सामना संवाददाता / मुंबई
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत कुर्ला स्टेशन के विकास कार्य में देरी हो रही है। अब तक कुर्ला स्टेशन का काम मात्र ४० प्रतिशत ही पूरा हुआ है। यह खुलासा आरटीआई में हुआ है। मध्य रेलवे प्रशासन ने आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली को जानकारी दी है कि ३० नवंबर २०२४ की तय समय सीमा पार हो चुकी है और वर्तमान में केवल ४० प्रतिशत काम ही पूरा हुआ है। ऐसे में यह परियोजना और कितने महीनों तक लंबित रहेगी, यह सवाल यात्रियों के मन में उठ रहा है।
गलगली द्वारा सूचना के अधिकार के तहत पूछताछ करने पर मध्य रेलवे ने बताया कि ७ दिसंबर २०२३ को कंपनी को कार्यादेश दिया गया था। इस परियोजना को पूरा करने की अंतिम समय सीमा ३० नवंबर २०२४ तय की गई थी। हालांकि, तय समय पर काम पूरा नहीं होने के कारण यात्रियों को असुविधा हो रही है।
रेलवे प्रशासन के अनुसार, वर्तमान में केवल ४० प्रतिशत कार्य ही पूरा हो पाया है और इस परियोजना पर कुल १०.९४ करोड़ रुपए का खर्च किया जा रहा है। गलगली ने इस देरी पर नाराजगी जताते हुए कहा कि रेलवे प्रशासन की निष्क्रियता और ठेकेदारों पर प्रभावी नियंत्रण न होने के कारण प्रोजेक्ट समय पर पूरे नहीं होते। उन्होंने मांग की है कि इस मामले में जिम्मेदार ठेकेदारों पर दंडात्मक कार्रवाई की जाए और लापरवाह ठेकेदारों को काली सूची में डाला जाए।
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत कुर्ला स्टेशन को यात्रियों के लिए अधिक सुविधाजनक और आधुनिक बनाने के उद्देश्य से गति शक्ति यूनिट के माध्यम से बुनियादी ढांचे के उन्नयन और सौंदर्यीकरण की योजना बनाई गई है। इस परियोजना के अंतर्गत यातायात प्रबंधन और स्टेशन क्षेत्र का सौंदर्यीकरण, प्रवेश द्वारों का विकास और सौंदर्यीकरण, उच्च स्तरीय प्लेटफॉर्म और संपूर्ण प्लेटफॉर्म को शेड से कवर करना, स्टेशन की ऊंचाई और संरचना में सुधार स्टेशन के भीतर सजावट, प्रतीक्षा कक्षों और अन्य सुविधाओं का नवीनीकरण, शौचालयों का आधुनिकीकरण और स्वच्छता पर विशेष ध्यान, उच्च गुणवत्ता वाले और टिकाऊ फर्नीचर की उपलब्धता तथा १२ मीटर चौड़े केंद्रीय फुट ओवर ब्रिज (एफओबी) का निर्माण, जिसमें रैंप की सुविधा भी शामिल होगी।