अपना लकी नंबर मानते हैं और इसी नंबर की जर्सी पहनकर वह खेला करते थे। धोनी का जन्म 7 जुलाई को हुआ था इसलिए 7 तारीख और सातवां महीना होने की वजह से धोनी इस नंबर को खुद के लिए बहुत लकी मानते हैं। जब धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास लिया, तो बीसीसीआई ने उनके सम्मान में इस 7 नंबर वाली जर्सी को भी रिटायर कर दिया था। इसका मतलब है कि अब कोई इस जर्सी को पहनकर नहीं खेल सकता है।

नर्सिंग एक्सीलेंस सर्टिफिकेट पाने वाला टीएमयू नॉर्थ इंडिया का पहला मेडिकल कॉलेज

सामना संवाददाता / मुरादाबाद

तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के 950 बेड वाले टीएमयू हॉस्पिटल की झोली में एनएबीएच का नर्सिंग एक्सीलेंस सर्टिफिकेट भी आ गया है। नर्सिंग सर्विस में एक्सीलेंस का यह सर्टिफिकेट टीएमयू हॉस्पिटल को नेशनल एक्रिडिटेशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल्स एंड हैल्थकेयर प्रोवाइडर्स-एनएबीएच की ओर से मिला है। यह गौरव की बात है, टीएमयू हॉस्पिटल यह सर्टिफिकेट प्राप्त करने वाला नॉर्थ इंडिया में पहला मेडिकल कॉलेज का हॉस्पिटल बन गया है। नर्सिंग एक्सीलेंस सर्टिफिकेट उच्च गुणवत्ता वाली पेशेंट केयर और पेशेवर नर्सिंग मानकों के प्रति टीएमयू हॉस्पिटल की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। नर्सिंग देखभाल, रोगी सुरक्षा और नैदानिक उत्कृष्टता में वैश्विक सर्वाेत्तम सेवाओं के संग-संग उन्नत प्रशिक्षण कार्यक्रमों और रोगी-केंद्रित दृष्टिकोण के प्रति टीएमयू हॉस्पिटल का समर्पण एनएबीएच की कसौटी पर खरा उतरा है। दूसरी ओर टीएमयू अस्पताल के निदेशक श्री अजय गर्ग ने हॉस्पिटल की टीम के संग प्रमाणन की प्रति कुलाधिपति श्री सुरेश जैन, जीवीसी श्री मनीष जैन और एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर श्री अक्षत जैन को सौंपी। कुलाधिपति श्री सुरेश जैन कहते हैं, यह प्रमाणन रोगियों और स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों दोनों के लिए मील का पत्थर साबित होगा। कुलाधिपति ने इस सर्टिफिकेट का श्रेय निदेशक प्रशासन श्री अभिषेक कपूर, निदेशक हॉस्पिटल श्री अजय गर्ग के संग-संग अपने डॉक्टर्स, नर्सेंज, पैरामेडिकल स्टाफ आदि को दिया। उल्लेखनीय है, 950 बेड वाले टीएमयू हॉस्पिटल में स्पेशियलिटी और सुपर स्पेशियलिटी की उच्चतम सुविधा उपलब्ध है।

जीवीसी श्री मनीष जैन और एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर श्री अक्षत जैन का मानना है, टीएमयू के नर्सिंग स्टुडेंट्स और नर्सेंज़ के लिए वैश्विक स्तर पर करियर के स्वर्णिम द्वार खुलेंगे। टीएमयू अस्पताल के निदेशक श्री अजय गर्ग ने कहा, यह प्रमाणन टीएमयू नर्सिंग स्टाफ की कड़ी मेहनत और समर्पण का प्रमाण है। हम विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। श्री गर्ग कहते हैं, टीएमयू नर्सिंग स्टुडेंट्स की ट्रेनिंग और इंटर्नशिप अब एक्सीलेंस हॉस्पिटल में होगी। नर्सिंग एक्सीलेंस सर्टिफिकेट की प्राप्ति से टीएमयू अस्पताल में उच्च-स्तरीय चिकित्सा सहायता के संग-संग पेशेंट की और बेहतर केयर होगी, जिससे रिकवरी परिणामों में वृद्धि होगी। उल्लेखनीय है, टीएमयू अस्पताल में नर्सों को उन्नत प्रशिक्षण देकर कुशल नर्सिंग स्टाफ तैयार होगा। अस्पताल शीर्ष स्वास्थ्य सेवा संस्थानों में शामिल होगा, जिससे भारत और विदेशों में टीएमयू हॉस्पिटल की प्रतिष्ठा बढ़ेगी। मरीजों और उनके परिवारों को उपचार और सुरक्षा पर टीएमयू के प्रति भरोसा बढ़ेगा। नर्स किसी भी स्वास्थ्य सेवा प्रणाली की रीढ़ की मानिंद हैं। यह प्रमाणन इस बात का सुबूत है कि टीएमयू नर्सिंग स्टाफ दिशा-निर्देशों का संजीदगी से पालन करती है।

