कविता श्रीवास्तव
तमाम राजनीतिक चर्चाओं के बीच एक अच्छी खबर यह आई कि लोकसभा चुनाव में ईवीएम का उपयोग होने से लगभग दो लाख पेड़ों को बचाया जा सकता है। जाहिर सी बात है कि यदि बैलेट पेपर पर चुनाव होते तो भारी मात्रा में कागज का उपयोग होता और उतनी संख्या में पेड़ काटे जाते। चूंकि ईवीएम इलेक्ट्रॉनिक माध्यम है। उसके प्रयोग से डिजिटल वोटिंग हुई और उसी तरह गिनती भी हुई। इससे भारी मात्रा में कागज को बचाया जा सकता है। यह बात मन को शीतलता प्रदान करती है, क्योंकि ग्लोबल वॉर्मिंग ने सारी दुनिया की चिंता बढ़ाई है। इस साल भारत में भी लोगों ने गर्मी में कुछ ज्यादा ही तपिश महसूस की। हम जानते हैं कि पेड़ों की बेतहाशा कटाई से पर्यावरण को भारी नुकसान हो रहा है। ग्लोबल वॉर्मिंग के कारण धरती के ऊपर गर्मी से बचाने वाली ओजोन परत का भी क्षरण हो रहा है। हर तरफ कोशिश हो रही है कि वनभूमि को, हरियाली को, पेड़ों को बचाया जाए। तमाम विरोधों और बारंबार मांग के बावजूद सरकार ने बीते लोकसभा चुनाव में ईवीएम का इस्तेमाल किया। इस वजह से दो लाख पेड़ कटने से बच गए। यह बात देश के पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने इसे बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा कि भारत ने दो लाख पेड़ों को कटने से बचाया। उनकी बात सच है, क्योंकि बैलेट पेपर को तैयार करने के लिए निश्चित ही बड़ी संख्या में पेड़ों की बली चढ़ती। उन्हें बचाकर हमने सच में पर्यावरण के क्षेत्र में भी इसने अहम भूमिका निभाई है। दरअसल, ईवीएम से चुनाव कराने से पूरी दुनिया को यह मैसेज गया कि कैसे हम इस टेक्नोलॉजी का यूज करके पेड़ों को बचा सकते हैं। ध्यान रहे कि कागज बनाने के लिए लकड़ियां प्रदान करने वाली वन भूमि की कमी से ग्लोबल वॉर्मिंग बढ़ती है। पेड़ों के कटने से अन्य पौधे और जानवरों के आवास को नुकसान पहुंचता है। जैव विविधता भी नष्ट हो जाती है। इसी तरह कागज को चमकाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली ब्लीचिंग प्रक्रिया क्लोरीन छोड़ती है, जो एक ऐसा विष है, जो पर्यावरण को विषाक्त करता है। लेकिन अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ढेर सारे काम डिजिटल हो रहे हैं। तमाम फाइलें और रिकॉर्ड्स भी डिजिटल हो रहे हैं। कागज के कम से कम प्रयोग पर जोर दिया जा रहा है। पर्यावरण की रक्षा को लेकर इस तरह की खबरें वाकई राहत देती हैं। ईवीएम से पर्यावरण को लाभ हुआ है तो यह भी बहुत बड़ी उपलब्धि है। हमें अपनी टेक्नोलॉजी अपने कामकाज में और आम जनजीवन में भी इसी तरह पर्यावरण को बचाने के लिए जो भी संभव उपाय हो उन पर ध्यान देना जरूरी है, ताकि किसी भी तरह ग्लोबल वॉर्मिंग को कम करने में हमारा साथ हो। अपने पर्यावरण को हम सुरक्षित रख पाएं ताकि मानव जीवन सुरक्षित रहे।