मुख्यपृष्ठनए समाचाररेलवे स्टेशनों पर फेरीवालों का आतंक! ... हाई कोर्ट के नियमों की धज्जियां...

रेलवे स्टेशनों पर फेरीवालों का आतंक! … हाई कोर्ट के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे फेरीवाले

-मूकदर्शक बना है प्रशासन!
सामना संवाददाता / मुंबई
शहर में फेरीवालों का आतंक बढ़ता जा रहा है। इनके अतिक्रमण से राहगीर परेशान हैं लेकिन प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है। प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। अंधेरी, बांद्रा, दादर के रेलवे स्टेशनों पर ये फेरीवाले इस कदर जमें हुए हैं कि यात्रियों का चलना दूभर हो गया है। सुबह व शाम में जब स्टेशनों पर अधिक भीड़ होती है तो यात्रियों की रफ्तार इन अवैध फेरीवालों की वजह से धीमी हो जाती है।
अंधेरी, दादर व कुर्ला इलाके में जब ‘दोपहर का सामना’ के संवाददाता ने जायजा लिया तो पाया कि स्टेशनों से जुड़े हुए स्काईवॉक व अन्य रेलवे ब्रिजों पर फेरीवालों ने अपना अड्डा बना लिया है और प्रशासन की नाक के नीचे खुलेआम अवैध तरीके से यह अपना धंधा कर रहे हैं। कुछ फेरीवालों से बात करने पर पता चला कि वह मनपा और रेलवे पुलिस को हफ्ता देकर स्टॉल लगाते हैं।
क्या कहता है नियम?
बता दें कि एल्फिंस्टन रोड ब्रिज पर हुई भगदड़ के बाद मुंबई हाई कोर्ट ने मनपा को जमकर लताड़ा था। इसके बाद कोर्ट ने कहा था कि रेलवे स्टेशनों से १५० मीटर की दूरी तक किसी भी प्रकार के फेरीवाले नहीं होने चाहिए। वहीं पूजा स्थल व शिक्षा संस्थानों के १०० मीटर के दायरे में भी फेरीवालों का जमावड़ा नहीं होना चाहिए। ऐसे में फेरीवालों का रेलवे स्टेशनों पर होना हाई कोर्ट के आदेश की धज्जियां उड़ा रहा है।

मनपा रेलवे के साथ मिलकर रेलवे स्टेशनों के इर्द-गिर्द अवैध फेरीवालों पर कार्रवाई करती है। इसके अलावा हम अपने कानूनी सलाहकार के माध्यम से अतिक्रमण हटाने वाले विभाग की ओर से हर स्टेशन पर अपने कर्मचारियों को तैनात करने का प्रस्ताव रखने वाले हैं।
-मनपा अधिकारी

अंधेरी में कई वर्षों से फेरीवालों का अतिक्रमण है। कभी-कभी प्रशासन की नींद खुलती है तो इन पर कार्रवाई होती है, लेकिन फिर हालात जस के तस हो जाते हैं। इन फेरीवालों में कानून का खौफ बिल्कुल भी नहीं है।
-विशाल शुक्ला

मुंबई हाई कोर्ट के नियमों की अनदेखी हो रही है। प्रशासन सो रहा है। मनपा का चुनाव लंबित है। ऐसे में मनपा को देखने वाला कोई नहीं है। कोई पारदर्शिता नहीं है। जल्द से जल्द मनपा को फेरीवालों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए
-एड. आनंद उपाध्याय (मुंबई हाई कोर्ट)

मुंबई में फुटपाथों पर फेरीवालों अथवा दुकानदारों के अवैध कब्जे से राहगीरों का फुटपाथों पर चलना मुश्किल हो गया है। खासकर रेलवे स्टेशनों के आसपास फुटपाथों पर अवैध फेरीवालों के कारण मुंबईकरों को अपने ऑफिस पहुंचने में देरी होती है। मुंबई में रेलवे स्टेशन के १५० मीटर के दायरे में फेरीवालों का होना वर्जित है, फिर भी फुटपाथों पर अवैध फेरीवाले जमे हुए हैं। मुंबईकर स्ट्रीट टैक्स देने के बावजूद फुटपाथ पर नहीं चल सकते हैं। यह सब कुछ भ्रष्ट अधिकारियों की मिलीभगत से होता है। मनपा आयुक्त को ऐसे अधिकारियों पर कार्रवाई करनी चाहिए।
-शकील अहमद शेख
(आरटीआई एक्टिविस्ट)

मैं रोज दादर जाती हूं। यहां के रेलवे ब्रिज पर फेरीवालों का जमावड़ा रहता है। यात्रियों की भीड़ अधिक होती है जिससे चलना मुश्किल होता है। फेरीवाले आधे से ज्यादा जगह पर कब्जा कर लेते हैं, जिससे यात्रियों की परेशानी और बढ़ जाती है
-नित्या पांडेय

मालाड स्टेशन पर भी फेरीवाले अवैध तरीके से कब्जा किए हुए हैं, जिससे आन-जाने वाले यात्रियों को समस्या होती है। कभी-कभी ये फेरीवाले यात्रियों से बहस व मारपीट करते हुए भी नजर आते हैं। प्रशासन सुस्त है।
-मोहम्मद हदीस सिद्दीकी

 

अन्य समाचार