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भाजपावासी होते ही अशोक चव्हाण को टिकट! कांग्रेस की ओर से चंद्रकांत हंडोरे को मिला मौका

सामना संवाददाता / मुंबई
भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने कल राज्यसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। यह चुनाव २७ फरवरी को होगा और नतीजे २९ फरवरी को घोषित किए जाएंगे। महाराष्ट्र में छह सीटों पर चुनाव हो रहे हैं। इसमें से तीन सीटें भाजपा, जबकि अजीत पवार, घाती गुट और कांग्रेस की झोली में क्रमश: एक-एक सीटें गई हैं। कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता चंद्रकांत हंडोरे को राज्यसभा की उम्मीदवारी दी है। हंडोरे को पिछले विधान परिषद चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। वही भाजपावासी होने के साथ ही अशोक चव्हाण को राज्य सभा का टिकट दे दिया गया। कांग्रेस की तरफ से घोषित की गई सूची में राजस्थान से सोनिया गांधी, बिहार से अखिलेश सिंह और हिमाचल प्रदेश से अभिषेक मनू सिंघवी की उम्मीदवारी घोषित की गई है।

‘आदर्श’ जांच की आशंका से डरकर कांग्रेस से ‘हाथ’ झटकते हुए भाजपा की शरण में गए पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण को भाजपा ने राज्यसभा की उम्मीदवारी दी है। चव्हाण ने दावा किया था कि वह किसी पद की चाहत में भाजपा में शामिल नहीं हुए हैं, लेकिन कल यह साबित हो गया कि वह सिर्फ राज्यसभा की उम्मीदवारी के लिए भाजपा में शामिल हुए थे। कोथरुड की पूर्व विधायक मेधा कुलकर्णी भाजपा की दूसरी उम्मीदवार हैं। साल २०१९ के विधानसभा चुनाव में चंद्रकांत पाटील को भाजपा ने कोथरूड से खड़ा किया था। इसलिए कुलकर्णी को उनके निर्वाचन क्षेत्र को छोड़ना पड़ा था। वे तभी से परेशान थीं। तीसरे उम्मीदवार डॉ. अजीत गोपछड़े राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता हैं।

नांदेड़ में अब भाजपा के चार विधायक, तीन सांसद
नांदेड जिले में भाजपा के तीन विधायक राजेश पवार (नायगांव), भीमराव केराम (किनवट), डॉ. तुषार राठौड़ (मुखेड़) हैं, जबकि प्रताप चिखलीकर सांसद हैं। वहीं भाजपा के तत्कालीन जिला अध्यक्ष राम पाटील रातोलीकर को विधान परिषद में मौका दिया गया। इसलिए नांदेड़ जिले में चार विधायक और एक सांसद हैं। ऐसे में डॉ. गोपछडे और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के शामिल होने से अब यहां से दो और सांसद जुड़ जाएंगे।

पुणे लोकसभा में ब्राह्मण वोटों के लिए कुलकर्णी को राज्यसभा
आगामी लोकसभा चुनाव के लिए पुणे के पूर्व महापौर मुरलीधर मोहोल, पूर्व शहर अध्यक्ष जगदीश मुलिक और भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय सचिव सुनील देवधर ने तैयारी शुरू कर दी है। पुणे में भाजपा ने पहले कसबा विधानसभा के लिए मुक्ता तिलक, जबकि पिछली लोकसभा में गिरीश बापट को उम्मीदवार बनाया था। कुछ दिन पहले ही तिलक और बापट दोनों जनप्रनिधियों का निधन हो गया, इसलिए भाजपा के पास वर्तमान में ‘ब्राह्मण’ समुदाय का कोई प्रतिनिधित्व नहीं है। इसी पृष्ठभूमि में प्रोफेसर मेधा कुलकर्णी के नाम पर राज्यसभा के लिए विचार किया गया है।

`कल के डीलरों को आज लीडर बना रहे हैं’
भारतीय जनता पार्टी के पास नेतृत्व न होने के कारण अशोक चव्हाण जैसे आयारामों को राज्यसभा की उम्मीदवारी दी गई है। आयारामों को उम्मीदवार और निष्ठावान कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज करना ही भाजपा की नीति है। कल जिन्हें डीलर कहते थे, उन्हें आज लीडर बना रहे हैं। इस तरह का तंज कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कसा है। प्रधानमंत्री ने जिन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाए थे, उन्हें पार्टी में लेकर राज्यसभा की उम्मीदवारी भी दी। यही भाजपा की पार्टी वुईथ डिफरेंस क्या? इस तरह का सवाल भी उन्होंने किया। पटोले ने कहा कि भय दिखाकर, डकैती डालकर दूसरी पार्टियों के लोगों को भाजपा में लेना, दूसरों के दलों को तोड़ना, चुराना यही काम भाजपा मौजूदा समय में कर रही है। चंद्रकांत हंडोरे पार्टी के निष्ठावान नेता हैं और उनकी जीत निश्चित है।

राणे, गोयल, जावडेकर के लिए पिछला दरवाजा बंद
भारतीय जनता पार्टी द्वारा राज्यसभा चुनाव के लिए अपने कोटे से तीन उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की गई। इसी के साथ ही केंद्रीय मंत्री नारायण राणे, प्रकाश जावड़ेकर और पीयूष गोयल के लिए पिछला दरवाजा बंद हो गया है। साफ है कि भाजपा राणे और गोयल को लोकसभा में उतारने की योजना बना रही है। माना जा रहा है कि भाजपा राणे को कोकण से और गोयल को मुंबई से लोकसभा में उतारने की सोच रही है। राज्यसभा के लिए विनोद तावडे, पंकजा मुंडे, विजया रहाटकर, हर्षवर्द्धन पाटील के नाम पर भी चर्चा हुई, लेकिन इनमें से कोई भी सूची में नहीं है।

अजीत पवार गुट से प्रफुल्ल पटेल को उम्मीदवारी
राष्ट्रवादी कांग्रेस के अजीत पवार गुट की ओर से राज्यसभा सीट के लिए प्रफुल्ल पटेल को उम्मीदवारी दी गई है। इस संदर्भ में कल अजीत पवार गुट के नेता सुनील तटकरे ने घोषणा की। उन्होंने कहा कि कल दोपहर में पटेल नामांकन पत्र भरेंगे। अजीत पवार गुट के कोर कमेटी की बैठक हुई। तटकरे ने कहा कि इस बैठक में विस्तार से हुई चर्चा के बाद पटेल के नाम पर मुहर लगा दी गई। पटेल संसदीय पद से इस्तीफा देकर कल राज्यसभा का नामांकन भरेंगे।

प्रफुल्ल पटेल होंगे अयोग्य?
विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर कल राष्ट्रवादी कांग्रेस के विधायक अयोग्यता मामले में पैâसला देंगे। उसे लेकर मीडिया द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए तटकरे ने कहा कि हम उस संदर्भ को जोड़कर ही यह फैसला लिए हैं और इस पर विस्तार पूर्वक नहीं बताया जा सकता है। इससे यह स्पष्ट हो गया है कि अजीत पवार गुट को कल के पैâसले की भनक पहले ही लग गई है। प्रफुल्ल पटेल राज्यसभा का नामांकन भरने से पहले संसदीय पद से इस्तीफा देंगे। इसलिए संभवत: कल पटेल को अयोग्य घोषित किया जा सकता है।

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