राधेश्याम सिंह / वसई
खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम 2006 नियम एवं विनियम 2011 के अंतर्गत पालघर खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने वर्ष 2024-25 की अवधि में वसई-विरार शहर में 183 प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया है तथा इन प्रतिष्ठानों से 154 विभिन्न खाद्य के नमूने विश्लेषण के लिए लिए गए थे। नमूनों को विश्लेषण के लिए भेजा गया। इनमें से 14 खाद्य नमूना विश्लेषण रिपोर्ट असत्यापित घोषित किए जाने के कारण उन दुकानों के खिलाफ कुल 14 मामले दर्ज किए गए हैं, ऐसी जानकारी इस विभाग के सहायक आयुक्त एवं अधिकारी पी.रा.सिंगरवाड ने दी। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) उपभोक्ता संरक्षण सेल पालघर जिला सेल संघटक प्रकोष्ठ ने मांग की थी कि वसई-विरार शहर में होटल, रेस्टोरेंट और स्टॉल की जांच की जाए, ताकि खाद्य पदार्थों में मिलावट को रोका जा सके। इस मांग के अनुरूप, उपभोक्ता संरक्षण प्रकोष्ठ जिला संगठक किशोर नाना पाटील ने 11 अप्रैल, 2025 को व्हॉट्सऐप के माध्यम से शिकायत दर्ज कराई थी। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने 28 अप्रैल को इस शिकायत का जवाब देते हुए यह खुलासा किया है। निरीक्षण के अनुसार, कुल 124 खाद्य प्रतिष्ठानों को विषय कानून के तहत नोटिस भेजे गए हैं। इनमें से 7 मामले दर्ज किए गए हैं और 5 मामलों में 25 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है। पी.रा.सिंगरवाड ने इस जवाब में यह भी बताया है कि कुल 5 प्रतिष्ठानों के लाइसेंस निलंबित किए गए हैं। वसई-विरार शहर की आबादी पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़ी है। आबादी के साथ-साथ शहर में होटल, खाने-पीने की दुकानें, फेरीवाले और मेडिकल स्टोर की संख्या में भी जबरदस्त बढ़ोत्तरी हुई है। इनके माध्यम से कई खाद्य पदार्थ, पेय पदार्थ और दवाइयां बेची जाती हैं, लेकिन नागरिकों की शिकायतें हैं कि पेशेवर नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी उपाय नहीं कर रहे हैं। यह देखा गया है कि कई होटलों, खाने-पीने की दुकानों और दवाइयों की दुकानों में मिलावटी उत्पाद बेचे जा रहे हैं। कई होटलों के किचन रूम में सफाई का अभाव देखा गया है। इस संबंध में नागरिकों की शिकायतें भी मिली हैं। शहर में कई होटल और खाद्य स्टॉल धारक खाद्य एवं औषधि प्रशासन से आवश्यक लाइसेंस के बिना खाद्य एवं खाद्य पदार्थ बेचने का काम कर रहे हैं, जिससे आम उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए उपभोक्ता अधिकारों और स्वास्थ्य की रक्षा के लिए निरीक्षण जरूरी है। उपभोक्ता संरक्षण सेल पालघर जिला सेल संघटक किशोर नाना पाटील ने मांग की है कि इस कार्रवाई के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं।