मुख्यपृष्ठस्तंभझांकी : पाटील का कद बढ़ा

झांकी : पाटील का कद बढ़ा

अजय भट्टाचार्य

केंद्रीय जल शक्ति मंत्री और गुजरात भाजपा अध्यक्ष सी.आर. पाटील ने हाल ही में नई दिल्ली में अपने नए आधिकारिक बंगले में राज्य के सभी पार्टी सांसदों और विधायकों के लिए एक भव्य रात्रिभोज का आयोजन किया। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हुए। प्रधानमंत्री की मौजूदगी को राज्य के नेताओं के लिए एक स्पष्ट संदेश के रूप में देखा गया कि पाटील गुजरात के राजनीतिक मामलों पर प्रभाव डालना जारी रखेंगे। अपने कार्यकाल के दौरान भाजपा को भारी चुनावी जीत दिलाने वाले पाटील जुलाई २०२३ में अपना तीन साल का कार्यकाल पूरा कर चुके हैं। रात्रिभोज उनके नए घर का जश्न और विदाई दोनों था, क्योंकि गुजरात भाजपा में जल्द ही नेतृत्व परिवर्तन होने की संभावना है।
जल्दी में ‘आप’
दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी जल्दी में है और इसीलिए उसने उम्मीदवारों की सूची किश्तों में जारी करना शुरू कर दिया है। पहले ११ उम्मीदवार घोषित करने के बाद अब ‘आप’ ने २० और उम्मीदवारों की सूची जारी की है, जिसमें मनीष सिसोदिया अपनी परंपरागत सीट पटपड़गंज की जगह नई सीट जंगपुरा से चुनाव लड़ेंगे। पटपड़गंज से पार्टी में हाल ही में शामिल हुए शिक्षाविद अवध ओझा को अपना उम्मीदवार बनाया है। कुछ दिन पहले भाजपा छोड़कर ‘आप’ में शामिल हुए सुरिंदर पाल सिंह बिट्टू को भी तिमारपुर से टिकट दिया गया है। फरवरी में दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो जाएगा। ऐसे में किसी भी समय दिल्ली की ७० सीटों पर चुनाव का एलान हो सकता है। आमतौर पर तारीखें सामने आने के बाद ही पार्टी उम्मीदवारों के नाम घोषित करती है। मगर ‘आप’ ने पहले से ही सीटों पर अपने धुरंधर उतारने शुरू कर दिए हैं।
जदयू अलर्ट
जदयू इस बात को लेकर चिंतित है कि कहीं भाजपा उसके साथ शिंदे जैसा खेल न कर दे। २०२५ का चुनाव नीतीश के नेतृत्व में लड़ने के आश्वासन के बाद भी जदयू अलर्ट मोड पर आ गई है। पार्टी का मानना है कि भले अन्य राज्यों में भाजपा को जनता का समर्थन मिल रहा है, लेकिन बिहार में राजग की सफलता के लिए नीतीश कुमार का आधार दरकिनार नहीं किया जा सकता। आश्वासन के बाद अगर भाजपा बहुमत के करीब सीटें ले गई तो जेडीयू के साथ खेल हो सकता है। बिहार में कुल २४३ सीटें हैं। विधानसभा में जादुई आंकड़ा १२२ है। अगर भाजपा को इसके आसपास सीटें मिल गर्इं तो ‘महाराष्ट्र’ जैसा प्रयोग दोहराया जा सकता है, इसको लेकर जेडीयू चिंतित है।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं और देश की कई प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में इनके स्तंभ प्रकाशित होते हैं।)

अन्य समाचार