सामना संवाददाता / मुंबई
मनपा ने बजट पेश करने के दौरान मुंबई में बन रहे पुलों को मानसून से पहले बनकर तैयार किए जाने की घोषणा की है, लेकिन यह मनपा के लिए आसान बिल्कुल भी नहीं है, क्योंकि जिस गति से इन पूलों का निर्माण कार्य चल रहा है, वह किसी कछुए की चाल से अधिक नहीं है।
बता दें कि बजट में मनपा आयुक्त ने आश्वासन दिया है कि मार्च २०२५ तक मुंबई के ७ पुलों का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। लेकिन क्या ये पुल सचमुच मार्च २०२५ तक बनकर तैयार हो जाएंगे, वह इसकी गारंटी देने में असफल नजर आ रही है। मनपा ने राज्य सरकार से गुहार लगाई है कि ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट को ‘वाइटल अर्बन ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट’ का दर्जा दिया जाए ताकि अतिरिक्त फंडिंग एवं प्रोजेक्ट को त्वरित मंजूरी प्रदान किया जा सके।
पुल नहीं होगा तैयार तो मुंबईकर रहेंगे परेशान
विशेषज्ञ बताते हैं कि अगर पुल निर्माण कार्य तय सीमा पर पूरा नहीं हुआ तो इसका खामियाजा मुंबईकरों को भुगतना पड़ सकता है। मॉनसून के समय ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा सकती है, जिससे यातायात प्रभावित हो सकता है। वहीं गगरानी ने कहा है कि ऐसे किसी भी निर्माण कार्य को शुरू नहीं किया जाएगा, जिसे मॉनसून से पहले पूरा नहीं किया जा सके।
मुंबईकरों को इन पुलों के बनने का है इंतजार
१. बोरीवली-पश्चिम में चारकोप इलाके में पुल का निर्माण किया जा रहा है। इस पुल का काम कर इसे आवागमन के लिए खोल दिया जाएगा।
२. कांदिवली-पश्चिम में (विद्यमान एवं शंकर लेन व ईरानी वाड़ीr पुल)।
३. गोरेगांव में मृणालताई गोरे फ्लाईओवर के अंतर्गत वालभट्ट नाले पर बन रहे फ्लाईओवर का तीसरे चरण का काम।
४. बांद्रा-पूर्व में धारावी सायन (मीठी नदी पुल)।
५. मुलुंड में जय हिंद कॉलोनी (नानेपाड़ा पुल)
६. नाहूर रेलवे पुल
७. कर्णाक पुल