मुख्यपृष्ठनए समाचारमध्य प्रदेश के विदिशा से है सुनीता विलियम्स का मूल परिवार

मध्य प्रदेश के विदिशा से है सुनीता विलियम्स का मूल परिवार

दीपक तिवारी / विदिशा

अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स के भारतीय मूल होने का संबंध मध्य प्रदेश के विदिशा शहर से है। इस बात की पुष्टि विदिशा में उपलब्ध प्रमाणों से हो रही है।
मिली जानकारी के अनुसार, जब सुनीता विलियम्स के दादा आठ साल के थे, तब वे विदिशा से अपने माता-पिता के साथ तीर्थ यात्रा पर काशी गए थे। उनके दादाजी का नाम बृजगोपाल था। काशी में अचानक अज्ञात कारणों से उनके दादा और दादी की मृत्यु हो गई। बताया गया कि अचानक काशी में माता-पिता की मृत्यु के बाद सुनीता विलियम्स के दादा (जो तब आठ बरस के थे) और एक बहन काशी में अकेले रह गई। वे जिन साधु बाबा के डेरे पर जाते थे, उन साधु बाबा से मरणासन्न दादा-दादी ने गुहार की कि वे इन छोटे बच्चों को वापस विदिशा पहुचा दें।
तब साधुओं ने विदिशा की ओर प्रस्थान किया, किंतु वे मार्ग भटककर मध्य प्रदेश के बजाए गुजरात जा पहुंचे। गुजरात के मेहसाणा के पास नारदीपुर गांव में सुनीता के आठ बर्षीय दादा और एक-दो बरस छोटी अथवा बड़ी बहन को लेकर जब साधुओं का दल पहुंचा तो वहां एक अमीर व्यापारी भोगीलाल राजाराम ने अनाथ हुए बच्चों यानि उनके पिता और बुआ को गोद ले लिया। सुनीता के विदिशा मूल निवासी दादा और उनके साथ बहन बाद में एकाध बार ही अपने जन्म स्थान को देखने आ सके, लेकिन उनके धर्म पिता ने विलियम्स के दादाजी और उनकी बहन को प्रश्रय दिया और हमेशा के लिए अपने साथ रखा। पिता ने उच्च शिक्षा दिलवाई और मुंबई ले गए।
सुनीता के पिता दीपक पांड्या का जन्म मुंबई में हुआ, जहां उच्च शिक्षा के बाद वे अमेरिका चले गए थे। वहां वे हमेशा के लिए बस गए और मूल जन्म स्थान बहुत पीछे छूट गया। सुनीता विलियम्स की पूरी शिक्षा अमेरिका में ही हुई।
विदिशा की ऐतिहासिक रामलीला सभा के दस्तावेज बताते हैं कि सुनीता के परदादा नर्मदा शंकर पांडेय पिता बृजलाल के साथ 125 साल पहले काशी गए थे। वहीं बीमारी से बृजलाल की मौत हो गई, तब काशी के संत 8 साल के नर्मदाशंकर को मेहसाणा ले गए। नर्मदाशंकर वहां मंदिर में पुजारी बने। बाद में मुंबई में बसे। मुंबई में सुनीता के पिता दीपक पांड्या का जन्म हुआ। वे डॉक्टर बने और अमरीका में बसे।
साल 2007 में एक समाचार पत्र को दिए गए साक्षात्कार में सुनीता विलियम्स ने खुद कहा था, ‘मैं मूल रूप से विदिशा से हूं।’ यह कथन उनके भारतीय जड़ों की पुष्टि करता है और उनके पूर्वजों की विदिशा से गहरे जुड़ाव को दर्शाता है।
जानकारी के अनुसार, सुनीता विलियम्स के परदादा पंडित गोपीलाल पांडे विदिशा में निवास करते थे। वे अपने भाई श्यामलाल पांडे और दो पुत्रों शिव गोपाल व बृजगोपाल पांडे के साथ लगभग 112 वर्ष पूर्व विदिशा में रहते थे। उनका आवास विदिशा किले अंदर स्थित था।
धर्माधिकारी स्व. पं. गोविंद प्रसाद शास्त्री ने सुनीता विलियम्स के पूर्वजों से जुड़े प्रमाण जुटाए और उन्हें उनके परिवार तक पहुंचाने का कार्य किया। उन्होंने ये दस्तावेज पूर्व सांसद प्रताप भानु शर्मा के माध्यम से सुनीता विलियम्स के परिवार को सौंपे।

अन्य समाचार