सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई, ठाणे और पालघर जिलों में दो महत्वपूर्ण रेलवे प्रोजेक्ट्स को शुरू करने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने २९.३२ हेक्टेयर वन भूमि को साफ करने की मंजूरी दे दी है।
रिपोर्ट के अनुसार, पहला प्रोजेक्ट बोरीवली से विरार के बीच पांचवीं और छठी रेलवे लाइन का है। इसके लिए १२.७८ हेक्टेयर भूमि से मैंग्रोव्ज हटाए जाएंगे, इसमें दहिसर, ठाणे के पेनकर पाड़ा और पालघर के उमाले गांव की जमीन शामिल है।
इस प्रोजेक्ट से लोकल ट्रेनों और लंबी दूरी की ट्रेनों के लिए अलग-अलग ट्रैक बनेंगे, जिससे यातायात जाम और देरी कम होगी।
दूसरा प्रोजेक्ट कल्याण से कसारा के बीच तीसरी रेलवे लाइन का है। इसके लिए १६.५४ हेक्टेयर जंगल क्षेत्र साफ किया जाएगा। यह जमीन ठाणे जिले के १७ गांवों में पैâली हुई है। इसमें कुछ संरक्षित और कुछ निजी जंगल शामिल हैं।
पर्यावरण विभाग ने कुछ शर्तों के साथ मंजूरी दी है। काम के दौरान नदी, झील और प्राकृतिक जलस्रोतों को नुकसान नहीं पहुंचाना होगा। यह मंजूरी ५ दिसंबर २०२५ तक वैध है।
बोरीवली-विरार प्रोजेक्ट की लागत लगभग २,१८४ करोड़ रुपए है और इसे मुंबई रेलवे विकास निगम (एमआरवीसी) पूरा कर रहा है, वहीं कल्याण-कसारा लाइन की लागत ७९२ करोड़ रुपए है और इसे सेंट्रल रेलवे बना रहा है।