यूपी में दरिंदगी!…सुलतानपुर-लखनऊ हाईवे पर हिंदू बालिका से ‘गैंगरेप’

-दूसरे दिन चारबाग स्टेशन पर बेसुध बालिका को धकेल हुए फरार

-कप्तान तक पहुंचा मामला, तब हुई सोलहवें दिन एफआईआर

-सुलतानपुर पुलिस ने केस दर्ज कर चार को किया नामजद

विक्रम सिंह / सुलतानपुर

यूपी की बुलडोजर सरकार के दावों को अयोध्या परिक्षेत्र के सुलतानपुर जिले में घटित एक सनसनीखेज दुस्साहसिक वारदात ने एक बार फिर आईना दिखा दिया है। तीन मुस्लिम वहशी दरिंदे शहर के सीमावर्ती उत्तरी छोर पर बसे मुहल्ले की छठीं कक्षा में पढ़ने वाली बालिका को देर रात घर से अगवा कर कार में घसीट ले गए। इसके बाद सुलतानपुर से लेकर राजधानी लखनऊ की सड़कों पर कार में टहलते हुए उसके साथ लगातार सामूहिक दुष्कर्म करते रहे, जब बालिका इस हैवानियत के चलते अचेत हो गई तो राजधानी लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन के एक कोने में उसे धकेल फरार हो गए।
बेहाल बालिका को राजधानी की मित्र पुलिस ने बाल कल्याण समिति के हवाले कर पल्ला झाड़ लिया। सूचना पाने के बाद तीसरे दिन पीड़िता को लेकर उसका पिता घर ले आया। यहां सुलतानपुर की पुलिस भी कोई कार्रवाई करने के बजाय १२ दिनों तक प्रकरण को दाब कर बैठी रही। जब गुरुवार को बिलखते हुए पीड़िता खुद पुलिस कप्तान के सामने पेश हुई, तब जाकर सुलतानपुर पुलिस हरकत में आई। फिलहाल, वारदात के पखवारे भर बाद नगर कोतवाली पुलिस ने आरोपियों पर नामजद एफआईआर दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी है। इधर, राष्ट्रीय गौरक्षा वाहिनी सहित कई हिंदूवादी संगठन भी बेटी को न्याय दिलाने के लिए मैदान में उतर आए हैं और वहशी दरिंदों को सख्त सजा देने की मांग कर रहे हैं।
वारदात शहर के सीमावर्ती उत्तरी क्षेत्र के एक मोहल्ले का है। इस मुहल्ले की निवासी छठी कक्षा की एक बालिका से उसी मुहल्ले के मिशान, रंगबाज, साहिल और अज्जू आदि शोहदों ने सोशल मीडिया के इंस्टाग्राम प्लेटफॉर्म पर दोस्ती के बहाने संपर्क साधा। बालिका इन शोहदों की नीयत से नावाकिफ थी। इसी दौरान २० जनवरी की देर रात अपने घर में पढ़ रही बेटी के घर के दरवाजे पर पहुंचे इंस्टाग्राम फ्रेंड व उसके तीन दोस्तों ने किसी बहाने बाहर बुलाया और जबरन सफेद रंग की कार में घसीट अगवा कर लिया। वे बालिका को रात में घंटों शहर की सड़कों पर टहलाते रहे, फिर हाइवे से होते हुए राजधानी लखनऊ की ओर चल पड़े। इस दौरान बालिका के साथ चारों शोहदे लगातार दुष्कर्म करते रहे।
जब बालिका सुध-बुध खो बैठी तो उसे लखनऊ के चारबाग स्टेशन के किनारे कार से धकेल फरार हो गए। राजधानी पुलिस ने भी गैरजिम्मेदाराना अंदाज में बाल कल्याण समिति की देख-रेख में करके किनारा कर लिया। आरोपियों पर एक्शन की कौन कहे, बालिका की आपबीती तक जानने की कोशिश नहीं की।…इधर अगले दिन सुबह बेटी को अपने कमरे में न पाकर माता-पिता ने स्थानीय निरालानगर पुलिस चौकी को सूचित किया, लेकिन आदतन नगर पुलिस ने महज गुमशुदगी दर्ज करके पल्ला झाड़ लिया। दो दिन तक पीड़ित परिवार बेटी की तलाश में दर-दर भटकता रहा, लेकिन कुछ पता न चल सका। तीसरे दिन लखनऊ की सीडब्ल्यूसी (बाल कल्याण समिति) से आए फोन पर बेटी के लखनऊ में होने की जानकारी माता-पिता को मिली। इस पर लखनऊ जाकर पिता अपनी बेटी को घर लेकर आया, तभी से करीब दस दिनों तक पीड़िता बेटी को लेकर मां नगर पुलिस के अफसरों के आगे चक्कर लगाती रह गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अब जब बालिका एसपी कुंवर अनुपम सिंह के समक्ष पेश हुई। गौरक्षा वाहिनी ने इसे मुद्दा बनाया, तब कहीं जाकर एक्शन शुरू हुआ। एसपी सिंह के आदेश पर एफआईआर दर्ज कर अब आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई है।
गंभीर आरोप-पकड़कर छोड़ दिए गए वहशी युवक
राष्ट्रीय गौरक्षा वाहिनी के प्रदेश प्रभारी सर्वेश सिंह ने गंभीर आरोप नगर पुलिस पर मढ़ा है कि हस्ताक्षेप के बाद दरिंदों पर दर्ज हो रहा एफआईआर…। बालिका से गैंगरेप के आरोपियों मिशान, रंगबाज व अन्य को पुलिस ने मोबाइल लोकेशन ट्रेस कर पकड़ा, लेकिन बाद में सभी को छोड़ दिया था। पीड़िता और उसके माता-पिता लगातार न्याय के लिए थाने और पुलिस कार्यालय के चक्कर काट रहे थे, लेकिन केवल आश्वासन ही मिलता रहा। यदि यह सत्य है तो पुलिस सिस्टम पर सवाल है और सवाल के घेरे में आए पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई अपेक्षित है।

