सामना संवाददाता / मुंबई
बेस्ट प्रशासन द्वारा यात्री किराया दोगुना करने के बाद शुक्रवार को पहले दिन बेस्ट यात्रियों की संख्या में कमी आई, वहीं आय में एक करोड़ रुपए की बढ़ोतरी हुई है। उधर, प्रशासन का कहना है कि मई से अब तक कम हुए बेस्ट यात्रियों की सही संख्या के बारे में निष्कर्ष निकालने में समय लगेगा, क्योंकि यात्रियों की संख्या पहले से ही कम है। बेस्ट की पहल से शुक्रवार से बस यात्री किराया बढ़ गया।
नियमित बस का न्यूनतम किराया ५ रुपए से बढ़ाकर १० रुपए कर दिया गया, जबकि वातानुकूलित बस का न्यूनतम किराया ६ रुपए से बढ़ाकर १२ रुपए कर दिया गया, वहीं मुंबई से बाहर जानेवाले बस यात्रियों को बढ़े हुए बस किराए के साथ १० रुपए अतिरिक्त देने होंगे। अचानक किराया दोगुना हो जाने से पहले ही दिन यात्रियों में असंतोष का माहौल रहा। यात्री यह भी आरोप लगा रहे हैं कि किराए में वृद्धि शेयर टैक्सियों को बढ़ावा देने के लिए की गई है। यह आरोप सोशल मीडिया पर भी लगाया जा रहा है। कुछ स्थानों पर जहां शेयर टैक्सियां १०० रुपए किराया लेती हैं। वहां का किराया १५ रुपए तक बढ़ गया है। हालांकि, जो यात्री अब तक बसों का इंतजार कर रहे थे, वे शेयर टैक्सी का विकल्प चुनने की संभावना रखते हैं। यात्रियों का यह भी कहना है कि एक या दो किलोमीटर की यात्रा के लिए १२ रुपए देना महंगा लगता है।
इस बीच बेस्ट अधिकारियों ने राय व्यक्त की कि पहले दिन बेस्ट यात्रियों की संख्या में कमी आई है, लेकिन अभी इससे कोई निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता। मौजूदा मई माह की छुट्टियों के कारण बसों, मेट्रो और ट्रेनों में यात्रियों की संख्या में कमी आई है। इसके अलावा, चूंकि शुक्रवार को सप्ताहांत होता है इसलिए बेस्ट के यात्रियों की संख्या कम होती है। साथ ही युद्ध जैसे हालात के कारण पर्यटकों की संख्या भी कम है। बेस्ट अधिकारियों का कहना है कि इससे यात्रियों की संख्या में कमी आई है। अधिकारियों का कहना है कि जून में यह स्पष्ट हो जाएगा कि किराया वृद्धि से यात्रियों की संख्या में कमी आई है या नहीं।
९ मई को हुआ २.९३ करोड़ राजस्व अर्जित
शुक्रवार, ९ मई तक एक दिन में २.३ मिलियन १६ हजार यात्रियों ने बेस्ट बसों में यात्रा की। बेस्ट ने एक ही दिन में टिकट बिक्री से २.९३ करोड़ रुपए का राजस्व अर्जित किया। हालांकि, गुरुवार, ८ मई को २.५ मिलियन यात्रियों ने बेस्ट बसों में यात्रा की। बेस्ट की औसत दैनिक यात्री संख्या ३.१ मिलियन है। औसत दैनिक आय ढाई करोड़ रुपए है इसलिए किराया दोगुना हो गया है, लेकिन राजस्व दोगुना नहीं हुआ है। बता दें कि बेस्ट के दैनिक यात्री ३.१५ लाख, दैनिक आय १.७५ करोड़ और मासिक आय ५० से ६० करोड़ रुपए है।