मुख्यपृष्ठसमाचारगेटवे से सटा पोर्ट बना डंपिंग ग्राउंड!

गेटवे से सटा पोर्ट बना डंपिंग ग्राउंड!

-केंद्र के ‘स्वच्छता मिशन’ की उड़ रही धज्जियां… गंदगी से परेशान हो रहे हैं पर्यटक

संदीप पांडेय / मुंबई

गेटवे ऑफ इंडिया को देखने के लिए स्थानीय लोगों के अलावा पर्यटकों का भी आना-जाना लगा रहता है। सुबह-शाम यहां लोगों की भारी भीड़ देखी जाती है, लेकिन गेटवे ऑफ इंडिया से सटे पोर्ट के किनारे इस वक्त जमा गंदगियों से लोगों को काफी आपत्ति हो रही है। पोर्ट में जब पानी की लहरें तेज होती हैं तब इसकी सफाई करना मुश्किल होता है, लेकिन जब यह लहरे धीमी होती हैं तो पोर्ट के किनारे कचरों का अंबार लग जाता है। पानी में सड़े हुए कचरों से बदबू भी आती है, जिससे लोगों को काफी परेशानियां होती है। इन कचरों से पर्यटकों और स्थानीय लोगों को काफी परेशानियां हो रही है, लेकिन इसकी सफाई पर केंद्र सरकार का कोई ध्यान नहीं है।
गेटवे ऑफ इंडिया से सटे पोर्ट की हालत आज काफी दयनीय हो चुकी है। पोर्ट में लहरों के साथ आए कचरे किनारों पर लगे हुए हैं, ये कचरे काफी दिनों से पानी में पड़े-पड़े सड़ चुके हैं। इन कचरों से बदबू भी आने लगी है, लेकिन  इसकी सफाई में बारे में न तो केंद्र सरकार सोच रही है और न ही मुंबई प्रत्तन प्राधिकरण विभाग सोच रही है। शाम के समय पोर्ट के किनारे लोग इकट्ठा होते हैं। खासकर विशेष रूप से सप्ताहांत पर, दूर-दराज के इलाकों से लोग यहां एक अच्छी शाम बिताने और तस्वीरें लेने के लिए आते हैं, लेकिन पोर्ट के किनारे जमा इन कचरों को देखकर उनके मन में सरकार की इस लापरवाही को लेकर सवाल उठ रहा है।
प्रतिदिन करवाना चाहिए सफाई
पोर्ट के किनारे इकठ्ठा हुए इस कचरे को लेकर एक नागरिक ने कहा कि हमारा देश बहुत सुंदर है, अद्वितीय परिदृश्य है, हम इस सुंदर पोर्ट के किनारे बैठकर समय बिताना काफी पसंद करते हैं। सरकार को चाहिए कि इस पोर्ट के किनारे जमा हुए कूड़े-कचरे को प्रतिदिन साफ करवाना चाहिए।
अधिकारी देते हैं आश्वासन
सीएसटी के बेलार्ड पियर रोड पर स्थित मुंबई प्रत्तन प्राधिकरण कार्यालय के एक संबंधित आधिकारी ने नाम नहीं बताने के शर्त पर बताया कि हमारे तीन से चार नाव प्रत्येक दिन पोर्ट में चक्कर लगाते हैं और डॉक्स में मिले कचरे को बाहर लाते हैं। हम जल्द ही इस कचरे के बारे में अपनी टीम को जानकारी देकर इसे साफ करवाएंगे।

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