डाॅक्टर आर जी राव को क्रिएटिव एचिवर्स अवार्ड

सामना संवाददाता / मुंबई

सामाजिक सेवा कार्य में अहम् भूमिका निभानेवाले लायंस क्लब के डाॅक्टर आर जी राव को फिल्मी दुनिया का मिलने वाला क्रिएटिव एचिवर्स अवार्ड से सम्मानित किया गया है। उपलब्ध जानकारी के अनुसार अंधेरी-पश्चिम स्थित लोखंडवाला के पास मीरा टाॅवर के सामने HVPS हाल में क्रिएटिव कलेक्शन ट्रस्ट तथा लायंस क्लब की ओर से मेडिकल कैंप का आयोजन किया गया था।

इस कार्यक्रम में लोगों के लिए नेत्र चिकित्सा, दंत चिकित्सा, मधुमेह, जनरल जांच, महिला एवं बाल रोग चिकित्सा, ईसीजी, थायराइड, मोतियाबिंद सहित अन्य रोगों की जांच कर उनकों मुफ्त दवाइयां वितरित की गई। आंखों में मोतियाबिंद पाए जाने वाले मरीजों के लिए लायंस क्लब के अस्पताल में आपरेशन के लिए आवेदन फार्म आमंत्रित किए गए।

इस अवसर पर फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े फिल्म कलाकार, गायक, गायिका, फोटो ग्राफर, फिल्म जगत से जुड़ा बप्पी लहरी का परिवार, लायन शैलेश क्याल, लायन मनीष क्याल, लायन गौतम समाज सेवी विकास सर्राफ, फिल्म अभिनेत्री सोमू मित्रा, रीमा लहरी कैप्टन राकेश सहित कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे ।

योगीराज में अब रेलवे और मेट्रो स्टेशनों पर भी मिलेगी अंग्रेजी शराब…छोटे उपयोगकर्ता के हाथ तक पहुंच बनाने के लिए प्रीमियम ब्रांड पर एक पैग की भी शीशी मिलेगी!

मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ

उत्तर प्रदेश के रेलवे और मेट्रो रेलवे स्टेशनों पर भी अब एयरपोर्ट की तरह अंग्रेजी शराब की दुकानें खुलेंगी। प्रीमियम ब्रांड की शराब की रिटेल दुकान खोलने के प्रस्ताव को यूपी कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। यूपी सरकार के कैबिनेट की बैठक में नई आबकारी नीति को मंजूरी मिल गई है।
आबकारी विभाग के राजस्व को बढ़ाने के लिए सरकार ने यात्रा स्थलों पर शराब बेचने का निर्णय लिया है। नई नीति के तहत मॉल्स के मल्टीप्लेक्स एरिया में प्रीमियम ब्रांड की दुकानें खोलने की अनुमति नहीं होगी। हालांकि, सक्षम स्तर से अनापत्ति मिलने पर मेट्रो और रेलवे स्टेशनों पर मुख्य भवन में प्रीमियम रिटेल की दुकानें अनुमान्य होंगी। इनका मुख्य द्वार भवन के अंदर होने की बाध्यता खत्म कर दी गई है। छोटे खुराक के ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए पहली बार विदेशी मदिरा की 60 एमएल और 10 एमएल की बोतलों की बिक्री की अनुमति भी दी गई है। नई आबकारी नीति के तहत प्रदेश में 60,000 करोड़ रुपए साल 2025-26 में कमाने की योजना बनाई गई है। इसके साथ ही किसान जो फल उत्पादित करते हैं, उस फल से बनने वाली वाइन का प्रदेश के हर जिले में एक अलग आउटलेट खोला जाएगा। पूरे प्रदेश में ऐसे 75 आउटलेट खोले जाएंगे।
आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने `दोपहर का सामना’ को बताया कि निजी प्रयोग के लिए निर्धारित फुटकर सीमा से अधिक मदिरा क्रय, परिवहन एवं निजी कब्जे में रखने के लिए वैयक्तिक होम लाइसेंस की व्यवस्था सरल की गई है। लाइसेंस के लिए सालाना फीस 11 हजार रुपए और सिक्योरिटी 11 हजार रुपए होगी।
नई आबकारी नीति के नियम
एसेप्टिक ब्रिक पैक में मिलेगी देसी शराब। इसका इस्तेमाल करने से शराब में मिलावट होने की आशंका खत्म होगी। प्रीमियम दुकानों का नवीनीकरण वित्तीय वर्ष 2027-28 तक हो सकेगा। ई-लॉटरी के लिए आवेदकों को नए सिरे से पोर्टल पर पंजीकरण कराना होगा। तीन चरणों में होगी ई-लॉटरी, फिर ई-टेंडर से आवंटित होंगी दुकानें। सुबह 10 बजे से रात 10 बजे तक खुलेंगी दुकानें। देसी मदिरा की बोतल और ट्रेटा पैक में एमआरपी दर्ज होगी। प्रत्येक फुटकर दुकान पर डिजिटल पेमेंट और सीसीटीवी अनिवार्य होगा। लाइसेंस उन लोगों को ही मिलेगा, जो तीन वर्ष से लगातार आयकरदाता होंगे। उन्हें अपना आयकर रिटर्न भी दाखिल करना होगा।

परीक्षा देने के दौरान हो रहा था पेट में दर्द…अस्पताल पहुंचते ही लोग रह गए दंग…नाबालिग छात्रा ने बच्ची को दिया जन्म

