सामना संवाददाता / डोंबिवली
जम्मू-कश्मीर के बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले में डोंबिवली के संजय लेले की गोली लगने से मौत हो गई। इस दुखद घटना से पूरे शहर में शोक की लहर दौड़ गई है। मृतकों के करीबी चंद्रकांत पाटील ने मीडिया से बातचीत में अपना दर्द साझा करते हुए कहा कि मेरे पास कहने के लिए शब्द नहीं हैं। इसका जवाब अब सरकार को देना चाहिए। आखिर कब तक ऐसा चलेगा? कितनी फैमिलियां तबाह होंगी, कितने बच्चे अनाथ हो जाएंगे?
उन्होंने सवाल उठाया कि आम नागरिकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी आखिर किसकी है और आतंकियों के हौसले इतने बुलंद क्यों हैं। घटना के बाद से मृतकों के परिवारों में मातम पसरा हुआ है, और लोगों में गहरा आक्रोश है। स्थानीय लोगों ने सरकार से मांग की है कि दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिले और आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।