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झांकी : खम्मम में मारामारी

अजय भट्टाचार्य

आगामी लोकसभा चुनाव के लिए तेलंगाना की खम्मम सीट पर भाजपा के टिकट के लिए कड़ी मारामारी के बीच पार्टी की राष्ट्रीय कोर समिति के सदस्य व तमिलनाडु प्रभारी पोंगुलेटी सुधाकर रेड्डी ने अपनी दावेदारी पेश कर दी है। सुधाकर ने घोषणा की कि अगर पार्टी आलाकमान उन्हें ऐसा करने का निर्देश देता है तो वह खम्मम से चुनाव लड़ने के लिए तैयार होंगे। उनका दावा है कि इस सीट पर कांग्रेस सोनिया गांधी, राहुल गांधी या प्रियंका गांधी या चाहे किसी को भी मैदान में उतारना चाहे, भाजपा निश्चित रूप से खम्मम सीट सुरक्षित करेगी। टिकट के लिए दावेदार अन्य लोगों में पार्टी के जिला महासचिव नुन्ना रवि कुमार, राज्य सचिवालय सदस्य ईवी रमेश, पाल्वोंचा शहर के उद्योगपति टी विनोद राव, प्रमुख डॉ. जी वेंकटेश्वर राव और देवकी वासुदेव राव शामिल हैं। रवि कुमार हाल के विधानसभा चुनावों में पलेयर से चुनाव हार चुके हैं, जबकि वासुदेव राव को २०१९ के लोकसभा चुनावों में खम्मम सीट पर हार का सामना करना पड़ा था। बदले हुए राजनीतिक वातावरण में तेलंगाना में लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारी के लिए कांग्रेस को सर्वाधिक आवेदन मिले हैं। तेलंगाना में १७ लोकसभा सीटें हैं।
कमल हासन ‘इंडिया’ के साथ!
अभिनेता-राजनेता कमल हासन की पार्टी एमएनएम के राजनीतिक गठबंधन के लिए चर्चा चल रही है। कमल हासन ने इस बात पर जोर दिया कि वह ऐसे किसी भी गुट का समर्थन करेंगे जो ‘नि:स्वार्थ भाव से’ राष्ट्र के बारे में सोचेगा लेकिन ‘सामंती राजनीति’ का हिस्सा बनने से परहेज करेगा। चेन्नई में मक्कल निधि मय्यम की सातवीं सालगिरह पर आयोजित समारोह के बाद मीडिया से बात करते हुए हासन ने शीर्ष तमिल अभिनेता विजय की हालिया राजनीतिक प्रविष्टि का भी स्वागत किया। एमएनएम के बहुदलीय विपक्षी इंडिया ब्लॉक में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘मैंने पहले ही कहा है, यह वह समय है जब आपको दलगत राजनीति को खत्म करना होगा और राष्ट्र के बारे में सोचना होगा। जो कोई भी राष्ट्र के बारे में नि:स्वार्थ भाव से सोचेगा, मेरा एमएनएम उसका हिस्सा होगा। एमएनएम ‘स्थानीय सामंती राजनीति’ करनेवालों से हाथ नहीं मिलाएगा। भीतरखाने की खबर है कि हासन की अपनी पार्टी के संभावित राजनीतिक गठबंधन पर इंडिया ब्लॉक से चर्चा चल रही है। हासन ने भी कहा कि इस संबंध में कोई भी ‘अच्छी खबर’ मीडिया को बताई जाएगी। हासन की पार्टी आगामी लोकसभा चुनावों के लिए मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के नेतृत्व वाली द्रमुक के साथ गठबंधन वार्ता में शामिल थी। एमएनएम इससे पहले २०१९ के लोकसभा चुनावों और २०२१ के तमिलनाडु विधानसभा चुनावों में उतरी थी लेकिन उसका प्रदर्शन प्रभावशाली नहीं रहा था।
वाईएसआरसी में भगदड़ जारी
आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ वाईएसआरसी जैसे-जैसे विधानसभा और लोकसभा सीटों के लिए प्रभारियों के नामों की घोषणा करती है, वैसे-वैसे पार्टी छोड़कर जाने वालों की भी गिनती बढ़ती है। खबर है कि एक मंत्री और दो सांसद कथित तौर पर पार्टी छोड़ने की योजना बना रहे हैं। अलूर विधानसभा क्षेत्र से कुरनूल लोकसभा सीट पर स्थानांतरित होने के बाद से श्रम मंत्री गुम्मनुर जयराम ने खुद को पार्टी गतिविधियों से दूर कर लिया है। हालांकि, पार्टी नेतृत्व ने कई बार जयराम से चर्चा की, लेकिन वे नाराज नेता को मना नहीं सके। आमंत्रित किए जाने के बावजूद जयराम राप्थाडु में मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी की सिद्धम बैठक में भी शामिल नहीं हुए। वह कथित तौर पर तेलुगु देसम पार्टी नेतृत्व के संपर्क में हैं। यह अलग बात है कि जयराम को उनके द्वारा प्रस्तावित तीन विधानसभा सीटों में से किसी एक से चुनाव लड़ने पर तेदेपा से कोई आश्वासन मिलना मुश्किल लग रहा है। क्योंकि उसके पास तीनों विधानसभा क्षेत्रों अलूर, मंत्रालयम और गुंतकल में मजबूत उम्मीदवार हैं, जिन पर जयराम की नजर है। जबकि टीडीपी के कोटला सुजाथम्मा अलूर में दावेदार हैं, पार्टी के पास मंत्रालयमास में पी थिक्का रेड्डी उम्मीदवार हैं, इसके अलावा पूर्व विधायक साईनाथ गौड़ भी हैं, जो एक मजबूत दावेदार हैं। चूंकि तेदेपा द्वारा जयराम को तीन में से किसी भी सीट पर समायोजित करने की संभावना नहीं है, इसलिए मंत्रीजी कांग्रेस की ओर देख रहे हैं।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं तथा व्यंग्यात्मक लेखन में महारत रखते हैं।)

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