अनिल मिश्र / पटना

बिहार में इस समय इंटरमीडिएट की परीक्षा चल रही है। यह परीक्षा 2 फरवरी से शुरू होकर 15 फरवरी तक चलेगी। इस परीक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस चाक चौबंद इंतजाम में लगे हुए हैं। कल इसी परीक्षा को लेकर बिहार के बेतिया जिले के जगदीशपुर के एक परीक्षा केंद्र पर अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया।
दरअसल, कल एक छात्रा बुधवार को इंटर की परीक्षा देने गई थी। परीक्षा केंद्र पर पहुंचने के बाद अचानक उसके पेट में दर्द होने लगा। पेट में दर्द होता देख परीक्षा केंद्र पर मौजूद अधिकारियों में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। उसके पेट में इतना दर्द हो रहा था कि वह बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी। दर्द बढ़ता देख परिजन उसे जीएमसीएच बेतिया ले गए, जहां परिजनों को पता चला कि छात्रा को पेट में दर्द नहीं हो रहा था, बल्कि वह प्रसव पीड़ा से परेशान थी। महिला चिकित्सक ने जांच के बाद बताया कि छात्रा अभी नाबालिग है, जिसे सुनकर हर कोई हैरान है। इंटरमीडिएट की परीक्षा देने आई यह छात्रा ने एक बच्ची को जन्म दिया है।
यह छात्रा जगदीशपुर थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली है। इस मामले पर एसडीपीओ रजनीशकांत प्रियदर्शी ने बताया कि नाबालिग छात्रा से पूछताछ की गई, जिसमें इस बात का खुलासा हुआ कि नाबालिग छात्रा का एक डेढ़ साल से अपने बहनोई के साथ अवैध संबंध था। इस वजह से वह गर्भवती हो गई, लेकिन लोक-लाज की डर से वह किसी को कुछ बता नहीं रही थी। वहीं घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी बहनोई को गिरफ्तार कर लिया है। एसडीपीओ टू रजनीशकांत प्रियदर्शी ने बताया कि नाबालिग छात्रा के बयान पर उसके बहनोई को गिरफ्तार कर लिया गया है, साथ ही आगे की कार्रवाई की जा रही है।

महनसर के महेंद्र सैनी बने सहायक विधि परामर्शी

सामना संवाददाता / झुंझुनू

शिक्षा विभाग में वरिष्ठ विधि अधिकारी के पद पर पदस्थापित महेंद्र सैनी ने बुधवार को मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में बतौर सहायक विधि परामर्शी कार्यभार ग्रहण किया।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार रात्रि को विधि एवं विधिक कार्य विभाग के प्रमुख शासन सचिव बृजेंद्र जैन द्वारा जारी आदेश के अनुसार, महेंद्र सैनी सहित 74 वरिष्ठ विधि अधिकारियों को सहायक विधि परामर्शी पद पर पदोन्नत किया गया है। कनिष्ठ विधि अधिकारी के तौर पर अपना कैरियर शुरू करने वाले सैनी विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। महेंद्र सैनी मूलतः झुंझुनूं जिले के महनसर के निवासी हैं और विधि सत्संग के माध्यम से विधि एवं न्याय क्षेत्र के विद्यार्थियों के मार्गदर्शन के लिए जाने जाते हैं। इस दौरान वरिष्ठ विधि अधिकारी अयूब खान, कनिष्ठ विधि अधिकारी प्रियंका स्वामी, मंजू लेकरा, अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी सुनील जांगिड़, बिजेंद्र पूनिया, कनिष्ठ सहायक जनार्दन गहलोत, कनिष्ठ सहायक अमित शर्मा आदि मौजूद रहे। सैनी की पदोन्नति पर उनके शुभचिंतकों, मित्रों, परिवारजन एवं अधिकारियों ने प्रसन्नता जाहिर की है।

चुनाव आयोग मर गया है…सफेद कपड़ा भेंट करना होगा-अखिलेश यादव

मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ

यूपी की मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा इसी तरीके से चुनाव लड़ती है। चुनाव आयोग मर गया है। हमें उन्हें सफेद कपड़ा भेंट करना होगा। इससे पहले अखिलेश ने सत्तारूढ़ भाजपा और स्थानीय प्रशासन पर तीखा हमला किया था। उन्होंने भाजपा पर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर करने और अयोध्या में मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में धांधली करने का आरोप लगाते हुए निर्वाचन आयोग से कार्रवाई की भी मांग की थी।
अखिलेश ने दावा किया कि दर्जनों बूथों पर समाजवादी पार्टी के बूथ एजेंटों को डराया-धमकाया गया। भाजपा ने मिल्कीपुर में बेईमानी के लिए हर तरह के हथकंडे अपनाए। भाजपा के गुंडों ने मिल्कीपुर उपचुनाव को प्रभावित करने के लिए अराजकता की। पुलिस-प्रशासन का उन्हें खुला संरक्षण मिला। पुलिस-प्रशासन ने भाजपा के गुंडों को खुली छूट देकर चुनाव आचार संहिता का घोर उल्लंघन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस-प्रशासन ने मतदाताओं के बीच डर का माहौल बनाकर मतदान को प्रभावित किया गया। भाजपा के समर्थकों ने खुद स्वीकार किया है कि उन्होंने फर्जी मतदान किया है। फर्जी मतदान करते हुए कुछ लोगों को समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अजीत प्रसाद खुद पकड़ा है। ‘मिल्कीपुर उपचुनाव में रायपट्टी अमानीगंज में फर्जी वोट डालने की बात अपने मुंह से कहने वाले ने साफ कर दिया कि भाजपा सरकार में अधिकारी किस तरह से धांधली में लिप्त हैं। निर्वाचन आयोग को और क्या सबूत चाहिए।’
बता दें कि मिल्कीपुर उपचुनाव समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच प्रतिष्ठा की लड़ाई बनी हुई है। यह सीट राजनीतिक रूप से अयोध्या जिले का हिस्सा है। पिछले साल के लोकसभा चुनाव में फैजाबाद लोकसभा सीट जीतने के बाद सपा सांसद अवधेश प्रसाद की ओर से सीट खाली करने के बाद उपचुनाव हो रहा है। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, इस सीट पर शाम पांच बजे तक 65.25 फीसदी वोट डाले गए थे। 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिल्कीपुर अयोध्या जिले की एकमात्र विधानसभा सीट थी, जहां भाजपा हारी थी।

बीजेपी विधायक ने अपनी ही सरकार को घेरा

रमेश सर्राफ धमोरा / जयपुर

भाजपा विधायक कालीचरण सर्राफ ने राजस्थान विधानसभा में एक बार फिर अपनी ही सरकार को घेरा। एसीबी के मामलों में केस चलाने की मंजूरी देने से जुड़े सवाल के जवाब पर तंज कसा। सर्राफ ने कहा कि मैंने पूछा क्या था और जवाब क्या दिया है। सवाल ही बदल दिया। इस पर मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा कि हमने सवाल का पिन पॉइंट जवाब दिया है। 1 जनवरी 2021 से 2022 तक एसीबी में 1592 केस दर्ज हुए, उनमें से 1189 में केस चलाने की मंजूरी दे दी, जबकि 403 पेंडिंग हैं।
सर्राफ ने पूरक सवाल में कहा कि सतर्कता आयुक्त ने तीन महीने में एसीबी के मामलों में केस चलाने की मंजूरी देने का प्रावधान है, फिर भी भ्रष्ट अफसरों के खिलाफ केस चलाने की मंजूरी नहीं दी जा रही। अफसर आपस में मिल जाते हैं। सर्राफ ने कहा कि मोदी जी का कहना है कि न खाऊंगा और न खाने दूंगा। भ्रष्टाचार के जीरो टॉलरेंस के आधार पर सरकार चल रही है तो मैं यह पूछना चाहता हूं कि जितने केस पेंडिंग हैं, उनके बारे में एक कैबिनेट सब कमेटी को बनाने पर विचार करना चाहिए।
इससे पहले गहलोत राज के जिले खत्म करने के मुद्दे पर कांग्रेस ने शून्यकाल के दौरान जमकर हंगामा किया। कांग्रेस विधायक सुरेश मोदी और रामकेश मीणा के मामला उठाने के बाद कानून और संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल के जवाब पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सवाल उठाए। कांग्रेस विधायकों ने वैल में आकर हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा बढ़ता देख स्पीकर ने 12 बजकर 36 मिनट पर सदन की कार्यवाही को 2 बजे तक स्थगित कर दिया। कांग्रेस विधायक सुरेश मोदी और रामकेश मीणा ने स्थगन प्रस्ताव के जरिए मामला उठाते हुए नीमकाथाना और गंगापुर सिटी जिलों को खत्म करने पर सवाल उठाए।
सुरेश मोदी ने कहा कि पिक एंड चूज की नीति के आधार पर जिले खत्म किए गए। जिलों के रिव्यू के लिए बनी पंवार कमेटी ने सब जिलों का दौरा किया, लेकिन वह कमेटी नीमकाथाना नहीं आई। वे पूर्वाग्रह से ग्रसित थे। सरकार से उसके आदेश थे। कोई मापदंड अपनाने की जगह राजनीतिक आधार पर जिले खत्म किए गए। इससे पहले विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान मंत्रियों के लिखित जवाब पढ़ने की जगह केवल पूरक सवाल के जवाब देने की व्यवस्था पर भी हंगामा हो गया। अध्यक्ष के फैसले पर खाद्य मंत्री सुमित गोदारा ने ही सवाल उठा दिया तो नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने आपत्ति करते हुए कहा कि मंत्री ही अध्यक्ष की व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं। इस पर गुरुवार को जमकर हंगामा हुआ। स्पीकर ने भी मंत्रियों पर नाराजगी जताई।
राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर ने कहा कि हम जब छोटे थे तो सुनते थे कि राजस्थान में बीजेपी को सींचने वाले लोगों में किरोड़ी लाल मीणा, वसुंधरा राजे, देवी सिंह भाटी जैसे लोग हैं। ये भारतीय जनता पार्टी को सींचने वाले लोग हैं। आज ये ही खिलाफ क्यों हैं, इसका जवाब तो दीजिए। भाकर ने कहा कि मुख्यमंत्री के नजदीकी मंत्री बैठे हैं। सीएम से लगाव रखने वालों से कहना चाहता हूं कि ग्राउंड पर जाकर देखो तो लोग आपके बारे में क्या सोच रहे हैं? जब सरकार बनी, तब पेपर लीक, ईआरसीपी को लेकर कई वादे किए गए। इन्होंने कहा कि हम पेपर लीक में मगरमच्छ पकड़कर युवाओं को न्याय देंगे, जो लोग मगरमच्छ पकड़ने की बात कर रहे थे। उन्होंने छोटी मछलियां पकड़ीं, वो भी जाल से बाहर निकल गईं। थानेदार भर्ती परीक्षा रद्द करने को लेकर कभी कोई बयान आ रहा है, तो कभी कोई और।

