मुख्यपृष्ठनए समाचारसुप्रीम कोर्ट की सख्ती : बाबा का माफीनामा काफी नहीं! ... पतंजलि...

सुप्रीम कोर्ट की सख्ती : बाबा का माफीनामा काफी नहीं! … पतंजलि के कार्यकलापों पर क्या केंद्र की आंखें बंद थीं?

सामना संवाददाता / नई दिल्ली
पतंजलि के भ्रामक विज्ञापन पर सुप्रीम कोर्ट ने सख्ती दिखाते हुए बाबा रामदेव को कड़ी फटकार लगाई है। हालांकि, इस मामले में कल बाबा रामदेव का माफीनामा आया है लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने बाबा के माफीनामे को नाकाफी बताया है। पतंजलि के रवैये पर सुप्रीम कोर्ट ने कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा कि आपका माफी मांगना पर्याप्त नहीं है। आप परिणाम के लिए तैयार हो जाएं। आप लोगों ने एक्ट का उल्लंघन किया है। इसी के साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से भी कड़े सवाल पूछते हुए कहा कि पतंजलि के कार्यकलापों पर क्या केंद्र की आंखें बंद थीं? सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ऐसा लगता है कि पतंजलि के कार्यकलापों में केंद्र और राज्य सरकार दोनों शामिल हैं। केंद्र सरकार को बताना होगा कि बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि, कोर्ट के आदेश के बावजूद भ्रामक और गलत दावे वैâसे करती रही और सरकार क्यों आंखें बंद कर बैठी रही। अब इस पर आयुष मंत्रालय को जवाब देना होगा। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने तल्‍ख टिप्‍पणी करते हुए कहा, `देश सेवा का बहाना मत बनाओ रामदेव.. अदालत को गंभीरता से लो।’ दवाओं का भ्रामक प्रचार जारी रखने के मामले में पतंजलि के हलफनामे पर सुप्रीम कोर्ट ने असंतोष जताया। रामदेव और बालकृष्ण कोर्ट में मौजूद थे।

अन्य समाचार