आज के भारतीय युवा को सिनेमा और टीवी सीरियल की कहानियां पसंद नहीं आतीं…क्योंकि न तो वो दिलचस्प होती हैं और न ही उनके नैतिक पैमाने पर खरी उतरती हैं…वहीं शॉर्ट ड्रामा एक तीर से दो निशाने लगाता है, दिलचस्प होने के साथ-साथ उनके नैतिक पैमानों पर भी खरा उतरता है। वो भी सिर्फ 90 सेकंड में एक एपिसोड और लगभग 30-45 मिनट में एक पूरी सीरीज़ दिखाकर।
जब एक दर्शक अपनी अधूरी इच्छा को स्क्रीन पर पूरी होते देखता है… तो वो सिर्फ ज़िंदगी की भाग-दौड़ भूलकर मनोरंजन का मज़ा नहीं लेता…वो एक नई जिंदगी जीता है… वो जिंदगी, जो वो जीना चाहता है। तो जब कोई अनाथ लावारिस अचानक करोड़ों का वारिस बन जाता है, या एक ही रात में अपने सच्चे प्यार के साथ हमेशा के लिए जुड़ जाता है, ऐसी कहानियां जब दर्शक देखते हैं तो उस किरदार को सिर्फ पसंद ही नहीं करते, उनकी जिंदगी जीते हैं।
ये कहानियां मनगढ़ंत नहीं हैं, ये रीलीज नाम के नए शॉर्ट ड्रामा ऐप की लोकप्रिय सीरीज़ की कहानियां हैं। रीलीज एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म है, जो एंटरटेनमेंट को नयी पहचान दे रहा है। इसमें वो सब कुछ है, किरदार, इमोशन्स, ट्विस्ट, जो दर्शकों को एक कॉम्पैक्ट फॉर्मेट में चाहिए ताकि वो उन्हें कहीं भी, कभी भी अपने मोबाइल स्क्रीन पर देख सकें।
भारत अब पूरी तरह से मोबाइल-फर्स्ट देश बन चुका है। सस्ते डेटा प्लान और हर हाथ में स्मार्टफोन ने एंटरटेनमेंट का तरीका पूरी तरह से बदल दिया है। ऑफिस ब्रेक हो, ट्रैफिक में फंसे हों, या रात को सोने से पहले का समय हो, हर मौका बन गया है शॉर्ट ड्रामा देखने का बहाना।
लेकिन आज के दर्शकों के लिए सिर्फ यही सहूलियत काफी नहीं है…कंटेंट को मनोरंजन के साथ-साथ उनके नैतिक पैमानों पर भी खरा उतरना पड़ता है। जैसे कि महिला किरदारों को सिनेमा में सालों तक केवल एक कठपुतली की तरह दिखाया गया था… जिनका महत्व केवल अंग प्रदर्शन से तय किया जाता था, यह शिकायत भारतीय दर्शकों को लंबे समय से थी। मगर अब नहीं।
अब दर्शकों के लिए रीलीज़ अपनी कहानियों में मज़बूत महिला किरदारों का चित्रण कर रहा है, जैसे, एक महिला अपने ज़हरीले पति को छोड़कर आत्मनिर्भर बनती है और अपनी ज़िंदगी की बॉस बन जाती है…एक कंपनी की मालकिन कंपनी को डूबने से बचाने के लिए एक इंटर्न बनकर सब कुछ अपने हाथ में लेती है… और एक पूरी दुनिया से अकेले अपने लिए भिड़ जाती है, ऐसी कहानियां दर्शकों के दिलों को छू रही हैं।
आज का भारतीय कंटेंट ऐसा बन रहा है जो ग्लोबल ट्रेंड्स और लोकल पसंद के बीच एक सधा हुआ संतुलन पकड़ रहा है। रीलीज़ टेक्नोलॉजी के साथ स्वदेशी रुचि मिलाकर परोसता है एंटरटेनमेंट का एक नया अनुभव।
शॉर्ट वीडियो फ़ॉर्मैट ने भारतीयों का कंटेंट देखने का नजरिया ही बदल दिया है। और अब रीलीज़ जैसे प्लेटफ़ॉर्म्स के साथ, हम एक ऐसे दौर में प्रवेश कर रहे हैं, जहां भारत का एंटरटेनमेंट सिर्फ टीवी पर नहीं, बल्कि आपकी हथेली में होगा।