राधेश्याम सिंह
वसई। वसई-विरार शहर में पिछले दो दिनों से हो रही मूसलधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। रविवार को भी भारी बारिश का सिलसिला जारी रहा, जिससे वसई-विरार शहर के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति देखने को मिली है। लगातार बारिश के कारण शहर की कई मुख्य सड़कों पर घुटनों तक पानी भर गया है। जलनिकासी व्यवस्था पूरी तरह से फेल हो गई है,। जिससे दोपहिया वाहन बंद हो गए और पैदल चलने वालों को पानी से गुजरने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। नागरिकों ने बताया कि कई जगहों पर बच्चों को स्कूल और लोगों को दफ्तर जाने में भारी परेशानी झेलनी पड़ी। स्थानीय दुकानदारों ने भी शिकायत की कि जलजमाव के कारण ग्राहक नहीं आ पा रहे हैं और व्यापार प्रभावित हो रहा है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि हर साल बरसात के मौसम में यही हाल होता है, लेकिन मनपा (वसई-विरार महानगरपालिका) की तरफ से समय रहते न तो नालों की सफाई होती है और न ही कोई ठोस जलनिकासी योजना बनाई जाती है।
समाज सेविका संगीता इंद्रजीत का कहना है कि कुछ ही घंटों की बारिश के बाद ही सड़कें तालाब में तब्दील हो जाती हैं। हर साल मनपा के अधिकारियों द्वारा बड़े-बड़े वादे किए जाते हैं, लेकिन स्थिति जस की तस बनी रहती है। हमें मजबूरी में गटर के गंदे पानी से होकर जाना पड़ता है।’ जलजमाव का सबसे ज्यादा असर स्कूल जाने वाले बच्चों, दफ्तर जाने वाले कर्मचारियों और रोजमर्रा की जरूरतों के लिए निकलने वाले नागरिकों पर पड़ा है। कई स्कूली बच्चों को भारी बारिश और जलभराव के कारण घर वापस लौटना पड़ा। वहीं, सार्वजनिक परिवहन भी प्रभावित हुआ है और कई जगहों पर ऑटो और रिक्शा चालकों ने सवारी लेने से इनकार कर दिया। वहीं समाज सेविका जया परमार ने मनपा प्रशासन से जल्द से जल्द नाले साफ करवाने, पंपिंग सिस्टम चालू करने और स्थायी जलनिकासी व्यवस्था की मांग किया है।