सामना संवाददाता / मुंबई
राज्य में एसएससी बोर्ड की परीक्षा चल रही है। इस परीक्षा के दौरान कई जगहों पर नकल पहुंचाने की घटनाएं सामने आई हैं। इससे राज्य सरकार के नकल मुक्त परीक्षा अभियान की धज्जियां उड़ती हुई दिखीं। वहीं अंग्रेजी विषय के पेपर से कुछ ही घंटे पहले यवतमाल निवासी छात्र के सिर से पिता का साया उठ गया। इसके बाद उसने पहले पिता को मुखाग्नि दी फिर एक्जाम देने के लिए परीक्षा केंद्र पर पहुंचा। इसकीr जानकारी होने के बाद प्रधानाध्यापक, शिक्षक और उसके करीबी मित्र उसको सांत्वना देते दिखे। इस बीच उसने परीक्षा केंद्र पर आंसू बहाते हुए दसवीं की परीक्षा दी। इस विद्यार्थी के साहस और उसे समर्थन देने वाले प्रधानाध्यापक की भी सराहना हो रही है। कहा जा रहा है कि यही सच्ची श्रंद्धाजलि है।
यवतमाल जिले के उमरखेड तालुका के सेवालालनगर स्थित टाकली के सूरज संजय जाधव गोकुंदा के इंदिरा गांधी विद्यालय में दसवीं कक्षा में पढ़ता है। वह यहां के सुमतीबाई हेमसिंह नाईक कन्या माध्यमिक विद्यालय के परीक्षा केंद्र पर शुक्रवार को परीक्षा देने पहुंचा था। राज्य में २१ फरवरी से १०वीं की परीक्षा शुरू हुई है और अगले १५ दिनों तक चलेगी। शनिवार, एक मार्च की सुबह सूरज के पिता संजय जाधव का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। पिता का शव घर में था। ऐसे में अंतिम संस्कार जैसे दुख का पहाड़ पार कर अंग्रेजी विषय की परीक्षा वैâसे दें? यह सोचकर वह परेशान हो गया। मन की उलझन, पिता के निधन का दर्द, इन सबके कारण सूरज लगभग जीवन की परीक्षा में फेल होने के कगार पर पहुंच गया था।