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प्रोजेक्ट पड़ताल : अधूरे पुल कब तक होंगे पूरे? … ट्रैफिक व्यवस्था का हाल बेहाल

ब्रिजेश पाठक

शहर में ट्रैफिक व्यवस्था का हाल बेहाल है। लोग दफ्तर जाने के लिए समय पर तो निकलते हैं, लेकिन समय पर पहुंच नहीं पाते हैं, क्योंकि उन्हें मजबूरन घंटों ट्रैफिक जाम में फंसना पड़ता है। चाहे पश्चिम एक्सप्रेस हाइवे हो या जोगेश्वरी-विक्रोली लिंक रोड का सफर, हर तरफ सिर्फ वाहनों की कतारें देखने को मिलती हैं। मनपा व एमएमआरडीए ट्रैफिक समस्या से निपटने के लिए कई ब्रिज का निर्माण कर रहा हैं, लेकिन निर्माण की रफ्तार धीमी नजर आ रही है।
आने वाले एक वर्ष में मनपा का लक्ष्य मुंबई के द्वीप क्षेत्र और उपनगरों में सात नए पुल तैयार करने का है, जिनमें सैंड्हर्स्ट रोड, मुंबई सेंट्रल, ग्रांट रोड, सायन, विद्याविहार और विक्रोली जैसे प्रमुख स्थान शामिल हैं। इन पुलों के निर्माण की योजना १९९० के दशक में बनी थी, लेकिन अब तक इन पुलों के पूरा होने का इंतजार किया जा रहा है। इन सात पुलों की कुल लागत लगभग १०७७ करोड़ रुपए आंकी जा रही है। इनमें से दो पुल पूरी तरह से नए बनाए जा रहे हैं, जबकि पांच पुराने पुलों (१०० वर्ष से अधिक पुराने) को तोड़कर फिर से बनाया जा रहा है। गोखले और रे रोड ब्रिज खुलने के बाद अब विक्रोली और कर्नाक ब्रिज के शुरू होने का इंतजार है। विक्रोली ब्रिज की योजना १९९७ में बनी थी और इसे अब नए सिरे से बनाया जा रहा है। इसकी डेडलाइन ३१ मई बताई जा रही है। वहीं वर्ष २०२२ में ढहाए गए सौ साल पुराने कर्नाक ब्रिज को दोबारा बनाया जा रहा है, जिसकी डेडलाइन १० जून बताई जा रही है। विक्रोली ब्रिज पूर्वी एक्सप्रेस हाईवे को पश्चिमी विक्रोली में लाल बहादुर शास्त्री मार्ग से जोड़ेगा। वर्तमान में इस दिशा में सीधा मार्ग नहीं है, जिससे लोगों को घाटकोपर या कांजुरमार्ग ब्रिज से गुजरना पड़ता है। नया पुल चालू होने के बाद यात्रा का समय २५-३० मिनट से घटकर ७ मिनट रह जाएगा। यह पुल भारत का सबसे लंबा ओपन-वेब-गर्डर सिस्टम वाला ब्रिज होगा, जिसकी कुल लंबाई लगभग ४८० मीटर होगी और इसमें चार लेन और फुटपाथ होंगे। इसकी लागत शुरुआती रूप से ७० करोड़ थी, जो अब बढ़कर १८० करोड़ हो गई है। कर्नाक ब्रिज १५४ साल पुराना था और २०२२ में इसे ढहा दिया गया। नया ब्रिज ६० करोड़ की लागत से बन रहा है, जिसमें स्टील का सुपरस्ट्रक्चर होगा। यह ७० मीटर लंबा और ९.५ मीटर चौड़ा होगा और चार लेन की सुविधा होगी।

सायन ब्रिज निर्माण की गति धीमी
११२ साल पुराना सायन ब्रिज अगस्त २०२४ में बंद कर दिया गया। इस ब्रिज का निर्माण कार्य धीमा है, वहीं इसकी लागत ५० करोड़ रुपए है। ब्रिज की डेडलाइन जून २०२६ बताई जा रही है।

बेलासिस ब्रिज
मनपा का लक्ष्य नवंबर तक बेलासिस ब्रिज को खोलने का है, जो मुंबई सेंट्रल और ग्रांट रोड के बीच स्थित है। २०१८ के ऑडिट में इसे असुरक्षित पाया गया था और जून २०२४ में इसे ढहाया गया। नया ब्रिज केबल-स्टे ब्रिज होगा जिसमें छह लेन होंगे और इसकी कुल लागत ११० करोड़ है, जिसमें ७० करोड़ बीएमसी और ४० करोड़ रेलवे द्वारा वहन किए जा रहा है।

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