मुख्यपृष्ठस्तंभप्रोजेक्ट पड़ताल : कब वसूला जाएगा ८७ हजार करोड़ का बकाया?

प्रोजेक्ट पड़ताल : कब वसूला जाएगा ८७ हजार करोड़ का बकाया?

अभिषेक कुमार पाठक

पिछले कुछ वर्षों में महावितरण का बकाया बढ़ता जा रहा है। महावितरण का बकाया ८७ हजार करोड़ रुपए तक पहुंच गया है और इसमें हर महीने सैकड़ों करोड़ रुपए जुड़ते जा रहे हैं। इसके कारण महावितरण को वित्तीय संकट का सामना करना पड़ा है और उसे बिजली खरीद और कर्मचारियों के वेतन के खर्च को पूरा करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि रेलवे डिफॉल्टर लिस्ट में आ गई है और अगर जल्द बकाया चुकाया नहीं गया तो रेलवे की बिजली गुल हो सकती है।
महावितरण के राज्यभर में तीन करोड़ से अधिक बिजली उपभोक्ता हैं, जिनमें से लगभग दो करोड़ घरेलू, छह लाख से अधिक कृषि पंप धारक और बाकी कमर्शियल और इंडस्ट्रियल उभोक्ता हैं। हालांकि, महावितरण द्वारा उन्हें बिजली की आपूर्ति की जा रही है, लेकिन कृषि पंप मालिकों सहित लगभग एक करोड़ ६६ हजार बिजली उपभोक्ता का बकाया हैं। दिसंबर के अंत तक उन पर ८६,९७४ करोड़ रुपए का बकाया है। ५८ हजार ३०० करोड़ रुपए का मूल बकाया है और २८ हजार ६७४ करोड़ रुपए की बड़ी रकम ब्याज और जुर्माने की है। इस बीच लगभग ४६ लाख कृषि पंप मालिकों पर सबसे अधिक ६३ हजार करोड़ रुपए का बकाया है और यह बढ़ता जा रहा है क्योंकि किसान बिजली बिल का भुगतान नहीं कर रहे हैं। इंडस्ट्रियल, कमर्शियल और डोमेस्टिक कंज्यूमर पर करीब २३ हजार ४७३ करोड़ रुपए बकाया है। नतीजतन, महावितरण वित्तीय संकट का सामना कर रही है, महावितरण बकाया ग्राहकों से अपने बकाया बिजली बिल का भुगतान करने की अपील कर रही है।
छोटे ग्राहकों पर बड़ा बकाया
महावितरण के कुल बिजली बिल बकाया को देखने से पता चलता है कि लघु (लघु) बिजली उपभोक्ताओं पर बकाया राशि बिजली उपभोक्ताओं की तुलना में अधिक बकाया है। सात हजार ५२४ ग्राहकों पर ६ हजार करोड़ रुपए बकाया है, जबकि कृषि पंपों को छोड़कर निम्न समूह के ग्राहकों पर लगभग १७ हजार करोड़ रुपए बकाया है।
बिजली कटौती के मामले में १०,००० करोड़ रुपए बाकी है
अतिदेय बिजली पेमेंट के संबंध में बार-बार नोटिस के बावजूद बिजली बिल का भुगतान नहीं करने वाले उपभोक्ताओं की बिजली आपूर्ति काट दी जाती है। इसके मुताबिक, महावितरण ने करीब ३८ लाख बिजली उपभोक्ताओं की बिजली स्थायी रूप से काट दी है और उन पर १० हजार ४८ करोड़ रुपए का बकाया है।
रेलवे भी है डिफॉल्टरों की लिस्ट में
महावितरण के बिजली बिल बकाएदारों की सूची में आम बिजली उपभोक्ताओं के साथ रेलवे भी शामिल है। रेलवे ने १९ अलग-अलग जगहों से करीब १ करोड़ ६० लाख रुपए का बिजली बिल चुकाया है। रेलवे का बकाया ब्याज समेत २ करोड़ ७० लाख रुपए तक पहुंच गया है।

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