मुख्यपृष्ठखबरेंघोटाले का संदेह!.. ठेका रद्द करने की सीएम से मांग

घोटाले का संदेह!.. ठेका रद्द करने की सीएम से मांग

सामना संवाददाता / मुंबई

भायखला स्थित जिजामाता उद्यान में प्रस्तावित मत्स्यालय (एक्वेरियम) परियोजना का ठेका मुंबई मनपा के एक अधिकारी की कंपनीr को दिए जाने की तैयारी महायुति सरकार द्वारा की जा रही है। आरोप है कि इस मत्स्यालय परियोजना के लिए केवल उसी अधिकारी की कंपनी ने निविदा जारी की गई थी। इस कारण घोटाले का संदेह व्यक्त किया जा रहा है। सपा विधायक रईस शेख ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से निवेदन किया है कि यह निविदा प्रक्रिया तत्काल रद्द की जाए और संपूर्ण मामले की जांच एंटी करप्शन ब्यूरो से करवाई जाए।
रईस शेख ने इस संदर्भ में मुख्यमंत्री फडणवीस को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने कहा है कि मत्स्यालय के लिए केवल एक ही निविदा आई और वह भी मनपा अधिकारी की कंपनी की है, जो अपने आप में संदेहास्पद है। साथ ही इस प्रक्रिया में मनपा के वरिष्ठ अधिकारियों की संलिप्तता होने के कारण मामला और भी गंभीर बनता है। शेख ने यह भी कहा कि इस निविदा में अग्नि सुरक्षा और अन्य जोखिमों को लेकर कोई स्पष्ट योजना नहीं दी गई है। संभव है कि अन्य निविदाएं न आएं, इसलिए निविदा शर्तों में जानबूझकर फेरबदल किए गए हों।
परियोजना के अनुरूप बहुत अधिक है खर्च
रईश शेख ने कहा है कि इस प्रस्तावित मत्स्यालय में प्रतिदिन बड़ी संख्या में पर्यटक आ सकते हैं। इसलिए वहां विशेष सुरक्षा व्यवस्था होनी चाहिए, साथ ही मत्स्यालय के लिए आरक्षित भाग को स्मृति-चिन्ह की दुकान के लिए रखा गया है। मत्स्यालय के लिए ५,००० वर्गफुट क्षेत्र रखा गया है और अधिकतम ऊंचाई २० फुट से भी कम है। इस पर मनपा ६५ करोड़ रुपए खर्च कर रही है, जो परियोजना के अनुरूप बहुत अधिक है। इस ओर भी शेख ने अपने पत्र में मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षित किया है।

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