जयपुर में भीषण सड़क हादसा…8 की मौत…6 घायल

रमेश सर्राफ धमोरा / जयपुर

राजस्थान में जयपुर जिले के दूदू में टायर फटने से बेकाबू हुई रोडवेज बस ने कार को टक्कर मार दी। इस भीषण सड़क हादसे में 8 लोगों की मौत हो गई, वहीं 6 लोग घायल हो गए। हादसा जयपुर-अजमेर हाईवे पर मौखमपुरा में गुरुवार दोपहर को हुआ।
पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार शर्मा ने बताया कि जोधपुर डिपो की रोडवेज बस जयपुर से अजमेर जा रही थी। ईको कार अजमेर से जयपुर की ओर आ रही थी। इसी दौरान अचानक बस का टायर फट गया। इससे बस बेकाबू हो गई। बस डिवाइडर कूदकर दूसरी तरफ से आ रही कार से टकरा गई। हादसे में ईको कार बुरी तरह पिचक गई। उसके अंदर बैठे सभी आठ लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। कार में सवार सभी लोग भीलवाड़ा के रहने वाले थे।
हादसे में दिनेश कुमार पुत्र मदनलाल रेगर, सुरेश रेगर पुत्र मदनलाल रेगर, बबलू मेवाड़ा पुत्र मदन मेवाड़ा, किशन पुत्र श्रीजानकी लाल, रविकांत पुत्र मदनलाल, बाबू रेगर पुत्र मदनलाल, नारायण लाल बैरवा निवासी बड़लियास (भीलवाड़ा) और प्रमोद सुथार पुत्र मूलचंद निवासी मुकुंदपुरिया (भीलवाड़ा) के रूप में हुई।
जानकारी के अनुसार, भीलवाड़ा जिले के कोटड़ी इलाके के रहने वाले सभी लोग भीलवाड़ा से महाकुंभ में प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) जा रहे थे। नारायण लाल बैरवा सहारा इंडिया में काम करता था। सुरेश रेगर मोबाइल की शॉप पर काम करता था। प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार, जयपुर की तरफ से जोधपुर डिपो की बस आ रही थी। बस का ड्राइवर साइड का आगे वाला टायर फट गया, जिससे बस डिवाइडर पार कर दूसरी तरफ चली गई। कार में फंसे शवों को बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला गया। इसके बाद पुलिस को सूचना दी।