मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ
आधी रात को मासूम दिव्यांग बच्ची को उठा कर दुराचार करने वाले हैवान को राजधानी पुलिस ने मार गिराया। डीसीपी सेंट्रल आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि पांच जून की सुबह 10 बजे शिकायत मिली थी कि ढाई वर्ष की बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ है। घटना आलमबाग इलाके की थी। यहां तीन साल की दिव्यांग बच्ची अपने माता-पिता के साथ रहती थी। आरोपी ने रात में उसे अगवा कर लिया। आलमबाग मेट्रो स्टेशन के पास बच्ची से दरिंदगी हुई है। इसके बाद हैवानियत की सभी हदें पार कर दी थीं। बच्ची नाजुक हालत में पड़ी मिली थी। उसका पीजीआई में इलाज चल रहा है। सीसीटीवी फुटेज से आरोपी की पहचान दीपक वर्मा के रूप में हुई। पुलिस कमिश्नर को एक लाख रुपये का इनाम घोषित करने का प्रस्ताव दिया गया था। इनाम घोषित होने से पहले मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी क्षेत्र में है। वह भागने की फिराक में है।
शुक्रवार की तड़के पुलिस ने ढाई साल की बच्ची से दुष्कर्म के आरोपी को मुठभेड़ में मार गिराया। जिले की सीमा छोड़ता, इससे पहले उसका सामना पुलिस से हुआ। इस पर पुलिस टीम ने घेराबंदी की। खुद को घिरता देख आरोपी ने पुलिस पर फायरिंग झोंकनी शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में आरोपी को गोली लग गई। उसे अस्पताल ले जाया गया। वहां कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। डीसीपी सेंट्रल ने बताया कि आरोपी ऐशबाग क्षेत्र का रहने वाला है। वह रेलवे में पानी में बेचने का काम करता है। इसके साथ ही जागरण आदि कार्यक्रमों में झांकी लगाने का भी काम करता है। उसके पास से घटना में प्रयुक्त स्कूटी बरामद हुई है। आगे की कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस महकमे में डीसीपी मध्य आशीष श्रीवास्तव की धमक शख्त और दबंग की है। रिटायर्ड डीजीपी प्रशांत कुमार के जाने के बाद यूपी में अपराधी खुद को काउंटर से मुक्त मान कर मस्त हो रहे थे। राजधानी में अपराधियों पर न सिर्फ नकेल कस रहे हैं बल्कि उनके सिर पर दहशत बन कर नाच रहे हैं। पिछले सप्ताह इन्हीं के क्षेत्र में एक महिला दरोगा ने 5 वर्ष के बच्ची से दुराचार के आरोपी पुलिस मुठभेड़ में घायल कर गिरफ्तार किया था। लंगड़े हालत में उसका भी इलाज चल रहा है।