कविता श्रीवास्तव
आज सन-डे…है। वह `डे’ जिसका भारत के करोड़ों क्रिकेट दीवानों को खूब इंतजार था। आज दुबई के अंतर्राष्ट्रीय मैदान पर आईसीसी चैंपियनशिप में भारत फाइनल मैच खेलेगा। अब तक मेजबान पाकिस्तान, विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश और न्यूजीलैंड को हम तगड़ी शिकस्त दे चुके हैं। इससे भारतीय खिलाड़ियों के हौसले बुलंद हैं। देश-विदेश हर जगह भारतीयों में `चक दे इंडिया’ का जोश है। होली से ठीक पहले ही भारत में उमंगों की पिचकारियों से बिखरती फुहारों और चैंपियनशिप की चकाचक बारिशों की बेताबी है। एक तरह से यह मिनी वर्ल्डकप ही है। इससे पहले हम टी-२० वर्ल्डकप जीतकर तिरंगा लहरा चुके हैं। अब आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी २०२५ का रोमांच अपने चरम पर पहुंच चुका है। प्रबल दावेदार ऑस्ट्रेलिया को हराकर भारत उसे बाहर कर चुका है। इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम अपने सभी मैच दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेल रही है। कुछ लोगों का मानना है कि भारतीय टीम को दुबई के मैदान का लाभ मिल रहा है, पर दुबई में सभी पिचें एक समान नहीं हैं। भारत अलग-अलग पिचों पर खेल रहा है। कप्तान रोहित शर्मा भी कह चुके हैं कि ऐसा मत कहो क्योंकि ये भारतीय पिच नहीं है। बांग्लादेश और पाकिस्तान के खिलाफ पिच पर स्पिनरों के साथ तेज गेंदबाजों को भी मदद मिली थी, जबकि न्यूजीलैंड के खिलाफ भी तेज गेंदबाजों के साथ-साथ स्पिनरों का जलवा दिखा था। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी पिच संतुलित नजर आया। ऐसा नहीं था कि विकेट से केवल तेज गेंदबाजों या स्पिनरों को मदद मिल रही थी। दमदार भारतीय बल्लेबाजी से निकले रनों ने ही बाजी जितवाई। इस टूर्नामेंट में विराट कोहली की बल्लेबाजी ने खूब धूम मचाई है। यह टूर्नामेंट तेज गेंदबाजों, स्पिनरों और बल्लेबाजों सभी के प्रयासों से टीम को विजयी बना रहा है इसलिए दुबई में टीम इंडिया को विकेट से काफी मदद मिल रही है और स्पिनर विकेट चटका रहे हैं, यह बात पूरी तरह से निराधार है। चैंपियंस ट्रॉफी २०२५ के फाइनल में आज भारत का सामना न्यूजीलैंड से है। भारतीय टीम इस टूर्नामेंट में अब तक कोई मैच नहीं हारी है। ऐसे में भारत के पास चैंपियनशिप जीतने का अच्छा मौका है। न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम को हम हल्के में नहीं ले सकते हैं। आईसीसी नॉकआउट चैंपियंस ट्रॉफी २००० और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल २०२१ में न्यूजीलैंड को हराने में हम विफल रहे हैं। ऐसे में विजयी रथ पर सवार भारतीय टीम को अगर आज इतिहास रचना है तो कुछ अलग करना ही होगा। भारत ने सात महीने पहले ही टी-२० विश्वकप २०२४ जीता है। ऐसे में टीम को लगातार दूसरी बार चैंपियन बनने का मौका है। फाइनल में रोहित शर्मा के नेतृत्व में भारतीय टीम कुछ बदलाव के साथ उतर सकती है। फाइनल में जीतने के लिए यह देखना दिलचस्प होगा कि आज का सन डे हमें कितने रन देगा।